hindi Best Biography Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Biography in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures...Read More


Languages
Categories
Featured Books
  • प्रफुल्ल कथा - 18

    आकाशवाणी की अपनी सेवा में दो बार कार्यक्रम अधिकारी के रुप में मैं आकाशवाणी लखनऊ...

  • श्री विभीषणजी

    सकृदेव प्रपन्नाय तवास्मीति च याचते। अभयं सर्वभूतेभ्यो ददाम्येतद् व्रतं मम॥* शरणा...

  • श्री प्रह्लादजी

    स उत्तमश्लोकपदारविन्दयोनिषेवयाकिञ्चनसङ्गलब्धया । तन्वन् परां निर्वृतिमात्मनो मुह...

संत श्रीपीपा By Renu

भक्तवर श्री पीपा जी पहले भवानी देवी के भक्त थे। मुक्ति माँगने के लिये आपने देवी का ध्यान किया, देवी ने प्रत्यक्ष दर्शन देकर सत्य बात कही कि मुक्ति देने की शक्ति मुझमें नहीं है, वह...

Read Free

प्रफुल्ल कथा - 18 By Prafulla Kumar Tripathi

आकाशवाणी की अपनी सेवा में दो बार कार्यक्रम अधिकारी के रुप में मैं आकाशवाणी लखनऊ में नियुक्त था। एक बार 1992से 1993तक लगभग एक साल और दूसरी बार 2003से 2013 में अपने रिटायरमेंट तक। दो...

Read Free

महावीर लचित बड़फूकन - पार्ट - 7 By Mohan Dhama

जब रामसिंह का लिखा पत्र पेलान फूकन को मिला तो उसी समय उसने वह पत्र लाकर राजा को दिया । पत्र पढ़कर राजा आगबबूला हो गया। उसने तुरंत लचित को वापस बुलाकर इस बात की पूरी जाँच करनी चाही।...

Read Free

नाभदास जी - भक्तमाल के रचियता श्री नाभादास जी By Renu

श्रीनाभाजी का जन्म प्रशंसनीय हनुमान-वंश में हुआ था। आश्चर्यजनक एक नयी बात यह जानिये कि ये जन्म से ही नेत्रहीन थे। जब इनकी आयु पाँच वर्ष की हुई, उसी समय अकाल के दुःख से दुःखित माता...

Read Free

बालिपुत्र अंगद By Renu

वनवासके समय भगवती जानकीका अन्वेषण करते हुए मर्यादापुरुषोत्तम ऋष्यमूकपर पहुँचे। वहाँ उन्होंने सुग्रीव से मित्रता की। सुग्रीव का पक्ष लेकर उन्होंने वानरराज बालि को मारा। मरते समय बाल...

Read Free

असमर्थों का बल समर्थ रामदास - भाग 21 By ՏᎪᎠᎻᎪᏙᏆ ՏOΝᎪᎡᏦᎪᎡ ⸙

दासबोध ग्रंथ – अल्प परिचयमन, बुद्धि और शक्ति (शारीरिक सामर्थ्य ) का महत्त्व जानकर समर्थ रामदास ने तत्कालीन समाज को क्रियाशीलता का मंत्र दिया। आजीवन समाज को एकसंघ और कर्मनिष्ठ बनाने...

Read Free

टेगोर साक्षात्कार By Yashvant Kothari

मैं अपने परिवेश के प्रति बहुत ही सतर्क रहता हूं ! -रवीन्द्रनाथ टेगौर . . सर्व श्री बनारसीदास चतुर्वेदी, सुदर्शन, चंद्रगुप्त विद्यालंकार तथा श्रीमती सत्यवती देवी ने रवींद्रनाथ ठाकुर...

Read Free

 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम By संदीप सिंह (ईशू)

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी की पुण्यतिथी पर विशेष... आज हम देशवासियों के बेहद प्रिय #भारत_रत्न, #मिसाइलमैन व #जनप्रिय_राष्ट्रपति स्व. एपीजे अब्दुल कलाम जी को उनकी पुण्यतिथि पर सादर नम...

