hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Languages
Categories
Featured Books

वीरा हमारी बहादुर मुखिया - 16 By Pooja Singh

रांगा के कहने पर ऊमि उस पुड़िया को लेकर वहां से चली जाती हैं .....इधर इशिता अपने रूम में बैठी कुछ सोच ही रही थी तभी निराली जी उसके रुम का डोर नाॅक होता है लेकिन किसी ख्यालों में खो...

Read Free

एहिवात - भाग 27 By नंदलाल मणि त्रिपाठी

इंस्पेक्टर जागीर सिंह जोगट ने जगबीर सिंह से कहा ठीक है आपका लड़का मिल गया ईश्वर ने चाहा तो जल्दी स्वस्थ हो जाएगा अच्छा अब मुझे चलने की इजाज़त दिजिए सम्भव है कोई और माँ बाप अपने बच्चे...

Read Free

एक थी नचनिया - भाग(३९) By Saroj Verma

इधर ये सब रामखिलावन और मोरमुकुट सिंह ने नहीं सोचा था कि जुझार सिंह ऐसा कुछ करेगा,इसलिए ऐसी बात उन सभी के दिमाग़ में नहीं आई और तीसरी रात को ही पानकुँवर कस्तूरी को अस्पताल के बगीचे म...

Read Free

प्यार की अर्जियां - 19 By Mini

संदीप : " मेरी शादी के दिन कुमावत हाऊस में सुहागरात था बेबे को पता चला तो गुस्से में आई और बोल पड़ी ,ये कि गल हे ,, सानू कर वीच रस्मे करावगा हूण इथे सुहागरात मनावगा ये गल पसंद न मै...

Read Free

अन्धायुग और नारी - भाग(४८) By Saroj Verma

उन्होंने हमारा इलाज किया और हम बिलकुल ठीक हो गए वे लगातार दो चार दिन हमें देखने हवेली आएँ और आखिरी दिन उन्होंने हमसे कहा.... "ख़ालाजान! अब आप बिलकुल ठीक हैं,अब आपको मेरे इलाज की जरू...

Read Free

आत्मनिर्भरता By Dr. Pradeep Kumar Sharma

आत्मनिर्भरता सेठ किरोड़ीमल कई फैक्ट्रियों के मालिक थे। ईश्वर की कृपा से उन्हें पैसों की कोई कमी नहीं थी। यही कारण है कि वे अपने कर्मचारियों को पर्याप्त वेतन, भत्ते और सुविधाएं देते...

Read Free

मुझे न्याय चाहिए - भाग 2 By Pallavi Saxena

रेणु ने कहा पर माँ ...! पर वर कुछ नहीं, रख ले. वहाँ तू अकेली जा रही हैं, 'सुना है परदेस में बिना पैसे के कोई पानी भी नहीं पूछता' तो जरूरत तो पड़ेगी ना बेटा. मैंने जोड़कर रखे थे देख आ...

Read Free

गुलाबो - भाग 18 By Neerja Pandey

भाग 18जगत रानी रज्जो को बांझ समझती थी। पर इस तरह सामने से कभी बांझ का संबोधन नही दिया था। सास जगत रानी के आदेश पर गुलाबो ने जेठानी रज्जो के हाथ से भोग की थाली ले ली। गुलाबो के भोग...

Read Free

Social Media ( एक खतरनाक जाल ) By Stylish Aishwarya

कहानी एक रचना है जिसमें जीवन के किसी एक अंग या किसी एक मनोभाव को प्रदर्शित करना ही लेखक का उद्देश्य रहता है। लेकिन आज की ये कहानी किसी और की नही लेकिन मेरी खुद की आप बीती है जिसको...

Read Free

नारी शक्ति के नौ रूप By नंदलाल मणि त्रिपाठी

नारी शक्ति के नौ रूपों कि आराधना नौरात एवं वर्तमान में भारत में नारी का यथार्थ -किसी भी युग या समाज के अस्तित्व कि कल्पना ही नही की जा सकती है ब्रह्म भी बिना नारी शक्ति के अधूरा है...

