The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
जाने कभी गुलाब लगती हे जाने कभी शबाब लगती हे तेरी आखें ही हमें बहारों का ख्बाब लगती हे में पिए रहु या न पिए रहु, लड़खड़ाकर ही चलता हु क्योकि तेरी गली कि हवा ही मुझे शराब लगती हे ??????? बेपना मोहबतें -
सब कुछ मिला सुकून की दौलत न मिली; एक तुझको भूल जाने की मोहलत न मिली; करने को बहुत काम थे अपने लिए मगर; हमको तेरे ख्याल से कभी फुर्सत न मिली।???? बेपना मोहबतें -
माखन चुराकर जिसने खाया, बंसी बजाकर जिसने नचाया, ख़ुशी मनाओ उसके जन्म की, जिसने दुनिया को प्रेम सिखाया। कृष्ण जन्माष्टमी की शुभ कामनायें!
वो मोर मुकुट, वो है नंद लाला, वो मुरली मनोहर, बृज का ग्वाला, वो माखन चोर, वो बंसी वाला, खुशियां मनायें उसके जन्म की, जो है इस जग का रखवाला। कृष्ण जन्माष्टमी की शुभ कामनायें!
दर्द की महफ़िल में एक शेयर हम भी अर्ज़ किया करते हैं; न किसी से मरहम न, दुआओं कि उम्मीद किया करते हैं; कई चेहरे लेकर लोग यहाँ जिया करते हैं; हम इन आँसुओं को एक चेहरे के लिए पिया करते हैं|
हर खामोशी का मतलब इंकार नहीं होता; हर नाकामयाबी का मतलब हार नहीं होता; तो क्या हुआ अगर हम तुम्हें न पा सके; सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता!
कोई खुशियों की चाह में रोया कोई दुखों की पनाह में रोया.. अजीब सिलसिला हैं ये ज़िंदगी का.. कोई भरोसे के लिए रोया.. कोई भरोसा कर के रोया.. ??????? बेपना मोहबतें -
बिन बताये उसने ना जाने क्यों ये दूरी कर दी; बिछड़ के उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी; मेरे मुकद्दर में ग़म आये तो क्या हुआ; खुदा ने उसकी ख्वाहिश तो पूरी कर दी।
चुराकर दिल मेरा वो बेखबर से बैठे हैं; मिलाते नहीं नज़र हमसे अब शर्मा कर बैठे हैं; देख कर हमको छुपा लेते हैं मुँह आँचल में अपना; अब घबरा रहे हैं कि वो क्या कर बैठे हैं।
हुआ जब इश्क़ का एहसास उन्हें; आकर वो पास हमारे सारा दिन रोते रहे; हम भी निकले खुदगर्ज़ इतने यारो कि; ओढ़ कर कफ़न, आँखें बंद करके सोते रहे।
Copyright © 2024, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser