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खुशबू बनकर गुलों से उड़ा करते हैं, धुआं बनकर पर्वतों से उड़ा करते हैं, ये कैंचियाँ खाक हमें उड़ने से रोकेगी, हम परों से नहीं हौसलों से उड़ा करते हैं। -Vijay vaghani
जिस तरह से जन्म के बाद पूरी दुनिया बधाई देती है पर एक मां को ही पता होता है कि उसे बच्चे को जन्म देने में कितनी कठिनाइयां देखी है, उसी तरह जिंदगी में कामयाब होते हैं तब सब आपको बधाई देते हैं पर वो आपको ही पता है कि इसे पाने के लिए आपने कितना दर्द सहा, कितनी ठोकरें खाई।
"अच्छे समय से ज्यादा, अच्छे इंसान के साथ रिश्ता रखो.... अच्छा इंसान अच्छा समय ला सकता है, लेकिन अच्छा समय अच्छा इंसान नहीं ला सकता. -Vijay vaghani
न कोई कठनाई न कोई तकलीफ, तो क्या मज़ा है जीने में, बड़े बड़े तूफान थम जाते है, जब आग लगी हो सीने में। -Vijay vaghani
हमेशा मनुष्य को परछाई और आईने की तरह दोस्त बनाने चाहिए, क्योंकि परछाई कभी साथ नही छोड़ती और आईना कभी झूठ नही बोलता। -Vijay vaghani
मनुष्य को हमेशा मौका नही ढूंढना चाहिये, क्योंकि जो आज है वही सबसे अच्छा मौका है। -Vijay vaghani
” कमज़ोर तब रुकते है जब वो थक जाते है और..विजेता तब रुकते है जब वो जीत जाते है ।” -Vijay vaghani
https://www.matrubharti.com/book/19905721/love-relationship-and-life
કોઈની મદદ કરવાની હરિફાઈ માં દોડજો.. તો જીતી જશો... કારણ કે ત્યાં ખૂબ ઓછા લોકો ભાગ લે છે. -Vijay vaghani
Vijay vaghani લિખિત વાર્તા "મર્ડર ઇન હૈદરાબાદ - ભાગ 1" માતૃભારતી પર ફ્રી માં વાંચો https://www.matrubharti.com/book/19906107/murder-in-hyderabad-part-1
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