Quotes by ब्रह्मदत्त उर्फटीटू त्यागी चमरी हापुड़ in Bitesapp read free

ब्रह्मदत्त उर्फटीटू त्यागी चमरी हापुड़

ब्रह्मदत्त उर्फटीटू त्यागी चमरी हापुड़

@brhamduttatyagi3932


शुभ प्रभात मंगलवार ब्रह्मदत्त
त्यागी हापुड़
पावन पवित्र श्री हनुमान चालीसा
पाठ स्तुति-ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
मनोजवं मारुततुल्यवेगमं जितेन्द्रियं
बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं
प्रपद्ये।।
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
परम पावन हनुमान चालीसा पाठ ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि ॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार
बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार ॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर जय कपीस तिहुं लोक
उजागर |
रामदूत अतुलित बल धामा अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ||1||
महाबीर बिक्रम बजरंगी । कुमति निवार सुमति के संगी ॥
कंचन बरन बिराज सुबेसा कानन कुंडल कुंचित केसा ||2||
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै। कांधे मूंज जनेऊ साजे ॥
संकर सुवन केसरीनंदन तेज प्रताप महा जग बन्दन ||3||
विद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर ॥
प्रभुचरित्र सुनिबे को रसिया रामलखन सीतामन बसिया ||
4||
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा बिकटरूप धरि लंकजरावा ॥
भीम रूप धरि असुर संहारे रामचंद्र के काज संवारे ||5||
लाय सजीवन लखन जियाये । श्रीरघुबीर हरषि उर लाये ॥
रघुपतिकीन्ही बहुत बड़ाई। तुममम प्रियभरतहि सम भाई |6||
सहसबदन तुम्हरो जस गावें। अस कहि श्रीपति कंठ लगावें।।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा नारद सारद सहित अहीसा ||7||
जमकुबेर दिगपाल जहांते कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा। राममिलाय राजपद दीन्हा॥8॥
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना। लंकेस्वर भए सब जग जाना ॥
जुगसहस्र जोजन पर भानू लील्यो ताहि मधुर फल जानू ||
9||
प्रभुमुद्रिका मेलिमुख माहीं। जलधि लांधि गये अचरज नाहीं ॥
दुर्गम काज जगत के जेते सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते II10।।
राम दुआरे तुम रखवारे । होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥
सबसुख लहै तुम्हारीसरना। तुम रक्षक काहूको डरना II11 II
आपन तेज सम्हारो आपै । तीनों लोक हांक तें कांपे ॥
भूतपिसाच निकटनहिं आवै। महाबीरजब नामसुनावै ॥12॥
नासे रोग हरे सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥
संकटतें हनुमानछुड़ावै । मनक्रम बचनध्यान जो लावै ||13||
सब पर राम तपस्वी राजा, तिन के काज सकल तुम साजा ॥
औरमनोरथ जो कोईलावै। सोइ अमितजीवन फलपावै ॥ ॥14॥
चारों जुग परताप तुम्हारा, है परसिद्ध जगत उजियारा ॥
साधु-संत के तुम रखवारे । असुर निकंदन राम दुलारे ॥15॥
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता ॥
राम रसायन तुम्हरे पासा सदा रहो रघुपति के दासा ॥16॥
तुम्हरे भजन राम को पावै, जनम-जनम के दुख बिसरावे॥
अन्तकाल रघुबर पुर जाईजहां जन्म हरि-भक्त कहाई॥17॥
और देवता चित्त न धरई। हनुमत से सर्व सुख करई ॥
संकट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥8॥
जै जै जै हनुमान गोसाईं। कृपा करहु गुरुदेव की नाई ॥
जो सत बाट पाठ कर कोई छूटहि बंदि महा सुख होई ॥19॥
जो यह पढ़े हनुमान चालीसा होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥
तुलसीदास सदा हरि चेरा कीजें नाथ हृदय मंह डेरा ||20||
पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप ।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप ॥
इति श्री हनुमान चालीसा पावन पाठ, जय श्री राम जय
बजरंगबली हनुमान - ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
-

-BrhamduttaTyagi Tyagi

Read More

🔔जय श्री गणेशाय नमः🔔
🔱आज का शुभ पंचांग🔱
➖ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़➖ बुधवार 2️⃣1️⃣🔹1️⃣2️⃣🔹2️⃣0️⃣2️⃣2️⃣
बुधवार अर्थात दिसंबर माह की इक्कीस तारीख है अर्थात 21/12/2022
भगवान श्री गणेश जी मंत्र जय श्री गणेशाय नमः..... वक्रतुंड महाकाय सुर्यकोटि समप्रभ! निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व कार्योषु सर्वदा!! ब्रह्मदत्त -गणेश मंत्र ब्रह्मदत्त
गौरा-शिव पुत्र श्री गणेश जी आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
...... आओ जानते हैं आज के पंचांग विषय में ➖ ब्रह्मदत्त
⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️
🚩श्री गणेशाय नम:🚩
📜 दैनिक पंचांग 📜
☀️ २१ दिसम्बर दिन बुधवार सन् २०२२ अर्थात 21/12/2022
☀ 21 - Dec - 2022
☀ Hapur, India
☀️ हापुड़ एवं समस्त देशवासियों को समर्पित है आज का शुभ पंचांग सभी श्री गणेश भक्तों को शुभ बुधवार की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं समस्त गणेश भक्तों की तरफ से आप सभी को
☀ पंचांग बुधवार ब्रह्मदत्त त्यागी एवं सभी भक्तों का भगवान श्री गणेश जी को बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है
🔅 तिथि त्रयोदशी 10:18 PM
🔅 नक्षत्र :
🔱विशाखा 08:33 AM
🔱अनुराधा 08:33 AM
🔅 करण :
🔱गर 11:38 AM
🔱वणिज 11:38 AM
🔅 पक्ष कृष्ण
🔅 योग धृति 09:24 PM
🔅 वार बुधवार
☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ
🔅 सूर्योदय 07:07 AM
🔅 चन्द्रोदय +05:48 AM
🔅 चन्द्र राशि वृश्चिक
🔅 सूर्यास्त 05:26 PM
🔅 चन्द्रास्त 03:22 PM
🔅 ऋतु हेमंत
☀ हिन्दू मास एवं वर्ष
🔅 शक सम्वत 1944 शुभकृत
🔅 कलि सम्वत 5124
🔅 दिन काल 10:18 AM
🔅 विक्रम सम्वत 2079
🔅 मास अमांत मार्गशीर्ष
🔅 मास पूर्णिमांत पौष
☀ शुभ और अशुभ समय
☀ शुभ समय
🔅 अभिजित कोई नहीं
☀ अशुभ समय
🔅 दुष्टमुहूर्त 11:56 AM - 12:37 PM
🔅 कंटक 04:03 PM - 04:44 PM
🔅 यमघण्ट 09:11 AM - 09:52 AM
🔅 राहु काल 12:16 PM - 01:34 PM
🔅 कुलिक 11:56 AM - 12:37 PM
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम 07:48 AM - 08:29 AM
🔅 यमगण्ड 08:24 AM - 09:42 AM
🔅 गुलिक काल 10:59 AM - 12:16 PM
☀ दिशा शूल
🔅 दिशा शूल उत्तर
☀ चन्द्रबल और ताराबल
☀ ताराबल
🔅 भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती
☀ चन्द्रबल
🔅 वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुम्भ
जय श्री गणेशाय नमः ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भगवान श्री गणेश भक्त भगवान श्री गणेश जी को नमन नमस्कार करते हैं

