Quotes by Apurv Adarsh in Bitesapp read free

Apurv Adarsh

Apurv Adarsh

@jadarsh
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लोगों ने तर्क जैसी मूलभूत जरूरी आदत को पीछे छोड़ दिया ।

तुम्हें नहीं पता, तुम्हारे फोन पे आने वाली कॉल तुम्हें क्या समाचार देने वाली है ।

मैं अमर होना चाहता हूं लेकिन सिर्फ़ ये देखने के लिए कि विज्ञान किस हद तक जा सकता है ।

अस्पताल से लाश निकली, लेकिन एक आवाज तक ना हुई,,, शायद लाश के साथ सिर्फ मर्द थे -- निष्ठुर, निर्दयी, पत्थर के ।

जरूरी नहीं हर बार उसे समझाया जाए,
कभी बैठ के उसे सुनना भी जरूरी है ।

हम जिसके लिए पूरी ज़िन्दगी रोज मरते हैं,

आखिर में उसे छोड़ के मरते हैं।

भौतिक सुखों से बाहर निकलना मुश्किल होने पर,
उन्हें सीमित कर देना ही बेहतर होता है ।

मैं सोचता हूं,
क्या शतरंज के माहिर खिलाड़ी को भी जिंदगी में अपनों से मात मिलती होगी ??

संगति के असर का एहसास , संगति छोड़ने के बाद होता है ।

यकीन मानिए आपकी उपलब्धियों पे आपसे भी ज्यादा खुश सिर्फ आपका परिवार हो सकता है ।