Quotes by Sushree Mukherjee in Bitesapp read free

Sushree Mukherjee

Sushree Mukherjee

@sushreemukherjee4904
(21)

"जो तू नहीं तो कुछ भी नहीं"
यह कहने सुनने की उमर बीत सी गई।
तब हम दोनों नादान थे,
ज़माने से अनजान थे।
तब में और अब में कितना कुछ बदल गया है,
है न?
अब तो सच में वो नादानी ही लगती है।
जिंदगी न किसी के लिए रुकी है न रुकेगी।
पर एक राज बताऊं?
यकीं करोगे?
दिल के किसी कोने में
मैं आज भी उतनी ही नादान हूँ।

Read More

त्याग का अगर कोई मानवीय रूप होता,
तो वह बिलकुल तुझ सी दिखती, माँ ।
#त्याग

ज़िन्दगी का सफ़र एक पंक्ति में ही लिख देते,
मगर हर मोड़ का ज़िक्र ज़रूरी है।
#पंक्ति

कहा जाता था-
मोहब्बत और जंग में सब जायज़ है।

शायद राजनीति और धर्म को
यों पिछड़ना अच्छा न लगा।

जीतोड़ मेहनत की दोनों ने मिलकर
और आखिर कर कहावत बदल ही डाली।

राजनीति और धर्म में सब जायज़ है।

#मारना

Read More

रूह से रूह का रिश्ता कुछ ऐसा जम गया,
कि खून का गाढ़ापन फीका लगने लगा।

You are
Young,
inexperienced,
immature,
still precious.

They are
Old,
experienced,
mature,
still less precious.

You know why ?
Because
They lack two things
That you have -
Energy and Potential
To grow

#Young

जब डिक्शनरी में देखती हूँ तब अधिकतम मैक्सिमम दिखाई पड़ता है।
पर जब परिस्थितियों पर आँख फेरती हूँ तो अधिक तम दिखाई पड़ता है।
#अधिकतम

Read More

मूर्ख की मूर्खता पर हँसने वाला भी मूर्ख ही होता।
#मूर्ख

सुबह,
जब मेरी तंद्राई सी अँखियाँ
तुझे ढूंढती है,
और मैं
अपनी निद्रालु सी आवाज़ में
तुझे पुकारती हूँ,
और तू
सब काम छोड़कर
मेरे पास आ जाती है।
तब तेरी वो चासनी सी सूरत देखर ही
मैं तरोताज़ा हो जाती हूँ।
तुझ में कुछ ऐसा ही जादू है, माँ।

#निद्रालु

Read More

पता नहीं कितने साल गुज़र गए,
अब तो तेरे चेहरा भी साफ नहीं।
पर तेरे यादों पर मैंने गर्द जमने न दी।