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Pushpendra Kumar Patel

Pushpendra Kumar Patel Matrubharti Verified

@pushpendrakumarpatel5058
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वो इश्क था या भद्दा मजाक तो नही
क्योंकि अब जिन्दगी के ख़्वाब भी
भद्दे से हो गये हैं
#भद्दा

माना अप्रचलित सा है मेरे मनाने का ढंग
पर तुम्हारी नाराजगी को दिल से महसूस कर लेते हैं
#अप्रचलित

मुस्कुराते देखा है उन्हे महफिल मे
शायद वो बेखबर है हमारे दर्द से
#बेख़बर

तेरी यादों मे खोया हुँ इस कदर
हो चला मै जमाने से बेखबर
#बेख़बर

अक्सर तौलते हैं तुम्हे
दिल के तराजू पर
और हर बार तुम्हारा पलड़ा भारी हो जाता है

खामोश रहूँ तो बेवफा न समझना
वक्त आने पर सारे वादे निभा दूँगा