Quotes by PRAWIN in Bitesapp read free

PRAWIN

PRAWIN Matrubharti Verified

@ipravinbr
(62)

खुदा जाने की बेवक्त की हवा से,
ज़िंदगी का पल्टा हुआ पन्ना क्या हो......

क्या पता, इक नई कहानी की शुरुआत हो । 📝

May Your Christmas Sparkle With Moments Of Love, Laughter And Goodwill.

Marry Christmas To All Who Are Celebrating. 🎅

Sending LOVE to Everyone Who's Trying Their Best to Heal From Things That They Don't Discuss.

#GoodMorning . 🔆

दिल की बैचेनी को सुकून के धागे में पिरो गई,
आज यह शाम भी जाते जाते कितनी हसीन हो गई ।।

Good Morning 🌞

What We Do....

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What We should Do....

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We run after marks and rote-learn things-the idea of learning is lost.

“Education’s at the heart of the matter. Literacy isn’t enough. It’s good to have a population which is able to read; but infinitely better to have people able to distinguish what’s worth reading.”

Be educated not just literate.

- N. Palkhivala.

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खोया हुआ सा कुछ:

कवि - निदा फ़ाज़ली

"कहीं छत थी, दीवारो-दर थे कहीं
मिला मुझको घर का पता देर से
दिया तो बहुत ज़िन्दगी ने मुझे
मगर जो दिया वो दिया देर से

हुआ न कोई काम मामूल से
गुजारे शबों-रोज़ कुछ इस तरह
कभी चाँद चमका ग़लत वक़्त पर
कभी घर में सूरज उगा देर से

कभी रुक गये राह में बेसबब
कभी वक़्त से पहले घिर आयी शब
हुए बन्द दरवाज़े खुल-खुल के सब
जहाँ भी गया मैं गया देर से

ये सब इत्तिफ़ाक़ात का खेल है
यही है जुदाई, यही मेल है
मैं मुड़-मुड़ के देखा किया दूर तक
बनी वो ख़मोशी, सदा देर से

सजा दिन भी रौशन हुई रात भी
भरे जाम लगराई बरसात भी
रहे साथ कुछ ऐसे हालात भी
जो होना था जल्दी हुआ देर से

भटकती रही यूँ ही हर बन्दगी
मिली न कहीं से कोई रौशनी
छुपा था कहीं भीड़ में आदमी
हुआ मुझमें रौशन ख़ुदा देर से।"

निदा फ़ाज़ली।

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Why So perfect ?

#Evening