Quotes by Alone Soul in Bitesapp read free

Alone Soul

Alone Soul Matrubharti Verified

@njali7362
(105)

अपने शहर जाने के लिए शहर जाने की जरूरत नहीं होती गालिब उसको महक हमतक खुद ही पूछ जाती हैं
- Alone Soul

मेरे जीवन के कुछ ऐसे अंधेरे भी है जहां में खुद भी जाना पसंद नहीं करूंगी

अब तो त्योहार पर बिना नौकरी के जाने को मन भी नहीं करता गालिब

तुम मुझे इसी लिए नहीं समझ पाए शायद
तुमको चाहने वाले ज्यादा थे मेरे पास सिर्फ तुम
- Alone Soul

तुम मुझे इसी लिए नहीं समझ पाए शायद
तुमको चाहने वाले ज्यादा थे मेरे पास सिर्फ तुम

बिना रूलम के अब निकला नहीं जाता गालिब से
ये आशु बिना बुलाए ही गिर जाते हैं
कभी अन्तर्द्वंद की घबराहट से
तो कभी उसके अंदर के खोखलेपान में
ये आशु गिर ही जाते है

Read More

https://www.matrubharti.com/book/19963705/sukha-patta-1
read my new book share your review