Quotes by Bhoopendra Sharma in Bitesapp read free

Bhoopendra Sharma

Bhoopendra Sharma

@bhoopendrasharma8991


दर्द ए इश्क आशिकी का गहना है
अपनी बेबफाई में इसे बदनाम
क्यों करते हो ।

मुझे आदत नहीं दूसरों के अल्फाज चुराने की
लिखना मेरा शौक नहीं मेरे जीवन का हुनर है

जिंदगी से बडा कोई खेल नहीं
यहाँ अपनों की खुशी के लिए जीती बाजी भी हारनी पडती है

आज मेरी खामोशी मुझसे बोली,जरा मुझे भी हंसा दो
तुझे देख दर्द मुझे भी होता है, अपने लिए न सही मेरे लिए ही मुस्कुरा दो

Read More

मुझे अपने लिए एक यारी चाहिए
वाहन है खाली मेरा एक सवारी चाहिए

भुवन स्वराज उन हैंसलों का नाम है
जो तिनके से तलवार व तलवार से तिनके काम लेता है
हौंसले हैं तो हार कैसी

Read More

है कोई जो मुझे अपना दीवाना बना ले
है कोई जो मुझसे मेरा गम छुडा ले
मुझमें समाने आए अनेकों
है कोई जो मुझको खुद मे समाले

प्यासा हूँ मैं सदियों से शायद
मेरी प्यास सरवर न बुझा पाऐगा
मेरे इश्क दी प्यास बुझाने को
कोई रसदार समंदर आयेगा

मैं वह बिकाऊ फूल नहीं
जो हर दर पर चढ जाएगा
यह चढे शीष पर त्रिभुवि के
या जंगल में मिट जाऐगा

क्या बनी है कोई हीर मेरे लिए
जो मुझपर वारी जाएगी
मुझ सूखे पतझड के मौसम में
इश्क का रंग चढाएगी

है कोई इस जहाँ में क्या
जो मेरा साया बनकर आऐगी
अपनी कदंबिनी बांहो के
झूले पर थपकी मार सुलाएगी

है कोई जो खुद को
मुझ पर फिदा कर पाऐगा
उस प्रेमी की आंखों में
ये भुवन अमिय समाऐगा।


गर हमें पाना इतना आसां होता
तो हमारे दीदार को अश्क खुद न रोता
भुवन/भुवि स्वराज

Read More

राज द्रोह या कर्म मोह किसको गले लगाऊं मैं
मातृभूमि की रक्षा को जीवन अर्पण कर जाऊं मैं