Quotes by Arti Sneha in Bitesapp read free

Arti Sneha

Arti Sneha

@artisneha2968


चाँद की आरजू नहीं
बस एक तेरी चाँदनी की ख्वाहिश है

-Arti Sneha

रखा था मैंने आरती का दीप जलाकर
एक हवा का हल्का झोंका क्या आया
दीप ही बुझ गया

-Arti Sneha