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तेरे बिन मेरी हर खुशियां अधूरी है तू ही सोच तू मेरे लिए कितना जरूरी है -Vinny sharma
रिश्ते बनाना इतना आसान है जैसे मिट्टी पर मिट्टी से मिट्टी लिखना लेकिन रिश्ते निभाना उतना ही मुश्किल है जैसे पानी पर पानी से पानी लिखना -Vinny sharma
नसीब में कुछ रिश्ते अधूरे ही लिखे होते हैं लेकिन उनकी यादें बहुत खूबसूरत होती है -Vinny sharma
कुछ लम्हे कभी नहीं गुज़रते कुछ रातें कभी नहीं कटती कुछ एहसास कभी नहीं मरते कुछ दरारें कभी नहीं भरती कुछ वादे कभी नहीं मुकरते कुछ उम्रे कभी नहीं घटती कुछ जख़्म कभी नहीं भरते कुछ यादें कभी नहीं मिटती
उसकी आरज़ू अब खो गयी है,खामोशियों की आदत सी हो गयी है,न शिकवा रहा न शिकायत किसी से,बस एक मोहब्बत है,जो इन तन्हाइयों से हो गई है। -Vinny sharma
उन्होंने वक़्त समझकर गुज़ार दिया हमको.. और हम.. उनको ज़िन्दगी समझकर आज भी जी रहे हैं. -Vinny sharma
उसका वादा भी अजीब था.. कि जिन्दगी भर साथ निभायेंगे, मैंने भी ये नहीं पूछा कि, मोहब्बत के साथ,या यादोंके साथ..!! -Vinny sharma
बात ना करने से "मोहब्बत" कम नहीं हो जाती बस दिलों की दूरियां बढ़ने लगती हैं और प्यार की डोर धीरे_धीरे कमजोर हो जाती है -Vinny sharma
ना जाने क्यों तुझे देखने के बाद भी। तुझे ही देखने की चाहत रहती है।। -Vinny sharma
तुम कौन हो …? तुम जरूरत हो, ख्वाहिश हो, आदत हो या हो कोई कमजोरी, जो भी हो इस बदले अंदाज़ का राज हो तुम, इस मुस्कान के पीछे नाम हो तुम, मेरा इंतज़ार मेरा ख्वाब हो तुम।। तुम वो किताब हो जिसे सीने से लगा, बंद आँखों से मै पढती हूँ , तुम वो आवाज़ हो जिसको अपनी धड़कन में मै अब सुनती हूँ, तुम्हारी बेकरारी को इन साँसों में महसूस करता हूँ, तुम आँखों में हो और फिर भी अपने हर पल में तुम्हें दूंढ़ती हूँ … मेरी उलझन को जो सुलझाये वो डोर हो तुम, मेरे शब्द मेरे बोल हो तुम, मुझे नहीं पता कि कैसी आदत कैसी जरूरत हो तुम, मै खुश हूँ की मेरे सिर्फ मेरे हो तुम।।
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