Read Free

सम्राट् राजेंद्र चोल प्रथम By Mohan Dhama

दक्षिण भारत में उदय होनेवाले राजवंशों में चोल राजवंश का प्रमुख स्थान है। इस वंश का उदय नवीं शताब्दी में हुआ तथा इसके अंतर्गत एक विशाल साम्राज्य की स्थापना हुई। इस वंश के पराक्रमी श...

Read Free

श्री विभीषणजी By Renu

सकृदेव प्रपन्नाय तवास्मीति च याचते। अभयं सर्वभूतेभ्यो ददाम्येतद् व्रतं मम॥* शरणागति के ज्वलन्त उदाहरण श्रीविभीषण जी हैं। ये राक्षस वंश में उत्पन्न होकर भी वैष्णवाग्रगण्य बने । पुलस...

Read Free

भूली बिसरी खट्टी मीठी यादें30 By Kishanlal Sharma

1974इस वर्ष में दो महत्वपूर्ण घटनाओं की वजह से यह साल याद हैपहला इस साल रेलवे की हड़ताल हुई थी।इस हड़ताल की subghat काफी समय पहले ही शुरू हो गयी थी।रेलवे में 2 मान्यता प्राप्त यूनियन...

Read Free

श्री प्रह्लादजी By Renu

स उत्तमश्लोकपदारविन्दयोनिषेवयाकिञ्चनसङ्गलब्धया । तन्वन् परां निर्वृतिमात्मनो मुहुदुःसङ्गदीनान्यमनःशमं व्यधात्॥ (श्रीमद्भा० ७।४।४२) दैत्यराज हिरण्यकशिपु के चार पुत्र थे। उनमें प्रह्...

Read Free

रामदास हनुमान By Arun

राम दूत और रुद्र के अवतार, हनुमान को प्रणाम, जो समूचे ब्रह्मांड के आकार के हो सकते थे जिनके पास अद्भुत शक्तियाँ थीं, जो शानदार कारनामे कर सकते थे, जिनके पास अविश्‍वसनीय बल था, और ज...

Read Free

गगन--तुम ही तुम हो मेरे जीवन मे - 16 By Kishanlal Sharma

सन1974 में पत्नी गर्भवती हो गयी थी।मैने उसे लेडी लॉयल अस्पताल में दिखाया था।आगरा में औरतों के लिए वो अच्छा अस्पताल माना जाता था।फिर जैसा अस्पताल समय देते हम दिखाने के लिए जाते थे।उ...

Read Free

हम्मीर देव चौहान By Mohan Dhama

हम्मीर देव चौहान रणथम्भौर के अंतिम चौहान राजा थे। उन्हें मुसलिम कालक्रमों और शाब्दिक साहित्य में हमीर देव के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने रणथम्भौर पर 1282 से 1301 तक राज्य किय...

Read Free

पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट By Mohan Dhama

बाजीराव बल्लाल का जन्म 18 अगस्त, 1700 ई. में पेशवा बालाजी विश्वनाथ के यहाँ हुआ था। वे उनके ज्येष्ठ पुत्र थे। 1720 ई. में बालाजी विश्वनाथ के निधन के पश्चात 19 वर्ष की आयु में उन्हें...

Read Free

Mirror Image Man Of Hindustan By Piyush Goel

These are the Lines which always Motivate Piyush Goelमैथिलीशरण गुप्तनर न निराश करो मन को नर न निराश करो मन को कुछ काम करो, कुछ काम करो जग में रहकर कुछ नाम करोRobert FrostThe woods...

Read Free

कैसे कितने सांप मिले कैसे कितनी सीढ़ियां By Prafulla Kumar Tripathi

मेरे पाठकों , मैं इस समय अपनी उम्र की सत्तरवीं सीढ़ी पर पहुँच चुका हूँ | अब सब कुछ समेटने का समय आ चला है तो उन सभी का शुक्रिया अदा करना भी अपना धर्म बनता है जिन कुछ लोगों ने मुझे स...

