The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
“बच्चों में डाले गर्भ से संस्कार।” पुस्तक जरूर पढ़े लिंक नीचे है।👇 https://www.matrubharti.com/novels/48191/bachcho-me-dale-garbh-se-sanskaar-by सरल शब्दों में अगर गर्भ संस्कार को समझाया जाए तो इसका मतलब होता है- बच्चों को गर्भ से ही संस्कार प्रदान करना, ताकि वे समाज में अपनी आदर्श छवि प्रस्तुत कर पाएं। बहुत से लोग इस बारे में प्रश्न उठाते हैं कि गर्भ में बच्चे को कैसे संस्कार दिये जा सकते हैं। तो आपको बता दें कि ये बातें सिर्फ धार्मिक रूप से ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक रूप से भी सच साबित हुई हैं कि गर्भ में पल रहा शिशु किसी चैतन्य जीव की तरह व्यवहार करता है। वह सुनता भी है, समझता भी है, साथ ही ग्रहण भी करता है। गर्भ संस्कार की विधि गर्भ धारण के पूर्व से ही शुरू हो जाती है। गर्भ संस्कार में गर्भवती महिला की दिनचर्या, उसका आहार, ध्यान, गर्भस्थ शिशु की देखभाल कैसी की जाए, इन सभी बातों का वर्णन किया गया है। इस बात से हर कोई सहमत होगा कि गर्भावस्था के दौरान महिला जो खाती है, उसका असर शिशु पर जरूर होता है। उसी प्रकार महिला क्या सोचती है, क्या बोलती है व क्या पढ़ती है, उसका असर भी गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। इसलिए, गर्भवती महिला को उत्तम भोजन करना चाहिए और हमेशा प्रसन्न रहना चाहिए।
तुकाराम महाराज की संपूर्ण जीवनी। 👇🏻 https://www.matrubharti.com/novels/41802/seva-aur-sahishnuta-ke-upasak-sant-tukaram-by-charu-mittal
नाम जप की पूर्ण जानकारी।👇 https://www.matrubharti.com/novels/41993/naam-jap-sadhna-by-charu-mittal
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser