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Vijay

Vijay

@vijay5227


विस्तरित संसार का
संझिप्त सार है प्रेम.......
#सार

प्रेम ही आधार
और प्रेम ही सार है।
#सार

#पूछना
मत पूछना हाल-ए-दिल कोई जवाब न आएगा जिस दिन धड़कन समझ गए फिर कोई सवाल ना आएगा!

अजब तेरी कला है
गजब का कलाकार
कभी उठाता नया कागज
जीवन के रंग भरने को
कहीं समेट कर
मिटाता किसी की बहार है
निरंतर चलाता खेल निराला
फैला कर माया का जाल है
उत्कृष्ट तेरी कला है
कलाकार तू बेमिसाल है।


#कला

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वो #कला तो नहीं मेरे अंदर
की रंगों से तेरा एहसास करा दूं
लेकिन अल्फाजों से जरूर तेरी तस्वीर बना दूंगा
और तू यूंही मुस्कुराती रहे हर दम
तेरी मुस्कान को अपनी तकदीर बना लूंगा।
#कला

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शून्य ही अंदर मै बाहर भी शून्य
इंतेज़ार है उस अंक का
जो बड़ा दे मेरा मूल्य
जर हो चुका मान
चेतना भी भी बिक गई
मोल ना मेरा बड़ा
फिर आकर शून्य पर
मेरी कहानी टिक गई।।

#शून्य

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शून्य हो चुका है प्रेम
सुख गई नदी जज्बातों
बस मन में एक तस्वीर रही
दिल की मुलाकातों की।
#शून्य