Read Free

नमन शत शत नमन By Prafulla Kumar Tripathi

nआज हम जिस मुकाम पर पहुँच चुके हैं उस मुकाम तक पहुंचने में जाने अनजाने कितने संगी साथियों का"ज्ञात-अज्ञात "योगदान रहा है ।"ज्ञात-अज्ञात "विशेषण मैनें जान बूझकर इसलिए जोड़ा है क्यों...

Read Free

मेरे माथे का चंदन By Prafulla Kumar Tripathi

कोई क्यों लिखता है ? अगर वह नहीं लिखता तो क्या हो जाता ? या कि , लिखना उसका व्यसन है ,शौक है ,अनिवार्यता है , प्रतिबद्धता है ,उसकी उँगलियों , उसके विचार या भावनाओं की खुजली है ? ये...

Read Free

हनुमान : एक अद्‌भुत व्यक्तित्व By ՏᎪᎠᎻᎪᏙᏆ ՏOΝᎪᎡᏦᎪᎡ ⸙

हनुमान भारतीय चेतना के एक अद्‌भुत पात्र हैं या यूँ कह लीजिए कि एक विलक्षण नायक हैं। विशाल ग्रंथ ‘रामचरितमानस’ में कई चरित्र हैं। श्रीराम के साथ-साथ उनके पिता दशरथ जी हैं, तो उनके ग...

Read Free

श्री गरुड़जी By Renu

प्रजापति दक्षकी तेरह कन्याएँ महर्षि कश्यपसे ब्याही गयी थीं, इनमेंसे कद्रू और विनता पुत्र-कामनासे बड़े अनुरागपूर्वक पतिकी सेवा करने लगीं। सेवासे सन्तुष्ट महर्षि कश्यपने जब दोनोंको म...

Read Free

महाराणा कुंभा By Mohan Dhama

महाराणा कुंभा सन् 1433 से 1468 तक मेवाड़ के राजा थे। महाराणा कुंभा का भारत के राजाओं में बहुत ऊँचा स्थान है। उनसे पूर्व राजपूत केवल अपनी स्वतंत्रता की जहाँ-तहाँ रक्षा कर सके थे, कु...

Read Free

संत श्रीपीपा By Renu

भक्तवर श्री पीपा जी पहले भवानी देवी के भक्त थे। मुक्ति माँगने के लिये आपने देवी का ध्यान किया, देवी ने प्रत्यक्ष दर्शन देकर सत्य बात कही कि मुक्ति देने की शक्ति मुझमें नहीं है, वह...

Read Free

प्रफुल्ल कथा - 18 By Prafulla Kumar Tripathi

आकाशवाणी की अपनी सेवा में दो बार कार्यक्रम अधिकारी के रुप में मैं आकाशवाणी लखनऊ में नियुक्त था। एक बार 1992से 1993तक लगभग एक साल और दूसरी बार 2003से 2013 में अपने रिटायरमेंट तक। दो...

Read Free

महावीर लचित बड़फूकन - पार्ट - 7 By Mohan Dhama

जब रामसिंह का लिखा पत्र पेलान फूकन को मिला तो उसी समय उसने वह पत्र लाकर राजा को दिया । पत्र पढ़कर राजा आगबबूला हो गया। उसने तुरंत लचित को वापस बुलाकर इस बात की पूरी जाँच करनी चाही।...

Read Free

नाभदास जी - भक्तमाल के रचियता श्री नाभादास जी By Renu

श्रीनाभाजी का जन्म प्रशंसनीय हनुमान-वंश में हुआ था। आश्चर्यजनक एक नयी बात यह जानिये कि ये जन्म से ही नेत्रहीन थे। जब इनकी आयु पाँच वर्ष की हुई, उसी समय अकाल के दुःख से दुःखित माता...

