Quotes by Mini in Bitesapp read free

Mini

Mini Matrubharti Verified

@bhaminidew78gmail.com221441
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हेलो रीडर्स..

मातृभारती ऐप पर बहुत ग्लीच है हर समय चक्री घुमती है अपने ही कहानी को ओपन करने पर कुछ सेकंड समय लेता है इसलिए मुझे तो बहुत परेशानी होती है , और बाकी लेखकों और पाठकों को ये प्रॉब्लम है कि नहीं मुझे नहीं पता और मैंने बहुत बार मातृभारती पर कंप्लेंट भी किया उन लोगों ने केवल आश्वासन देते आए हैं, इसलिए मेरी स्टोरी रुक रुक कर आ रही है मुझे खेद है !!
यहां के रीडर्स को चाहिए कि जिस भी कहानी को वो पसंद करते हैं बिल्कुल उन पर कमेंट करे और कहानी पर बने रहे लेकिन पाठकों कि निरस्त मोड भी लेखक के कहानी पर पानी फेर देता है यहां बिल्कुल भी आमदनी नहीं है फिर भी लेखकों ने पाठकों के मनोरंजन का ख्याल रख रहे हैं इसलिए पाठक भी समझें और लेखकों को मोटिवेट करें कमेंट के माध्यम से ,एक और बात कोई भी पाठक एक या दो रेटिंग देते हैं जो कि ग़लत है इससे लेखक का मनोबल गिरता है आपको कुछ शिकायत रही कहानी में तो चार या तीन रेटिंग दें
प्लीज़ मेरी बातों को गंभीरता से ले !!

जय श्री कृष्णना 🙏

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My new story "प्रेम अगन Ek contract love" this is hot 🔥 story please read book

हेलो रीडर्स..

Hot romance के जितने भी रीडर्स है वो चाहते हैं कि कहानी का एंडिंग फीका था तो मजेदार कहानी के दूसरी सीजन मैं लेकर आऊंगी दरसअल कहानी अधुरी ही है मुझे रीडर्स के कमेंट और रेटिंग नहीं मिला इसलिए कहानी को बीच में बंद करना पड़ा वाकई में सीजन चाहते हो तो कमेंट जरुर करे
शुभ रात्रि 🙏

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माणिक मल्होत्रा पेपर्स लिया और मुस्कुरा कर कहा " बहुत अच्छा किया इससे पता चलता है कि तुम सिंगिंग के लिए सिरियस हो ,और जब सिरियस हो तो तुम अपनी मेहनत के बुते जल्द ही एक स्टार होगी लोगो के बीच जब तुम्हारी आवाज़ जाएगी तो मिलियनों में फैन फॉलोइंग होगा जिसके दिल पर सिर्फ तुम राज करोगी मिस देसाई,जाओ आराम करो अपने कमरे में और अपने सपनों में ऊंची उड़ान भरो क्योंकि वही हकीकत भी होगा ..!!

अक्षा माणिक मल्होत्रा के बातों से प्रभावित हुई और गुड नाईट विश करके चली गई अपने कमरे में ..!!

माणिक स्टडी रूम में अपने चेयर पर बैठा उन पेपर को देखकर खुशी से चेहरे पर लंबी मुस्कान थी उसके मन में आगे क्या करना है सोचने लगा " अक्षा देसाई अब तुम मेरे मुठ्ठी में कैद हो ,जैसा जैसा मैं कहूं तुम्हें करना होगा और मिस्टर रणविजय रावत तुम्हें ऐसा झटका दूंगा कि तुम कभी अक्षा से मिलने कि ख्वाहिश भी नहीं रखोगे ,अक्षा तुमसे मिलों कि दूरी पर होगी ...

