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Vo jo tumhare shehar ka mausam hai... Har shaam, tumhari tarah mujhse muh fer kar chale jaati hai kya? Vo der raat tak jo tumhare intezar me mein jaagti hu, Vo Chandni tumhe ye Raaz batati hai kya? Khair, raat ki baat jaane hi do, Subah Suraj ki pehli kiran, Tumhe haule se aaj bhi meri hi tarah jagati hai kya???
smile
Do you miss your "sadda adda"? i mean your college day's food junctions? Read my new food blog "Sadda Adda"- Vallabh Vidhyanagar https://www.tripoto.com/trip/sadda-adda-vallabh-vidhyanagar-5e48cbad03cf2 -- Dipan bhatt https://www.matrubharti.com/bites/111351828
गर है मुहब्बत तो बेहिसाब कर यूहि मुझसे बातें न लाजवाब कर हर बार नये बहाने से याद करते हो आज वो हर राज़ बेनकाब कर
महज एक खेल है महोब्बत जिसमें ना प्यादे है ना पासे जीते तो उठी डोली हारे तो उठे जनाजे|
तु ना रहे तो मेरे होने से क्या फायदा ? मुझ में भी तू ही है, ये किसी और से कहने का क्या फायदा.. "ना जाओ" ये कहना बेमतलब था तू मेरा था ही नहीं, कैद कर लें तो भी क्या फायदा |
वो आज पूछने लगे के "गर हम दुर हो गए तो कैसे जी पाओगे" हमने कहा "है इश्क़ सच्चा तो हर जगह तुम ही नज़र आओगे"
गर इश्क़ के सफर में मुझे एक बार भी तेरा चेहरा नजर आयेगा | यकीन मानो ये आशिक कागज की कश्ती से समंदर पार कर जायेगा |
हर शाम में अपनी फ़रेब की दुकान बंद कर के जब घर आता हूँ | मेरे बेटे का हसता चेहरा देख खुदको अमिर केह पाता हूँ वो मुझ पर भरोसा करता है में उसकी दुनिया चलाता हूँ उसको बाहों में लेते खुद को रोशन पाता हूँ | बस एसे ही में हालात से लड पाता हूँ |
अजीब सी रसम निभाते है लोग करते है इश्क़ कहते है रोग
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