Read Free

बालिपुत्र अंगद By Renu

वनवासके समय भगवती जानकीका अन्वेषण करते हुए मर्यादापुरुषोत्तम ऋष्यमूकपर पहुँचे। वहाँ उन्होंने सुग्रीव से मित्रता की। सुग्रीव का पक्ष लेकर उन्होंने वानरराज बालि को मारा। मरते समय बाल...

Read Free

असमर्थों का बल समर्थ रामदास - भाग 21 By ՏᎪᎠᎻᎪᏙᏆ ՏOΝᎪᎡᏦᎪᎡ ⸙

दासबोध ग्रंथ – अल्प परिचयमन, बुद्धि और शक्ति (शारीरिक सामर्थ्य ) का महत्त्व जानकर समर्थ रामदास ने तत्कालीन समाज को क्रियाशीलता का मंत्र दिया। आजीवन समाज को एकसंघ और कर्मनिष्ठ बनाने...

Read Free

टेगोर साक्षात्कार By Yashvant Kothari

मैं अपने परिवेश के प्रति बहुत ही सतर्क रहता हूं ! -रवीन्द्रनाथ टेगौर . . सर्व श्री बनारसीदास चतुर्वेदी, सुदर्शन, चंद्रगुप्त विद्यालंकार तथा श्रीमती सत्यवती देवी ने रवींद्रनाथ ठाकुर...

Read Free

 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम By संदीप सिंह (ईशू)

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी की पुण्यतिथी पर विशेष... आज हम देशवासियों के बेहद प्रिय #भारत_रत्न, #मिसाइलमैन व #जनप्रिय_राष्ट्रपति स्व. एपीजे अब्दुल कलाम जी को उनकी पुण्यतिथि पर सादर नम...

Read Free

सम्राट् राजेंद्र चोल प्रथम By Mohan Dhama

दक्षिण भारत में उदय होनेवाले राजवंशों में चोल राजवंश का प्रमुख स्थान है। इस वंश का उदय नवीं शताब्दी में हुआ तथा इसके अंतर्गत एक विशाल साम्राज्य की स्थापना हुई। इस वंश के पराक्रमी श...

Read Free

श्री विभीषणजी By Renu

सकृदेव प्रपन्नाय तवास्मीति च याचते। अभयं सर्वभूतेभ्यो ददाम्येतद् व्रतं मम॥* शरणागति के ज्वलन्त उदाहरण श्रीविभीषण जी हैं। ये राक्षस वंश में उत्पन्न होकर भी वैष्णवाग्रगण्य बने । पुलस...

Read Free

भूली बिसरी खट्टी मीठी यादें30 By Kishanlal Sharma

1974इस वर्ष में दो महत्वपूर्ण घटनाओं की वजह से यह साल याद हैपहला इस साल रेलवे की हड़ताल हुई थी।इस हड़ताल की subghat काफी समय पहले ही शुरू हो गयी थी।रेलवे में 2 मान्यता प्राप्त यूनियन...

Read Free

श्री प्रह्लादजी By Renu

स उत्तमश्लोकपदारविन्दयोनिषेवयाकिञ्चनसङ्गलब्धया । तन्वन् परां निर्वृतिमात्मनो मुहुदुःसङ्गदीनान्यमनःशमं व्यधात्॥ (श्रीमद्भा० ७।४।४२) दैत्यराज हिरण्यकशिपु के चार पुत्र थे। उनमें प्रह्...

Read Free

रामदास हनुमान By Arun

राम दूत और रुद्र के अवतार, हनुमान को प्रणाम, जो समूचे ब्रह्मांड के आकार के हो सकते थे जिनके पास अद्भुत शक्तियाँ थीं, जो शानदार कारनामे कर सकते थे, जिनके पास अविश्‍वसनीय बल था, और ज...