Read Free

आत्मरक्षा By Dr. Pradeep Kumar Sharma

आत्मरक्षा दुबली-पतली 22 वर्षीया रेशमा एम.ए. फायनल ईयर की एक होनहार स्टूडेंट थी। पढ़ाई-लिखाई ही नहीं, अच्छे व्यवहार और खूबसूरती में भी वह अपने कॉलेज में नंबर वन थी। कुछ महीने पहले ही...

Read Free

एक बेटी के लिए क्या होते हैं पिता ..... By Purnima Kaushik

एक बेटी जब इस दुनिया में जन्म लेती है तो सबसे अधिक खुशी, उसके पिता को होती है। बेटी का जन्म होने पर एक पिता अपनी बेटी सबसे पहले गोद में उठाना चाहता है। अपनी नन्हीं सी जान के लिए वह...

Read Free

कुलटा By Vishram Goswami

                             गर्मियों की छुट्टियों में जब मैं अक्सर मेरे घर पर होता था रात्रि भोजन के पश्चात करीब 8:00 बजे टहलने एक पार्क को निकल जाता था, जो मेरे घर से करीब एक किम...

Read Free

नारी गौरव By नंदलाल मणि त्रिपाठी

पंडित जमुना प्रसाद लखीसराय गांव के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में माने जाते थे लखीसराय वैसे भी धनाढ्य और विद्वत लोंगो का गांव था गांव में सभी जाति के लोग थे जोअपने परिश्रम से साक्षर शिक...

Read Free

वह सिसकती रही By नंदलाल मणि त्रिपाठी

भोपाल भारत के मशहूर शहरों में शुमार अपनी विशिष्ट विशेषताओं के लिये मशहूर भोपाल अपनी खूबसूरती प्राकृतिक सुंदरता के लिये जाना जाता है अमूमन यहां के लोग शांति प्रिय और भारत की सांस्कृ...

Read Free

वीरा हमारी बहादुर मुखिया - 16 By Pooja Singh

रांगा के कहने पर ऊमि उस पुड़िया को लेकर वहां से चली जाती हैं .....इधर इशिता अपने रूम में बैठी कुछ सोच ही रही थी तभी निराली जी उसके रुम का डोर नाॅक होता है लेकिन किसी ख्यालों में खो...

Read Free

एहिवात - भाग 27 By नंदलाल मणि त्रिपाठी

इंस्पेक्टर जागीर सिंह जोगट ने जगबीर सिंह से कहा ठीक है आपका लड़का मिल गया ईश्वर ने चाहा तो जल्दी स्वस्थ हो जाएगा अच्छा अब मुझे चलने की इजाज़त दिजिए सम्भव है कोई और माँ बाप अपने बच्चे...

Read Free

एक थी नचनिया - भाग(३९) By Saroj Verma

इधर ये सब रामखिलावन और मोरमुकुट सिंह ने नहीं सोचा था कि जुझार सिंह ऐसा कुछ करेगा,इसलिए ऐसी बात उन सभी के दिमाग़ में नहीं आई और तीसरी रात को ही पानकुँवर कस्तूरी को अस्पताल के बगीचे म...

Read Free

प्यार की अर्जियां - 19 By Mini

संदीप : " मेरी शादी के दिन कुमावत हाऊस में सुहागरात था बेबे को पता चला तो गुस्से में आई और बोल पड़ी ,ये कि गल हे ,, सानू कर वीच रस्मे करावगा हूण इथे सुहागरात मनावगा ये गल पसंद न मै...

Read Free

अन्धायुग और नारी - भाग(४८) By Saroj Verma

उन्होंने हमारा इलाज किया और हम बिलकुल ठीक हो गए वे लगातार दो चार दिन हमें देखने हवेली आएँ और आखिरी दिन उन्होंने हमसे कहा.... "ख़ालाजान! अब आप बिलकुल ठीक हैं,अब आपको मेरे इलाज की जरू...

