Quotes by अनिल जनाली in Bitesapp read free

अनिल जनाली

अनिल जनाली

@dhokhakhokha1858


रामचन्द्र जी कह गये सीया से, ऐसा कलजुग आयेगा, मन्दिर पर ताला होगा,शराब खुले में बिक जायेगा।

प्रशंसा से प्रसन्नता के बजाए सावधान होना ही आपके हित में है। राधे राधे।

इंसानों ने जानवरों को डराने के लिए आग का इस्तेमाल किया ,आज आग जानवरों के हाथ में है.
#दंगा

तुम्हारी राह में मिट्टी के घर नहीं आते ,इसीलिए हम तुम्हें नजर नहीं आते.

जरा सी अस्त-व्यस्त है, लेकिन जिन्दगी!तू जबरदस्त है.

हम अक्सर दूसरे को अपनी निगाह से देखते है पर एक बार उसके निगाह से देखने की कोशिश करें ,देखियेगा समझ बेहतर हो जायेगी.
-जनाली

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हमारी शौक उनकी मौत

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चायनीज मंझे से
भले किसी का मन
बहल जाय,
लेकिन
कोई और है
जिसके उड़ान को
यह मांझा
अपने कब्जे में ले लेती है
और बदले में देती है
हर तड़प
जिसमें मिलती है इन्हें
असहनीय दर्द
इनके
शरीर के कई हिस्सों को
चीर देती है,
कभी गला तो कभी पंख,
तो कभी पैर
तो कभी फटते मुँह से
निकलने लगती है
फव्वारे जैसे खून
कुछ मर जाते हैं
मंझे में गूँथकर
और बन जाती है
उनके लाश की लुगद्दी.

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मन क्या है? मजे मारने वाली मशीन!ये हमेशा अच्छे काम से भागता है.

मानवता ने धर्म को बोया, और धर्म ने अफ़ीम को,इस तरह अफ़ीम ना मानवता का हुआ ना ही धर्म का.
-जनाली

युद्ध मानवता समाप्त होने का चरम है जिसे महत्वाकांक्षा आमन्त्रित करती है....