Quotes by GANESH TEWARI 'NESH' (NASH) in Bitesapp read free

GANESH TEWARI 'NESH' (NASH)

GANESH TEWARI 'NESH' (NASH)

@ganeshptewarigmail.com064906


वाणी का माधर्य ही. कहलाता है शील। कढ़ुवाहट कटुवचन की. चुभती जैसे कील।। दोहा--271
(नैश के दोहे से उद्धृत)
----गणेश तिवारी 'नैश'

Read More

धर्म मार्ग पर ही चलें, रखें
मृदुल व्यवहार। कूकर-सूकर की‌ तरह‌, जीना है बेकार।।
दोहा--270
(नैश के दोहे से उद्धृत्र)
----गणेश तिवारी 'नैश'

Read More

सत्यमार्ग पर जो चले, बढ़ना उसकी चाह। ज्यों लहरें बढ़ती रहें, इन्हें नहीं परवाह।‌‌‌‌‌‌। दोहा--269
(नैश के दोहे से उद्धृत)
-----गणेश तिवारी 'नैश'

Read More

धर्म पथिक‌ को मिले नहिं, कभी किसी का‌ साथ। निपट अकेला चले वह, प्रभु का उसपर हाथ।। दोहा--268
(नैश के दोहे से उद्धृत)
‌ ----गणेश तिवारी 'नैश'

Read More

युवा आज का वृद्ध से , करे नहीं संवाद। वृद्ध वचन की श्रेष्ठता, ज्यों आमल का स्वाद।। दोहा--267
(नैश के दोहे से उद्धृत)
---गणेश तिवारी 'नैश'

Read More

आहत नर कटु वचन से, करे रात-दिन शोक। मुख के अन्दर इसलिए, इन्हें लीजिए रोक।।
(नैश के दोहे से उद्धृत)
----गणेश तिवारी 'नैश'

Read More

धर्मी पर जन द्वेष कर, करते अत्याचार। कठिनाई आती मगर, धर्मी होता पार।। दोहा--265
(नैश के दोहे से उद्धृत)
----गणेश तिवारी 'नैश'

Read More

चलता है‌ जो धर्म पर, मिले न उसको शोक। देव शक्ति मिलती उसे, वह जाता सुरलोक।।दोहा--264
(नैश के दोहे से उद्धृत)
------गणेश तिवारी 'नैश'

Read More

कपट जगत में जो करे, चले कुटिल की चाल। अंत समय तक वह पुरुष , हो जाता‌ कंगाल।। दोहा--263
(नैश के दोहे से उद्धृत)
-----गणेश तिवारी 'नैश'

Read More

नर समाज का अंंग‌ है, इसे चाहिए साथ। अच्छा साथी मिला यदि, सदा बँटाए हाथ। दोहा--262
(नैश के दोहे से उद्धृत)
------गणेश तिवारी 'नैश'

Read More