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Sarika Sangani

Sarika Sangani

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हर बात को व्यक्तिगत तौर पर लेना हमसे बहस करवा देता है। क्यों कोई तुमसे ही कुछ कहेगा? जब तक आपके नाम के साथ बात न की जाए तब तक सारी बातें सर्वसामान्य सबके लिए होती है।यह सोच बिना किसी का दिल दुखाए समस्याओं का हल निकालती है।
- Sarika Sangani

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उसकी तो तुम सुनते भी नहीं,तो समझोगे कहां। फिर खुदही कहते फिरते हो स्त्रियां बड़ी गूढ़ होती है।
- Sarika Sangani
@sanganiwrites

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एक दूसरे से बहुत प्यार है। ये अच्छी बात है। परन्तु किसी एक को अगर अनहद प्यार है तो वह उसके सर्वांगीण विकास लिए घातक तथा दूसरे व्यक्ति के लिए घुटन बन जाता है।
- Sarika Sangani
@sanganiwrites

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બધાના સ્વભાવ એક સરખા નથી હોતા,
નાના મોટા મતભેદો ને મનભેદ સુધી ખેંચવું નહીં. નહીંતર વહેલા મોડા બધા સંબધો તૂટી જશે ને એકલા પડી જવાશે
- Sarika Sangani
@sanganiwrites

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वह अकेले में रोती होगी, तुम कर कभी चिल्ला देती होगी, कभी यूंही उदास होगी। वह मेनोपॉज से गुजर रही होगी।उस वक्त उसे संभाल लेना।कभी उसका हालचाल भी पूछ लेना।प्यार से उसे सहला देना ।वरना फेसबुक, इंस्टाग्राम पे उससे हमदर्दी जताने बहुत से निठल्ले घात लगाए बैठे है ।
- Sarika Sangani
@sanganiwrite

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जितना उसे अकेला करोगे वह उतनीही तुमसे आजाद होती जाएगी। स्त्रियों ने मन की बेड़ियां खुद पहनी होती है।
@sanganiwrites
- Sarika Sangani

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वह उड़ी बेखौफ ,कर लिया शिखर सर
फिर रुक गई ,दो चार कदम वापस मूड गई। वह जानती है उसे स्वीकृति तब ही मिलती है जब वह पीछे हटती है।आखिर औरत जो है।
- Sarika Sangani
@sanganiwtites

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पुरुषप्रधान समाज ने खुदकी सहूलियत के हिसाब से मापदंड बनाए। जिसको स्त्रियोंकीही सुरक्षितता का नाम दिया गया।अत्यधिक सुरक्षितता ने उनको अबला बना दिया ,कुंठित कर दिया वरना ये आसमान तो उनका भी उतनाही था, पर वे उड़ न पाई।
- Sarika Sangani
@sanganiwrites

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सदियों से मन ही मन कुंठित हो रही लड़कियां अब अपने पैरों पर खड़ी होकर अपना खोया सम्मान प्राप्त करना सीख गई है। शायद इसीलिए अब शादी मायने नहीं रखती।
@sanganiwrites
- Sarika Sangani

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किस मंदिर जाऊं मैं,
कौन देव को भजूं मै
मैने तो इन पुस्तकों को साथ लिया है
इन्ही में ब्रह्म को पाया है।
भगवान को क्या जानूंगी मै
अभी इंसान को समझ नहीं पाई हूं।
गीता,बाइबल , कुरान में जीवन का मर्म खोज रही हूं।

- Sarika Sangani

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