Read More

🔔जय श्री गणेशाय नमः🔔
🔱आज का शुभ पंचांग🔱
➖ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़➖ बृहस्पतिवार 1️⃣5️⃣🔹1️⃣2️⃣🔹2️⃣0️⃣2️⃣2️⃣ वीरवार गुरुवार अर्थात दिसंबर माह की पनद्रहवीं तारीख है अर्थात 15/12/2022 शिव महादेव महाकाल भोलेनाथ शंकर शंभू एवं जगतपालनहार श्री विष्णु आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है है
श्री विष्णु मंत्र ब्रह्मदत्त
जय जय नारायण नारायण हरि हरि तेरी लीला प्रभु न्यारी न्यारी हरि हरि
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
श्री शिव महादेव एवं विष्णु जी आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का...... आओ जानते हैं आज के पंचांग विषय में ➖ ब्रह्मदत्त
🚩श्री गणेशाय नम:🚩
📜 दैनिक पंचांग 📜
☀️ १५ दिसम्बर दिन बृहस्पतिवार वीरवार गुरुवार प्रातः काल भगवान विष्णु आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का सभी विष्णु भक्तों को शुभ बृहस्पतिवार वीरवार गुरुवार की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई
☀ 15 - Dec - 2022
☀ Hapur, India
☀️ हापुड़ एवं समस्त देशवासियों के लिए तैयार आज का शुभ पंचांग
☀ पंचांग शुभ बृहस्पतिवार वीरवार गुरुवार ब्रह्मदत्त
🔅 तिथि सप्तमी +01:42 AM
🔅 नक्षत्र पूर्वा फाल्गुनी पूर्ण रात्रि
🔅 करण :
🔱विष्टि 12:47 PM
🔱बव 12:47 PM
🔅 पक्ष कृष्ण
🔅 योग विश्कुम्भ 07:28 AM
🔅 वार बृहस्पतिवार वीरवार गुरूवार
☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ
🔅 सूर्योदय 07:03 AM
🔅 चन्द्रोदय 11:38 PM
🔅 चन्द्र राशि सिंह
🔅 सूर्यास्त 05:23 PM
🔅 चन्द्रास्त 12:05 PM
🔅 ऋतु हेमंत
☀ हिन्दू मास एवं वर्ष
🔅 शक सम्वत 1944 शुभकृत
🔅 कलि सम्वत 5124
🔅 दिन काल 10:19 AM
🔅 विक्रम सम्वत 2079
🔅 मास अमांत मार्गशीर्ष
🔅 मास पूर्णिमांत पौष
☀ शुभ और अशुभ समय
☀ शुभ समय
🔅 अभिजित 11:53:06 - 12:34:25
☀ अशुभ समय
🔅 दुष्टमुहूर्त 10:30 AM - 11:11 AM
🔅 कंटक 02:38 PM - 03:19 PM
🔅 यमघण्ट 07:45 AM - 08:26 AM
🔅 राहु काल 01:31 PM - 02:48 PM
🔅 कुलिक 10:30 AM - 11:11 AM
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम 04:01 PM - 04:42 PM
🔅 यमगण्ड 07:03 AM - 08:21 AM
🔅 गुलिक काल 09:38 AM - 10:56 AM
☀ दिशा शूल
🔅 दिशा शूल दक्षिण
☀ चन्द्रबल और ताराबल
☀ ताराबल
🔅 अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद
☀ चन्द्रबल
🔅 मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, कुम्भ, मीन
प्रस्तुतकर्ता ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़

Read More

🔔जय श्री गणेशाय नमः🔔
🔱आज का शुभ पंचांग🔱
➖ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़➖ बुधवार 1️⃣4️⃣🔹1️⃣2️⃣🔹2️⃣0️⃣2️⃣2️⃣ बुधवार अर्थात दिसंबर माह की चौदहवीं तारीख है अर्थात 14/12/2022 शिव महादेव महाकाल भोलेनाथ शंकर शंभू के पुत्र श्री गणेश जी का शुभ दिन बुधवार है
श्री गणेश मंत्र ब्रह्मदत्त
वक्रतुंड महाकाय सुर्यकोटि समप्रभ !
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्योषु सर्वदा!!
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
श्री गणेश जी आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का...... आओ जानते हैं आज के पंचांग विषय में ➖ ब्रह्मदत्त
🚩श्री गणेशाय नम:🚩
📜 दैनिक पंचांग 📜
☀️ १४ - दिसम्बर दिन बुधवार सन २०२२
☀ 14 - Dec - 2022
☀ Hapur, India
☀️ हापुड़ एवं समस्त देशवासियों को समर्पित आज का शुभ पंचांग
☀ पंचांग शुभ बुधवार अर्थात 14 दिसम्बर दिन बुधवार सन 2022 सभी श्री गणेश भक्तों को शुभ बुधवार की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं समस्त भक्तों की तरफ से आप सभी को
🔅 तिथि षष्ठी 11:45 PM
🔅 नक्षत्र मघा +05:16 AM
🔅 करण :
🔱गर 10:37 AM
🔱वणिज 10:37 AM
🔅 पक्ष कृष्ण
🔅 योग विश्कुम्भ पूर्ण रात्रि
🔅वार बुधवार जय श्री गणेशाय नमः
☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ
🔅 सूर्योदय 07:03 AM
🔅 चन्द्रोदय 10:44 PM
🔅 चन्द्र राशि सिंह
🔅 सूर्यास्त 05:23 PM
🔅 चन्द्रास्त 11:33 AM
🔅 ऋतु हेमंत
☀ हिन्दू मास एवं वर्ष
🔅 शक सम्वत 1944 शुभकृत
🔅 कलि सम्वत 5124
🔅 दिन काल 10:20 AM
🔅 विक्रम सम्वत 2079
🔅 मास अमांत मार्गशीर्ष
🔅 मास पूर्णिमांत पौष
☀ शुभ और अशुभ समय
☀ शुभ समय
🔅 अभिजित कोई नहीं
☀ अशुभ समय
🔅 दुष्टमुहूर्त 11:52 AM - 12:33 PM
🔅 कंटक 04:00 PM - 04:41 PM
🔅 यमघण्ट 09:07 AM - 09:48 AM
🔅 राहु काल 12:13 PM - 01:30 PM
🔅 कुलिक 11:52 AM - 12:33 PM
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम 07:44 AM - 08:25 AM
🔅 यमगण्ड 08:20 AM - 09:38 AM
🔅 गुलिक काल 10:55 AM - 12:13 PM
☀ दिशा शूल
🔅 दिशा शूल उत्तर
☀ चन्द्रबल और ताराबल
☀ ताराबल
🔅 अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
☀ चन्द्रबल
🔅 मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, कुम्भ, मीन
प्रस्तुतकर्ता ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़