Read Free

गगन--तुम ही तुम हो मेरे जीवन मे - 16 By Kishanlal Sharma

सन1974 में पत्नी गर्भवती हो गयी थी।मैने उसे लेडी लॉयल अस्पताल में दिखाया था।आगरा में औरतों के लिए वो अच्छा अस्पताल माना जाता था।फिर जैसा अस्पताल समय देते हम दिखाने के लिए जाते थे।उ...

Read Free

हम्मीर देव चौहान By Mohan Dhama

हम्मीर देव चौहान रणथम्भौर के अंतिम चौहान राजा थे। उन्हें मुसलिम कालक्रमों और शाब्दिक साहित्य में हमीर देव के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने रणथम्भौर पर 1282 से 1301 तक राज्य किय...

Read Free

पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट By Mohan Dhama

बाजीराव बल्लाल का जन्म 18 अगस्त, 1700 ई. में पेशवा बालाजी विश्वनाथ के यहाँ हुआ था। वे उनके ज्येष्ठ पुत्र थे। 1720 ई. में बालाजी विश्वनाथ के निधन के पश्चात 19 वर्ष की आयु में उन्हें...

Read Free

Mirror Image Man Of Hindustan By Piyush Goel

These are the Lines which always Motivate Piyush Goelमैथिलीशरण गुप्तनर न निराश करो मन को नर न निराश करो मन को कुछ काम करो, कुछ काम करो जग में रहकर कुछ नाम करोRobert FrostThe woods...

Read Free

कैसे कितने सांप मिले कैसे कितनी सीढ़ियां By Prafulla Kumar Tripathi

मेरे पाठकों , मैं इस समय अपनी उम्र की सत्तरवीं सीढ़ी पर पहुँच चुका हूँ | अब सब कुछ समेटने का समय आ चला है तो उन सभी का शुक्रिया अदा करना भी अपना धर्म बनता है जिन कुछ लोगों ने मुझे स...

Read Free

नमन शत शत नमन By Prafulla Kumar Tripathi

nआज हम जिस मुकाम पर पहुँच चुके हैं उस मुकाम तक पहुंचने में जाने अनजाने कितने संगी साथियों का"ज्ञात-अज्ञात "योगदान रहा है ।"ज्ञात-अज्ञात "विशेषण मैनें जान बूझकर इसलिए जोड़ा है क्यों...

Read Free

मेरे माथे का चंदन By Prafulla Kumar Tripathi

कोई क्यों लिखता है ? अगर वह नहीं लिखता तो क्या हो जाता ? या कि , लिखना उसका व्यसन है ,शौक है ,अनिवार्यता है , प्रतिबद्धता है ,उसकी उँगलियों , उसके विचार या भावनाओं की खुजली है ? ये...

Read Free

हनुमान : एक अद्‌भुत व्यक्तित्व By ՏᎪᎠᎻᎪᏙᏆ ՏOΝᎪᎡᏦᎪᎡ ⸙

हनुमान भारतीय चेतना के एक अद्‌भुत पात्र हैं या यूँ कह लीजिए कि एक विलक्षण नायक हैं। विशाल ग्रंथ ‘रामचरितमानस’ में कई चरित्र हैं। श्रीराम के साथ-साथ उनके पिता दशरथ जी हैं, तो उनके ग...

Read Free

श्री गरुड़जी By Renu

प्रजापति दक्षकी तेरह कन्याएँ महर्षि कश्यपसे ब्याही गयी थीं, इनमेंसे कद्रू और विनता पुत्र-कामनासे बड़े अनुरागपूर्वक पतिकी सेवा करने लगीं। सेवासे सन्तुष्ट महर्षि कश्यपने जब दोनोंको म...

Read Free

महाराणा कुंभा By Mohan Dhama

महाराणा कुंभा सन् 1433 से 1468 तक मेवाड़ के राजा थे। महाराणा कुंभा का भारत के राजाओं में बहुत ऊँचा स्थान है। उनसे पूर्व राजपूत केवल अपनी स्वतंत्रता की जहाँ-तहाँ रक्षा कर सके थे, कु...

Read Free