Quotes by jagrut Patel pij in Bitesapp read free

jagrut Patel pij

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@jagrutpatel1479


यूँ तो हंगामे उठाते फिरे दीवाना-ए-इश्क़..
मगर मेहरबानी को मोहब्बत नहीं कहते जाँना..

मैं दरियाँ होकर उसकी प्यास में खोया रहा..
मुझे मालूम था शराब,सराब का मतलब

हमको उठना तो मुँह अँधेरे था
मगर एक ख्वाब हमकों घेरे था

मेरे होने में अपना कुछ ना था शरीक
मेरी आँखें भी खुली थी उसे देखने को

चाहत में किसी की अब सुकून ना मिले
पानी बहोत मिले उस सी प्यास ना मिले

क्या हुआ है क्या कहे जा रहे है
दिल दरियाँ हुआ है बहे जा रहे है

सदा तेरी तिलस्मी है शरारा तेरी नज़र
हम ठहरे शरीफ़ बात बिगाड़े तेरी नज़र

मुद्दत हुई हादसा-ए-इश्क़ को लेकिन,
अब तक तेरे दिल की धड़कन याद है...

શબ્દની ક્યાં સૃષ્ટિ ને,
શબ્દે શબ્દે સૃષ્ટિ સર્જન..!

धूल गयी है रूह दिल को ये एहसास मगर,
चंद लम्हें ही सही उसके साथ तो गुज़रे..