Read More

|| श्री हनुमंत स्तुति |
मनोजवं मारुततुल्यवेगं,
जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम् ।।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं,
श्रीरामदूतं शरणम प्रपद्धे ॥
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
ॐ हं हनुमते नमः
🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱
आरती⚜️आरती⚜️आरती⚜️आरती
🔔🔔🔔🔔🔔🔔🔔🔔🔔🔔
आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ।
जाके बल से गिरवर काँपे ।
रोग-दोष जाके निकट न झाँके ।
अंजनि पुत्र महा बलदाई । संतन
के प्रभु सदा सहाई ।। आरती
दे वीरा रघुनाथ पठाए । लंका
जारि सिया सुधि लाये ॥ लंका सो
कोट समुद्र सी खाई। जात
पवनसुत बार न लाई ।। आरती
लंका जारि असुर संहारे सियाराम
जी के काज सँवारे ॥ लक्ष्मण
मुर्छित पड़े सकारे । लाये संजिवन
प्राण उबारे ।। आरती
पैठि पताल तोरि जमकारे ।
अहिरावण की भुजा उखारे ।।
बाईं भुजा असुर दल मारे । दाहिने
भुजा संतजन तारे ।। आरती
सुर नर मुनि जन आरती उतरें।
जय जय जय हनुमान उचारें ।।
कंचन थार कपूर लौ छाई आरती
करत अंजना माई ।। आरती
जो हनुमानजी की आरती गावे ।
बसहिं बैकुंठ परम पद पावे ।।
लंक विध्वंस किये रघुराई
तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई ||
प्रस्तुतकर्ता ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़

Read More

सभी हनुमान जी एवं शनिदेव जी भक्तों को शुभ संध्या वंदन शनिवार, शनिवार संध्याकाल रात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई
ॐ हं हनुमते नमः- ब्रह्मदत्त
ॐ नीलांजनसमाभासं
रविपुत्रं यमाग्रजम ।
छायामार्तण्डसम्भूतं तं
नमामि शनैश्चरम्

हनुमान जी.... जय जय जय शनिदेव महाराज जी..... आपको संध्या
बारंबार
प्रणाम नमन नमस्कार है
हनुमान जी....... जय जय जय शानदेव महाराज जी...... आपको
संध्या
वंदन
नमन
नमस्कार
संध्याकाल संध्यावंदन
ब्रह्मदत्त त्यागी का नमस्कार स्वीकार करें
"ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़

Read More

मुझे लगा कि ग्रुप मेंबर्स को यह अच्छा लगेगाMata Durga ke Navratri
Shubh Sandhya vandan
Mata Chandraghanta
मां चंद्रघंटा
आरती ब्रह्मदत्त
Shubh Navratri
Shubh Navratri
जय माँ चन्द्रघण्टा सुख धाम आरती देवी चन्द्रघण्टा को समर्पित है। देवी चन्द्रघण्टा माता
पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के तीसरे दिन उनकी पूजा की जाती है। जय
माता पार्वती दुर्गा की जय........
मां दुर्गा के सभी भक्तों को संध्या वंदन की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई ब्रह्मदत्त त्यागी
॥ आरती देवी चन्द्रघण्टा जी की ॥
जय माँ चन्द्रघण्टा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे काम ॥
चन्द्र समाज तू शीतल दाती।
चन्द्र तेज किरणों में समाती॥
मन की मालक मन भाती हो।
चन्द्रघण्टा तुम वर दाती हो ॥
सुन्दर भाव को लाने वाली।
हर संकट में बचाने वाली ॥
हर बुधवार को तुझे ध्याये।
श्रद्दा सहित तो विनय सुनाए ।
मूर्ति चन्द्र आकार बनाए।
सन्मुख घी की ज्योत जलाएं।
शीश झुका कहे मन की बाता।
पूर्ण आस करो जगत दाता॥
कांचीपुर स्थान तुम्हारा।
कर्नाटिका में मान तुम्हारा ॥
नाम तेरा रटू महारानी।
भक्त की रक्षा करो भवानी ॥
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
BrhamduttaTyagi Hapur
प्रस्तुतकर्ता ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़

Read More

मां दुर्गा पार्वती आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का आज माता दुर्गा के तीसरे रूप चंद्रघंटा देवी आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का....... मां दुर्गा के सभी भक्तों को ग़ौरी नन्दन महादेव महाकाल पुत्र श्री गणेश जी को नमन नमस्कार है श्री गणेश एवं मां दुर्गा भक्तों को शुभ बुधवार की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई आज सितंबर माह का 28 वां दिन अर्थात 28/09/2022
तीसरा नवरात्रि मां चंद्रघंटा नवरात्रि पर्व व्रत है । माता चंद्रघंटा देवी के विषय में संपूर्ण जानकारी...... विस्तार पूर्वक ➖ ब्रह्मदत्त
🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️
माता का तीसरा रूप मां चंद्रघंटा शेर पर सवार हैं। दस हाथों में कमल और कमडंल के अलावा अस्त-शस्त्र हैं। माथे पर बना आधा चांद इनकी पहचान है। इस अर्ध चांद की वजह के इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है।
➖➖➖➖🙏➖➖➖➖
मंत्र
➖➖➖➖🙏➖➖➖➖
पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता।।
➖➖➖➖🙏➖➖➖➖
वस्त्र-
➖➖➖➖🙏➖➖➖➖
मां चंद्रघंटा की पूजा में उपासक को सुनहरे या पीले रंग के वस्त्र पहनने चाहिए।
➖➖➖➖🙏➖➖➖➖
पुष्प-
मां को सफेद कमल और पीले गुलाब की माला अर्पण करें।............ ➖ ब्रह्मदत्त
मां दुर्गा को आज किस प्रकार भग भोज अर्पित करें ब्रह्मदत्त त्यागी
भोग-

मां को केसर की खीर और दूध से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए। पंचामृत, चीनी व मिश्री भी मां को अर्पित करनी चाहिए।

मां चंद्रघंटा की करें इन शुभ मुहूर्त-

ब्रह्म मुहूर्त- 04:36 ए एम से 05:24 ए एम।
विजय मुहूर्त- 02:11 पी एम से 02:59 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:59 पी एम से 06:23 पी एम
अमृत काल- 09:12 पी एम से 10:47 पी एम
रवि योग- 05:52 ए एम, सितम्बर 29 से 06:13 ए एम, सितम्बर 29.............. ➖ ब्रह्मदत्त
आज मां दुर्गा के तीसरे रूप चंद्रघंटा देवी की स्तुति करें और मां दुर्गा को अपनी भक्ति भेंट कर मां से आशीर्वाद प्राप्त करें ब्रह्मदत्त ........
तीसरा नवरात्रि पर्व
व्रत सभी भक्तों को शुभ हो मंगलमय हो
ब्रह्मदत्त त्यागी
ॐ गं गणपते नमः जय श्री गणेशाय नमः
-ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़.
श्री गणेश जी मंत्र ब्रह्मदत्त
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ!
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा !!
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़

Read More

द्वितीय नवदुर्गा माँ ब्रह्मचारिणी➖ एवं बजरंगबली हनुमान जी का शुभ दिन मंगलवार है
शास्त्रों में हनुमान जी को शिव का ही अवतार माना गया है➖ ब्रह्मदत्त
या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलू ।
देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा ।।
➖ ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
हनुमान जी मंत्र ➖मनोजवं मारुततुल्यवेगमं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥
.....ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जय माता पार्वती-दुर्गा जय माता भवानी जग कल्याणी आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का, आज मां दुर्गा का दूसरा नवरात्र पर्व है सभी भक्तों को दूसरे नवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं समस्त भक्तों की तरफ से आओ स्तुति करें मां ब्रह्मचारिणी की............
आज शारदीय नवरात्र पर्व में मां दुर्गा के दूसरे रूप से हम परिचित हो रहें हैं अर्थात मां ब्रह्मचारिणी से....ब्रह्मदत्त त्यागी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ब्रह्मचारिणी नवदुर्गा का दूसरा रूप है। इस रूप में, दुर्गा दो भुजाओं वाली, श्वेत वस्त्र धारण करती हैं और एक रुद्राक्ष माला और पवित्र कमंडल धारण करती हैं। वह अत्यधिक पवित्र और शांतिपूर्ण रूप में है या ध्यान में है। दुर्गा का यह रूप सती और पार्वती द्वारा अपने-अपने जन्मों में भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए की गई घोर तपस्या से संबंधित है। महिलाओं द्वारा भारत के विभिन्न हिस्सों में मनाए जाने वाले कुछ सबसे महत्वपूर्ण व्रत ब्रह्मचारिणी की कठोर तपस्या पर आधारित हैं। उन्हें तपस्याचारिणी के नाम से भी जाना जाता है और नवरात्रि के दूसरे दिन उनकी पूजा की जाती है।
ब्रह्मचारिणी का इतिहास
यज्ञ में आत्मदाह करने के बाद, सती ने पर्वत-राजा हिमालय की बेटी के रूप में मैना को जन्म दिया। उनके शुभ लक्षणों को ध्यान में रखते हुए, उन्हें 'पार्वती' नाम दिया गया था। जब वह एक सुंदर युवती के रूप में विकसित हुई, तो आकाशीय ऋषि नारद घूमते हुए राजा हिमालय के दरबार में पहुँचे।
पहाड़ों के भगवान ने नारद का गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद हिमालय और मैना ने ऋषि नारद से उनकी हथेलियों को पढ़कर पार्वती के भविष्य की भविष्यवाणी करने की प्रार्थना की। ऋषि नारद उनके अनुरोध पर सहमत हुए। देवी पार्वती को देखकर, ऋषि नारद खड़े हो गए और उन्हें बड़ी श्रद्धा से प्रणाम किया। ऋषि नारद के इस तरह के असामान्य व्यवहार पर पर्वत-राजा हिमालय और रानी मैना चकित थे।

इस प्रकार देवी पार्वती ने अपनी तपस्या से भगवान शिव को पति के रूप में जन्म दिया। उन्होंने ब्रह्मचारिणी होने की प्रतिष्ठा अर्जित की।
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा तप, त्याग, पुण्य और कुलीनता के लिए अनुकूल है। उनके भक्त शांति और समृद्धि के साथ संपन्न होते हैं।
देवी ब्रह्मचारिणी के लिए मंत्र
Om देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः (इस मंत्र का 108 पाठ)
दधाना कर पदभ्यामक्षमाला कमंडल | देवी प्रसादती माई ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा।
जिसका अर्थ है, हे देवी ब्रह्मचारिणी, जिनके हाथों में माला और कमंडल हैं, मुझ पर कृपा करें ।
जो भक्त भगवान को जानने के लिए उत्सुक है, जो ज्ञान चाहता है, उसे नवरात्रि के दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करनी चाहिए।➖ प्रस्तुतकर्ता ➖ ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़

Read More

प्रथम नवरात्र शैलपुत्री माता का प्रथम पहर ढल चुका है और संध्या काल हो चला है, इस संध्याकाल में सभी माता भक्तों को इस संध्या की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई
प्रथम नवरात्र संध्याकाल संध्या वंदन ब्रह्मदत्त त्यागी
महामृत्युंजय मंत्र ब्रह्मदत्त
ॐ त्र्यंबकम यजामहे सुगंधिम पुष्टि वर्धनम उवारुकमिव बधनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्- ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
मां दुर्गा मंत्र शैलपुत्री मंत्र ➖ ब्रह्मदत्त
वन्दे वांच्छितलाभाय चंद्रार्धकृतशेखराम्‌ । वृषारूढ़ां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्‌ ॥ ➖ ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
मां दुर्गा स्तुति मंत्र ➖ ब्रह्मदत्त
या देवी सर्वभूतेषु
शक्तिरूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै
नमस्तस्यै नमो नमः
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
जय माता पार्वती दुर्गा
जय माता भवानी
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
दुर्गा मां मंत्र ब्रह्मदत्त
सर्वमंगल मांगल्ये सर्व शिवे सर्वार्थ साधिके ।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते ।
प्रस्तुतकर्ता ➖ ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़

Read More