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बस..!! थोडी हवायें बदलने की देर है, बुखार मौसम का हो या ईश्क़ का, उतर ही जाता है। -अनु...🍁🍁
फिरसे धडकन बढा गई, फिरसे दिवाना बना गई, जिसे ढूंडा दरबदर वो खुद मेरे दर पे आ गई। -अनु...🍁🍁
आज एक और बहस हम उनसे हार गये, आज एक बार फिर हमने उनको जित लिया। अनु...🍁🍁
सच्चा प्यार हो, कहाँ आसान है? जो आसानीसे हो, क्या वो सच्चा प्यार है? -अनु...🍁🍁
मै क्या सवाल करू उससे, हरकतो ने उसके जवाब दे दिया। -अनु...🍁🍁
अहसास वो कुछ अलग थे, बिन कहे जो हमने समझे थे। -अनु...🍁🍁
कितने घाव दिल पे हुये, लेकीन तेरा इंतजार आज भी है। अनु...🍁🍁
कितना सुकून था उस दर्द मे, जब प्यार किया था मैने। अनु...🍁🍁 Like, follow and share if u like the shayari..
नादानियाँ झलकती थी उसकी आदतों से, मैं खुद हैरान हूँ की, मुझे इश्क़ हुआ कैसे। अनु...🍁🍁
"खडी हूं उस मोड पे, जहाँ तुझसे मुलाकात नही होती सच कहते है लोग, सच्चे प्यार की मंजिल नही होती..!" -अनु...🍁🍁
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