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नास्तिक नहीं हूं मैं,ना ही की आस्तिक हूं मैं इन्सान के साथ इन्सानियत रखनेवाला एक इंसान हूं मैं ।। नरेन्द्र परमार ✍️
ऐ बंदर तो काफ़ी समझदार लगते हैं जो समझदार इंसान को भी ईसारो में समझानें की कोशिश करते हैं ।। नरेन्द्र परमार ✍️
ऐ पागलपन का दोहरा भी अजीब-सा होता है इतना सबकुछ होते हुए भी मेरे इश्क़ का अभी तक भूत उतरता नहीं है ।। नरेन्द्र परमार ✍️
नए साल में वो फ़िर से समझौता करने आ गई ! मुझे लगता है कि वो फ़िर से अपना विष उगलने आ गई ।। नरेन्द्र परमार ✍️
बदलते वक्त में इश्क़ भी मौसम की तरह बदल गया निगाहें उसकी पहले जैसी ही थी सिर्फ वक्त हिसाब से सोचने का तरीका उसका बदल गया ।। नरेन्द्र परमार ✍️
हर किसी को मसहोरा देने में माहिर हो आप फ़िर भी में सच कहूं तो अपने दिमाग से पैदल हों आप ।। नरेन्द्र परमार ✍️
आजकल लड़कियां शेर शायरी से पट जाती है ज़्यादा तो कूंच नहीं लड़कों शायरी में उसके तारीफ़ के पुल बांधने पड़ते हैं ।। नरेन्द्र परमार ✍️
यूंही तो हम तन्हा रहेते है कभी कभी तो हम बहुत ही खुश रहेते है ! 🤣 अरे यार हम तो ऐसे ही इंसान हैं😁 कभी कभी हम गिरगिट तरह रंग भी बदलते हैं ।।😩 नरेन्द्र परमार ✍️
नए साल में छोटी बड़ी ग़लती हुई है तो ??? माफ़ करना भी जरूरी है ! अरे यार अभी तक नहीं समझें आप लोग ??? थोड़ा थोड़ा मुस्कुराना भी ज़रूरी है ।। 😄🤣🤣🤣 😄 जय श्री राधे कृष्णा 🙏 नरेन्द्र परमार ✍️
भारत में रहने वाले सभी भाइयों बहनों,दादा दादी और छोटे बड़े बच्चों को नए साल कि हार्दिक शुभकामनाएं, आप सभी आजीवन हंसते मुस्कुराते रहे एसी में और मेरे परिवार की तरफ़ से भगवान से प्रार्थना करता हूं ।। हैप्पी न्यू ईयर 🍱 नरेन्द्र परमार 🙏
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