The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
Ishq Sukoon Bhi Bohot deta hai Agar sahi insaan se sachchi Mohobbat ho to ❤️😘
कागज़ कभी भी रोते नहीं है...। लेकिन वो इंसान को रूला ज़रूर देते हैं...। चाहे वो Love latter हो, Result हो या फिर Medical Report... ~परेश डांगरे
मार्ग तो पूरी दुनिया दिखायेंगी पर उस मार्ग पे केसे कब चलना हैं। यह हमे तय करना हैं। क्योंकि आगे हमे बढ़ना है दुनिया को नहीं।। ~परेश डांगरे
मैंने शब्दों में जज़्बात लिखें तूने शब्दों का बस अर्थ समझा ।। ~परेश डांगरे
ठहर कर कभी, सूरज देखता ही नहीं तभी रोज़ शाम संवरती है, उसके लिए. ~परेश डांगरे
‘मीठा झूठ’ बोलने से अच्छा है ‘कड़वा सच’ बोला जाए.. इससे आपको ‘सच्चे दुश्मन’ जरुर मिलेंगे लेकिन ‘झूठे दोस्त’ नहीं! ~परेश डांगरे
शब्द ही जीवन को अर्थ दे जाते है, और, शब्द ही जीवन में अनर्थ कर जाते है. ~परेश डांगरे
कागज़ पे तो अदालत के फैसले मंजूर हो ते है... हमने तो तेरी आंखों के फैसले को मंजूर किया !! ~परेश डांगरे
सूरज की फ़िक्र है कि अंधेरा कहीं ना हो और रात अमावस को लिये घूम रही है. ~परेश डांगरे
चढ़ते सूरज के पुजारी तो लाखों हैं साहब... डूबते वक्त हमने सूरज को भी तन्हा देखा है. ~परेश डांगरे
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser