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उन्हें मुझसे शिकायत है मुझे उनसे शिकायत है शिकायत ही शिकायत में तो हम बर्बाद बैठे हैं Satish Thakur
तुम कब सही थे, ये कोई याद नहीं रखता। तुम कहाँ गलत हो, ये कोई नहीं भूलता। Satish Thakur
तेरी बात को खामोशी से मान लेना, ये भी अंदाज है मेरी नाराज़गी का। -Satish Thakur
रिश्ते दूर तक चलते अगर, नाराजगी की उम्र कम हो। -Satish Thakur
खामोशियां ही बेहतर हैं। शब्दों से लोग 'नाराज़' बहुत होते हैं। Satish Thakur
रेत मुठ्ठी में भरने से क्या फायदा, हाँथ में इस तरह, कुछ बचेगा नहीं। मेरे दिल से जो खेलोगे तुम बार-बार, अबके टूटा जो दिल ये, जुड़ेगा नहीं।। Satish Thakur
दोस्तों आप सभी का धन्यवाद, पिछले काफी समय से मेरी कोई नई रचना नहीं आई पर फिर भी लगातार top 10 में बनाये रखने के लिए आप सभी का हृदय से कोटि-कोटि धन्यबाद। 🙏🙏
आप सभी को शुभ रात्रि, आपकी रात सुकून और आनंददायक हो ।
सतीश ठाकुर -Satish Thakur
रेत मुठ्ठी में भरने से क्या फायदा, हाँथ में इस तरह, कुछ बचेगा नहीं। मेरे दिल से जो खेलोगे तुम बार-बार, अबके टूटा जो दिल ये, जुड़ेगा नहीं।।
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