Quotes by Paresh Nakrani in Bitesapp read free

Paresh Nakrani

Paresh Nakrani

@pareshnakrani


Love you My Jan

निगाहें इस कदर कातिल कि उफ उफ, अदाएँ इस कदर प्यारी कि तोबा। सुभान अल्ला ...!!

आँखों में नज़र आती है होंठो से महक जाती है ? लाख छुपाओ मोहब्बत को ?? मगर अदाओं से छलक जाती है..!!

शारीरिक और आर्थिक प्रगति के लिए

सुबह के दोस्त बढाओ????‍♀

और

रात के दोस्त कम करो ??

ऐसा उपदेश सुनकर गंभीरतापूर्वक चिंतन किया और एक निर्णय लिया...
.
.
.
.
.
रात वाले दोस्तों के साथ
सुबह तक बैठना है
?

Read More

?अदा से , इशारे से , युँ प्यार जता जाना.. लाज़मी था ,, सनम तेरा दिल मे ,, यू समा जाना...?

Read More

ये शान-ओ-शौकत-ए-आलम, सदा किसी की नहीं,,,



चिराग #सबके बुझेंगे, #हवा किसी की नहीं....!!!