The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
उसने कहा कॉफी पियोगे मैंने कहा नही मुझे चाय पसंद है उसने चाय और कॉफी मिलाकर बनाई अब ना वो चाय थी ना कॉफी उसकी ऐसी जिद हैरानी और प्यार से भरती थी मुझे। *** उसने कहा चाय पीते वक्त आवाज़ बहुत करते हो तुम मैंने कहा हां आदत है फिर उसने कहा ये आदत कभी मत छोड़ना चाहे मै भी कहूँ। *** उसने कहा रुमाल क्यों नहीं रखते तुम मैंने कहा आदत नही है उसने कहा हर वक्त मेरे पास कॉटन का दुपट्टा नही होता है आदत बदल लो अपनी। *** उसने कहा फोन क्यों नही रिसीव करते तुम मैनें कहा वाइब्रेशन मोड पर था उसने कहा ये मोड बदलों जल्दी फोन को रखों रिंगिंग मोड पर और खुद को वाइब्रेशन मोड पर आजकल तुम्हें महसूस नही कर पा रही हूँ मैं। *** उसने कहा कंधे झुकाकर क्यों चलतें हो मैंने कहा कद की वजह से उसने कहा कद हद पद की परवाह मत किया करों परवाह ही करनी है तो मेरी गर्दन की करों जो तुम्हारी वजह से हमेशा ऊंची रहती है। *** उसने कहा बहुत कम बोलते हो इतना चुप रहना अच्छा नही होता मैंने कहा ऐसा ही हूँ मै उसने कहा ऐसे ही रहना हमेशा तुम्हें बदलना नही तुम्हारे संग संवरना चाहती हूँ मैं। *** उसने कहा बाल बहुत छोटे रखते हो फौज़ में भर्ती होने का कोई अधूरा सपना है क्या मैंने कहा नही लम्बें बाल पसन्द नही है उसने अनमना होकर कहा कभी दुसरे की पसंद का भी ख्याल रखना चाहिए तुम्हें। *** उसने कहा तुम इतने बोरडम से क्यों भरे रहते हो मैंने कहा भरा हुआ ही तो हूँ खाली तो नही हूँ उदास होकर वो बोली थोड़ी जगह खाली करों मुझे आना है अभी इसी वक्त। *** उसने कहा मुझसे कभी मत मिलना आज के बाद मैंने कहा ठीक है जैसी तुम्हारी मर्जी वो गुस्सें में भी हंस पड़ी और बोली मेरी मर्जी की परवाह करने वाले से एक बार तो मिलना ही पड़ेगा.....
*ना फिसलो इस उम्मीद में, कि कोई तुम्हें उठा लेगा,* *सोच कर मत डूबो दरिया में, कि तुम्हें कोई बचा लेगा,* *ये दुनिया तो एक अड्डा है तमाशबीनों का* *अगर देखा तुम्हें मुसीबत में, तो हर कोई यहां मज़ा लेगा* * ✍ *
दो कदम चलकर अक्सर हम रुक जाया करते है , क्यों इंतजार रहता है उनका, जो राह में छोड़कर चले जाया करते है।।
क़ाश!!! नासमझी में ही बीत जाए सारी ज़िन्दगी, समझदारी ने तो बहुत कुछ छीन लिया...!!
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser