क्यों गुम सुम से ,और खामोश हो गए हो
कह भी दो अब,कहा खो गए हो,
इन्तेजार है तुम्हारा, इन भीगी हुई वादियों में,
आओगे साथ, या कटेगा यह सफर, अकेला।
कुछ तो दिल की बात कह दी अब,
यू, खामोशी को क्यों गले लगा रहे हो।

Gujarati Shayri by Sonal Atha : 111199529

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