Quotes by SADIKOT MUFADDAL 《Mötäbhäï 》 in Bitesapp read free

SADIKOT MUFADDAL 《Mötäbhäï 》

SADIKOT MUFADDAL 《Mötäbhäï 》

@sadikotmufaddalmtbh7428


अपनी *"निंदा"* को भी बड़ी
*"सावधानी"* से *"सुनना"* चाहिए....!

*"कभी कभी"* निंदा भी
*"मनुष्य"* को *"ज़िंदा"* करती है
*"शर्मिंदा"* नही ...!!

Read More

જીવનમાં સફળ થવા માટે
બે વાત યાદ રાખવી,
અપેક્ષાઓને આંખમાં અને
ઇચ્છાઓને માપમાં રાખવી..!

किसी मकसद के लिए खड़े हो तो एक पेड़ की तरह,
और गिरो तो बीज की तरह,
ताकि  दोबारा उग कर उसी मकसद के लिए फिर से जंग कर सको ।।

Read More

કોઈ પણ વ્યક્તિ આપણને બધી સગવડ, સુવિધા અને સંવેદના આપી શકે,

પણ સુખી તો આપણે આપણી જાતે જ થવું પડે!

*रिश्ते तो हमेशा से ही*
*खूबसूरत रहे हैं..*
*दाग तो उनमें उम्मीदें*
*लगाती हैं!

*માણસ ધારદાર એમ જ નથી બનતો...*

*છોલવામાં એના જ કહેવાતા શુભેચ્છકોની કામગીરી લાજવાબ હોય છે...!!*

*કાગળ ઉપર વજન મુકવાથી કાગળ હલતા નથી...*
*-ન્યુટન*

*કાગળ ઉપર વજન મુકવાથી જ કાગળ હલે છે...!!*
*- સરકારી ન્યુટન*

*कल हम भी*
*बारिश में छपाके*
*लगाया करते थे...*
*आज इसी बारिश में*
*कीटाणु देखना सीख गये!!*

*कल बेफिक्र थे कि*
*माँ क्या कहेगी*
*आज बारिश से*
*मोबाइल बचाना सीख गये!!*

*कल दुआ करते थे कि*
*बरसे बेहिसाब*
*तो छुट्टी हो जाए...*
*अब डरते हैं कि रुके ये बारिश*
*कहीं दफ़्तर ना छूट जाये!!*

*किसने कहा कि*
*नहीं आती वो*
*बचपन वाली बारिश...*
*हम ख़ुद अब काग़ज़ की*
*नाव बनाना भूल गए!!*

*बारिश तो अब भी बारिश ही है ऐ यार*
*बस हम अपना ज़माना भूल गये*

Read More

एक समझदार व्यक्ति
को, उम्र भर केवल
एक ही बात से ठगा
जाता है।
"तुम तो समझदार हो
तुम्हें समझना चाहिए

Read More

मसला ये नही की लोग
परवाह क्यों नहीं करते,
मुद्दा ये है के हमें
उनसे इतनी उम्मीद क्यों है !