Quotes by Rushil Dodiya in Bitesapp read free

Rushil Dodiya

Rushil Dodiya

@rushil043411


ना ज़मीं देखी थी ना आसमान देखा था..

मां की गोद में थे तो हमने चांद देखा था..


- ऋषिल

ये यादें ना जाएगी हम से तुम्हारी...
ऐसे बंधे है के न टूटेगी डोर हमारी...
बाहों में आ साथिया ऐसे तू...

- ऋषिल

पहले तो स्याही मेरी रात थी
और कागज़ मेरे दिन ओ दरख़्त
उसी के साये में रहता था
अब जब मैं उन्हीं से मुखातिब हूँ
मैं ऐसा कुछ कह न दूं कि वो परेशान हो जाए

Read More

झगड़ना मेरा ये तुम से था
के तुम मेरे या हम तेरे हो गए

rdodiya

દૂર શું ને નજીક શું
હંમેશ અને કદીક શું

મહોબત કેમ થાય ?
શીખવશો તો શિખશું

જગથી લડી લઈશું
પ્રેમમાં હવે બીક શું

પૂછો તો જણાવીએ
બાકી બધું ઠીક શું

ગમ જેવું તો કઈ નથી
દર્દ થશે તો ચિખશું

- rushil

Read More

सूरज का नाश्ता गर्म गर्म है
मुंह न जल जाए देखो
चांद की मटकी में है ठंडा पानी
घट घट पी लो

- rushil

Sanam Ke Dar Pe Nikle Jaan Sanam Ke Dar Pe Dam Nikle
Sanam Ke Dar Se Nikle Hum To Nikla Ye Vaham Nikle

सनम के दर पे निकले जां सनम के दर पे दम निकले,
सनम के दर से निकले हम तो निकला ये वहम निकले

- rushil

Read More

झगड़ना मेरा ये तुम से था
के तुम मेरे या हम तेरे हो गए

- rushil

हम ने तुम को बस चाहा तो दुनिया के गम भूले
दुनिया के गम भूले
आंखें जैसे सागर नदिया झील के रंग में धूले
झील के रंग में धूले

अटकनी सी ये दीवारें
कह रही है अब तो हारे
जानम सब तोड़ आयेंगे

मुश्किलों की चढ़ती ढलती
अंगारों सी राह में जलती
मोड़ के चंदा जायेंगे

हम ने तुम को बस चाहा तो....

Read More