Quotes by रिषभ सिंह ”रिषी” in Bitesapp read free

रिषभ सिंह ”रिषी”

रिषभ सिंह ”रिषी”

@xzvrprtz7785.mb


तुम तो कहती थी ..
हर शाम तुम्हारा इंतजार करेंगे..!!

अब बतायो...???

क्या तुम्हारे शहर में..
अब शाम नही होती..??

इंसान की सबसे बड़ी हार ,
तब हो जाती है...
जब उसे पता चलता है...
जिसे वो सबकुछ समझता था,,,
उसके लिए हम कुछ भी नही है...
केवल इस्तेमाल की वस्तु मात्र है...!!

रिषी.💔

Read More

रख लो आइनें हजार,
अपनी तसल्ली के लिए..
पर सच के लिए तो,
आँखें मिलानी ही पड़ेगी..!!

रिषी.💗

ए शीशे, ए सपने, ए रिश्ते, ए दिल... किसे क्या खबर,,, कहां टूट जाए..💔

रिषी...

🌧️बरसात गिरी और कानों में इतना कह गई कि....!! गर्मी कभी किसी की नही रहती..💧💧
रिषी..

पत्तों सी होती है,, कई रिश्तों की उम्र..!! आज हरे---🌿 कल सूखे---🍂

रिषी..

थमती नही जिंदगी.. कभी किसी के बिना,, जीना आ गया.. अब,उसके बिना..!!

रिषी..

उसका मुस्कुराना,
उसका हंसना,
उसका खिलखिलाना,
और बार-बार मुझे कहना,
ओए..मेरा दिवाना,
मेरा साथ हरदम निभाना..!
रिषभ

Read More

क्रुद्ध हो रही गंगा मैया,
हमलोगो के पाप से..!
तीव्र धार अवरूद्ध हो रही,
प्रदूषण के पाप से..!!