Read Free

आत्मनिर्भरता By Dr. Pradeep Kumar Sharma

आत्मनिर्भरता सेठ किरोड़ीमल कई फैक्ट्रियों के मालिक थे। ईश्वर की कृपा से उन्हें पैसों की कोई कमी नहीं थी। यही कारण है कि वे अपने कर्मचारियों को पर्याप्त वेतन, भत्ते और सुविधाएं देते...

Read Free

मुझे न्याय चाहिए - भाग 2 By Pallavi Saxena

रेणु ने कहा पर माँ ...! पर वर कुछ नहीं, रख ले. वहाँ तू अकेली जा रही हैं, 'सुना है परदेस में बिना पैसे के कोई पानी भी नहीं पूछता' तो जरूरत तो पड़ेगी ना बेटा. मैंने जोड़कर रखे थे देख आ...

Read Free

गुलाबो - भाग 18 By Neerja Pandey

भाग 18जगत रानी रज्जो को बांझ समझती थी। पर इस तरह सामने से कभी बांझ का संबोधन नही दिया था। सास जगत रानी के आदेश पर गुलाबो ने जेठानी रज्जो के हाथ से भोग की थाली ले ली। गुलाबो के भोग...

Read Free

Social Media ( एक खतरनाक जाल ) By Stylish Aishwarya

कहानी एक रचना है जिसमें जीवन के किसी एक अंग या किसी एक मनोभाव को प्रदर्शित करना ही लेखक का उद्देश्य रहता है। लेकिन आज की ये कहानी किसी और की नही लेकिन मेरी खुद की आप बीती है जिसको...

Read Free

नारी शक्ति के नौ रूप By नंदलाल मणि त्रिपाठी

नारी शक्ति के नौ रूपों कि आराधना नौरात एवं वर्तमान में भारत में नारी का यथार्थ -किसी भी युग या समाज के अस्तित्व कि कल्पना ही नही की जा सकती है ब्रह्म भी बिना नारी शक्ति के अधूरा है...

Read Free

आत्मरक्षा By Dr. Pradeep Kumar Sharma

आत्मरक्षा दुबली-पतली 22 वर्षीया रेशमा एम.ए. फायनल ईयर की एक होनहार स्टूडेंट थी। पढ़ाई-लिखाई ही नहीं, अच्छे व्यवहार और खूबसूरती में भी वह अपने कॉलेज में नंबर वन थी। कुछ महीने पहले ही...

Read Free

एक बेटी के लिए क्या होते हैं पिता ..... By Purnima Kaushik

एक बेटी जब इस दुनिया में जन्म लेती है तो सबसे अधिक खुशी, उसके पिता को होती है। बेटी का जन्म होने पर एक पिता अपनी बेटी सबसे पहले गोद में उठाना चाहता है। अपनी नन्हीं सी जान के लिए वह...

Read Free

कुलटा By Vishram Goswami

                             गर्मियों की छुट्टियों में जब मैं अक्सर मेरे घर पर होता था रात्रि भोजन के पश्चात करीब 8:00 बजे टहलने एक पार्क को निकल जाता था, जो मेरे घर से करीब एक किम...

Read Free

नारी गौरव By नंदलाल मणि त्रिपाठी

पंडित जमुना प्रसाद लखीसराय गांव के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में माने जाते थे लखीसराय वैसे भी धनाढ्य और विद्वत लोंगो का गांव था गांव में सभी जाति के लोग थे जोअपने परिश्रम से साक्षर शिक...

Read Free

वह सिसकती रही By नंदलाल मणि त्रिपाठी

भोपाल भारत के मशहूर शहरों में शुमार अपनी विशिष्ट विशेषताओं के लिये मशहूर भोपाल अपनी खूबसूरती प्राकृतिक सुंदरता के लिये जाना जाता है अमूमन यहां के लोग शांति प्रिय और भारत की सांस्कृ...

Read Free