Quotes by Sunita Agarwal in Bitesapp read free

Sunita Agarwal

Sunita Agarwal Matrubharti Verified

@sunita4547
(263)

आइना
दोष औरों के गिनाते रहे तुम
आइना सबको दिखाते रहे तुम
कभी अपने अंदर भी झांक लेते कमियां अपनी भी आंक लेते।
तो दोष औरों के न देख पाते
खुद को अवगुणों से भरा पाते
फिर आइना क्यों देख पाते
क्यों आईने से डर गए तुम ।

Read More

Follow सुनीता अग्रवाल and check out other articles by her on Momspresso.
https://www.momspresso.com/parenting/user/b52d14e7027a47d29fab19cded4cf1fb?utm_source=SPS_Generic_Share&utm_medium=Share_Android

Sunita Agarwal लिखित कहानी "कुंठित" मातृभारती पर फ़्री में पढ़ें
https://www.matrubharti.com/book/19907377/kunthit

Sunita Agarwal लिखित कहानी "निकाह" मातृभारती पर फ़्री में पढ़ें
https://www.matrubharti.com/book/19908551/nikah

Sunita Agarwal लिखित कहानी "नई सुबह" मातृभारती पर फ़्री में पढ़ें
https://www.matrubharti.com/book/19913947/nai-subah

वात्सल्य
ये जिंदगी अब तो छुपा ले मुझे अपने वात्सल्य की शीतल छाँव में
दे दे कुछ सुकून भरी साँसें
मुझसे अब और जंग लड़ी जाती नहीं।

Read More

Sunita Agarwal लिखित कहानी "प्यार का रिश्ता" मातृभारती पर फ़्री में पढ़ें
https://www.matrubharti.com/book/19897190/love-relationship

#स्वादिष्ट
प्रेम से परोसा हुआ सादा भोजन भी स्वादिष्ट पकवान है
अनिच्छा से परोसे हुए
छत्तीस व्यंजन भी जहर समान हैं।

Read More

#मंदिर
उसका पता ढूँढ़ रहा इंसान
मंदिर मस्जिद चर्च गुरुद्वारे
यहाँ वहाँ क्यों ढूंढ़े उसको
वो तो तेरे भीतर प्यारे।

Read More

Sunita Agarwal लिखित कहानी "मनोविकृति" मातृभारती पर फ़्री में पढ़ें
https://www.matrubharti.com/book/19894970/manoviktiti