दिल की धड़कन को धड़का गया कोई
मेरे ख्वाबों को जगा गया कोई
हम तो अनजाने रास्तो पे यूं ही चल रहे थे
अचानक ही प्यार का मतलव भी सीखा गया कोई।
KH@N..

Hindi Shayri by Abbas khan : 111288886
Abbas khan 4 year ago

वाह गीता जी।।सुप्पर?? नामुमकिन है इस दिल को समझ पाना ! दिल का अपना अलग ही दिमाग होता है !!

Parmar Geeta 4 year ago

वाह.. ? दिमाग से दुनिया जीतीं जा सकती है.. लेकिन दिल तो दिल से ही जीता जा सकता है...

Abbas khan 4 year ago

Thanks..tamanna ji..?

Abbas khan 4 year ago

Thank you....bro....?

Abbas khan 4 year ago

Thank you...sangita ji..

Abbas khan 4 year ago

शुक्रिया,,, मोहन भाई।,,?

Abbas khan 4 year ago

Thank you..sarika ji..?

Abbas khan 4 year ago

Thanks bhavesh bhai..?

Abbas khan 4 year ago

वाह तमना जी,,,,,बहुत भारी कॉमेंट दी है जनाब।? मुहोब्बत कोई तस्वीर नही जनाब जो देख लोगे, एक अहेसास है जो चुपके से दिल पे दस्तक देता है।

Tinu Rathod _તમન્ના_ 4 year ago

वाह... अब्बासभाई... क्या बात है??  दिल के दरवाजे पै दस्तक दे गया कोई तूटी उम्मीदों को फिर से जगा गया कोई, बड़ी बेवजह चल रही थी ये जिंदगी, जीने की फिर से वजह दे गया कोई..

Sarika 4 year ago

Very nice ?????

Sangita Behal 4 year ago

Waah bhot kub kha ji

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