Quotes by Bhanderi Paresh in Bitesapp read free

Bhanderi Paresh

Bhanderi Paresh

@bhanderiparesh7568


*अकेले हम बूँद हैं,*
*मिल जाएं तो सागर हैं।*
*अकेले हम धागा हैं,*
*मिल जाएं तो चादर हैं।*
*अकेले हम कागज हैं,*
*मिल जाएं तो किताब हैं।*
*जीवन का आनन्द मिलजुल कर रहने में ही है*

Read More

*प्रेम और आँसू की...*
*पहचान भले ही अलग*
*अलग हो...!*

*किन्तु दोनों का....*
*गोत्र एक ही है...*

*" हृदय "..!!?*

*तकदीर के खेल से*
*नाराज नहीं होते,*
*जिंदगी में कभी*
*उदास नहीं होते,*
*हाथों किं लक़ीरों पे*
*यक़ीन मत करना*
*तकदीर तो उनकी भी होती हैं,*
*जिन के हाथ ही नहीं होते....*

Read More

*दुनिया वो किताब है,*
*जो कभी नहीं पढी़ जा सकती,*

*लेकिन जमाना वो उस्ताद है,*
*जो सबकुछ सिखा देता है !!*

Happy father's day