कॉन्ट्रैक्ट मैरिज दिल जिद्दी " का नया भाग

जल्द ही मातृभारती पर

मिनी

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कुछ दिनों से मेरी मातृभारती ऐप में प्रॉब्लम आ रही थी तो मैंने दो चार दिन तक के लिए अन इंस्टॉल कर दिया जब इंस्टॉल किया तो मातृभारती बिल्कुल नई सी आई है , इसमें एक सियापा हो रहा है कहानी के पार्ट अपलोड कर रही हुं तो न्यू स्टोरी जैसा सब कुछ कवर पेज भाषा चयन,वा कहानी के टाइप मांग रहा है इसलिए मैंने कहानी के पार्ट अपलोड करने के लिए मुश्किल हो रही है कम्पलेंट कर दिया है
धन्यवाद 🙏

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आभार आप सभी पाठकों का जिसने मुझे टॉप टेन लेखकों के क्रम संख्या - 2 पर ले आई है
शुक्रिया 🙏🌹❤️

"कॉन्ट्रैक्ट मैरिज दिल जिद्दी "

Coming soon episode

वो जैसे रणविजय को लेडिस सेक्शन में देखी अपने करीब खड़े हुए तो आश्चर्य से आंखें फैल गई और धीरे से बोली झिड़क कर" आप यहां ... फिर रणविजय को कोई ना देख सके इसलिए बहुत से लेडीज अनारकली सूट जिसे वो देख रही थी तो कपड़ों के बीच रणविजय के सीने पर हाथ रखकर धक्का दिया छुपाने के लिए ..

हां मैं.... अब मैंने फैसला कर लिया है हर दिन तुमसे मुलाकात करने कि , रणविजय मुस्कुराते हुए कहा

रणविजय के बात सुनकर अक्षा अपने आसपास देखी दूर खड़ी दो स्टाफ गर्ल आपस में बात करते हुए कपड़ों को तरतीब से मोड़ रही थी तो उसके तरफ से अक्षा राहत महसूस किया फिर अगले ही पल में वो आंखें फैलाकर प्रश्नों के बौछार लगा दी धीरे धीरे आवाज़ में " आप यहां क्यों आए हैं और भी जगह है मिलने के लिए , ऊपर से आज मॉल में भीड़ भी नहीं है आपको यहां मिस्टर माणिक ने देखा तो ठीक नहीं होगा , आप यहां से जाओ ...

रणविजय के एकदम करीब खड़ी थी अक्षा रणविजय तो सिर्फ अक्षा को देख रहा था और उसके हिलते होंठों पर निगाह थी ....

तभी ...

स्टाफ सेल्स गर्ल अक्षा के तरफ आते पूछने लगी " मैम अगर वहां आपके पसंदीदा ड्रेस नहीं मिल रही है तो दूसरे सेक्शन चले ....

अक्षा स्टाफ सेल्स गर्ल को आते देखकर कपड़ों को देखते हुए बोली" नहीं मैं अभी देख रही हुं आप अपना काम कीजिए ,अक्षा एक हाथ से रणविजय को दीवार पर सट दिया था और खुद एक्टिंग कर रही थी कपड़े देखने कि ताकि स्टाफ सेल्स गर्ल को शक ना हो ....

श्रीजी के खिलखिला कर हंसने कि आवाज पास सुनाई दिया तो अक्षा और डर गई और रणविजय के एकदम करीब खड़ी हुई बोलते हुए " प्लीज़ यहां से जाओ माणिक सर सवाल करेंगे तो जवाब नहीं दे पाऊंगी ...!!

रणविजय और अक्षा एक दूसरे के गर्म सांसें महसूस कर रहे थे रणविजय तो खो गया था अक्षा के हिलते और लरजते होंठों पर वो धीरे से अपने दोनों हाथों को अक्षा के कमर पर रखा और अपने से सटा लिया ..

आज पहली बार दोनों इतने करीब थे जहां हवा आने जाने कि गुंजाइश ही नहीं थी

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मातृभारती के सभी पाठकों को बहुत बहुत धन्यवाद 🙏

मैं थोड़ा सा आसमान लिख दूं
या थोड़ी सी जमीन लिख दूं,
थोड़ी सी जिंदगी लिख दूं
या थोड़ी सी गम लिख दूं,
या थोड़ी सी जज्बात उड़ेल दूं
थोड़ी सी फ़िक्र लिख दूं
एक लेखक कि कल्पनाओं का पैमाना ही क्या जो कलम के धार रोक ले....

लेखक के गुस्ताख़ कलम से✍️




#Anything

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"वक्त के किताब के कोरे पन्नों पर
हमारी जिंदगी लिखी है जिसमें
तू वो चांद है जिसकी रौशनी में तेज़ है
मैं वो रात हुं जिसमें अंधेरा ही अंधेरा है....
ओजस राजपुरोहित.....
#Time

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