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Title: "आख़िरी मुलाक़ात 💔" वो आज भी उसी टेबल पर बैठी थी। कैफ़े में वही पुराना गाना बज रहा था , “तुम थे, पर क्यों नहीं थे...” नीली ड्रेस पहनी थी उसने। वो जो आरव ने उसे पहली बार गिफ्ट की थी, उस शाम... जब उसने कांपते हुए कहा था,"तुमसे मोहब्बत हो गई है।" चार साल बाद आज आरव आया था — लेकिन उसकी आँखों में अपना अक्स नहीं था।उसके हाथ में एक इनविटेशन था,“मेरी शादी है… तुम आओगी तो,मुझे ख़ुशी होगी।” वो मुस्कुराई।हाँ... मुस्कुराई, जैसे कुछ महसूस ही नहीं हुआ।पर उसके अंदर?कुछ ऐसा टूटा जो आवाज़ नहीं करता। बस साँस रोक देता है। आरव चला गया।डोरबेल की तरह वो इनविटेशन टेबल पर छोड़ गया। वो देर तक उसे देखती रही, फिर धीरे से उसे मोमबत्ती की लौ में जला दिया। और खुद?वहीं बैठी रही, कॉफ़ी में घुली राख पीते हुए। “कभी-कभी मोहब्बत जीतती नहीं… सिर्फ़ ज़िंदा रहती है।” by: Neha Jha ✍️
Title: "आईना" (1 minute story) रवि ने नए अपार्टमेंट में कदम रखा तो सबसे पहले उसकी नज़र बेडरूम के कोने में रखे पुराने आईने पर पड़ी। आईना ज़मीन से छत तक ऊँचा था, और उस पर हल्की सी धुंध जमी थी। अजीब बात ये थी कि बाकी सब चीज़ें मकान मालिक ने हटा दी थीं, बस ये आईना छोड़ दिया गया था। रात को जब रवि सोने गया, तो आईने में हलचल सी दिखी। उसने झांक कर देखा—आईने में उसका अक्स मुस्कुरा रहा था, जबकि वो खुद डर से कांप रहा था। अचानक, आईने वाला रवि पलटा और कमरे से बाहर चला गया... लेकिन असली रवि वहीं खड़ा रह गया—आईने के अंदर, चीखता हुआ। "आईना मत देखना... कहीं तुम भी अंदर ना रह जाओ।💀🤫" by: Neha Jha
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