The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
वक़्त के उस हिस्से का, हमारे तुम्हारे अलबेले किस्से का, होता कुछ और ही अंजाम, अगर बया किया होता मैने, अपने दिल का पैगाम।
ख्वाब तुम्हारा हो जाने का , कुछ, इस तरह अधूरा छूट गया। जैसे किसी मुसाफिर का , पथ उससे हो रूठ गया।
सफर खुद से रूबरू होने का, कुछ इस तरह पूरा किया हमने, मंज़िल तो हासिल हुई, लेकिन हमसफ़र पीछे छूट गया।
चलो इस बेरंग दुनिया में, कुछ सतरंगी फूल खिलाते हैं। हम तुम साथ मिलकर , ज़िन्दगी का नया गीत गुनगुनाते हैं।
ए प्रियतम मेरे अंतर्मन के स्वरो में, गूंज रही तुम्हारी ही वाणी, ह्रदय हो रहा आतुर , सुनने को मिलन की आकाशवाणी। अब रहने भी दो , मत खेलो, आंख -मिचौली का ये खेल। मुझको खुद में शामिल कर लो, नील गगन में जैसे मेघ। ए प्रियतम, प्रतीक्षा हो चुकी बहुत अब , खुद को तुम में अर्पित कर दू, मैं मीरा , तुम वासुदेव।
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser