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Anchal Gupta

Anchal Gupta

@anitagupta2216gmail.com141342
(14)

my story only on matrubharti..

-Anchal Gupta

रात का वक्त था , मौसम भी सुहाना था ,
चांद भी आ गया , चांदनी लाया साथ ,
चांद की चांदनी , आई मेरी खिड़की पर ,
चांद हुआ बेनूर तो हो गया वो खफा ,
बदलो में वो जा छुपा , चांदनी थी बेखबर ,
चांद झांकता बादलो से , चांदनी से हुआ नाराज ,
चांद की नाराजगी से हुआ चांदनी का बुरा हाल ,
कैसे मनाऊं अब उसको मैं , जा चुका वो होकर खफा ,
प्यार से लगा कर गले , बोल दो हो गई खता ,
माफ कर दो प्यारे चांद , दे दो गलती की सजा ,
यूं न फेरो हमसे मूंह , चांदनी की हो तुम जान !!
चांदनी को पाकर पास , चांद हो गया फिदा ,
अब न जाना छोड़ कर , जायेगी फिर मेरी जान !!
ना बोलो ऐसा प्यारे चांद , चांदनी की हो तुम जान ,
चांद चांदनी का हुआ मिलन , हो गई अब सुबह ,
जा चुका अब चांद तो , चांदनी भी गई साथ|
चांदनी की बाहों में , चांद भी अब गया सो |
आंचल गुप्ता....

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रूप बड़ा प्यारा है,
चेहरा बड़ा निराला है,
बड़ी से बड़ी मुसीबत को
कन्हैया जी ने पल मे
हल कर डाला है
शुभ जन्माष्टमी !

-Anchal Gupta

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किसी के जख्म पर चाहत से पट्टी कौन बंधेगा!!
अगर बहने नही होगी तो रखी कौन बंधेगा..!!?😇

-Anchal Gupta

गीले शिकवे सभी दिल से निकाले रखिए, दोस्ती कीमती होती है संभाले रखिए..!!!

-Anchal Gupta

ना हम बहुत मीठे हैं, ना ज्यादा खारे हैं, बस जैसे भी हैं, भोलेनाथ भक्त तुम्हारे हैं।

-Anchal Gupta

तुम हिंदी से शांत और ..
मैं इतिहास की झगड़खोर प्रिय


-Anchal Gupta

घर से दूर जाना पड़ता है, मां का आंचल छोड़ना पड़ता है...
सबके सामने ना सही पर तन्हाइयो में तो रोता होगा....
वो लड़का है तो क्या हुआ घर तो उसे भी छोड़ना होगा....
जब मां को रोता छोड़, वो अपने आंसु छुपाता होगा...

मां का लाड और पापा का दुलार, जब उसे उस कमरे में सिर्फ खालीपन
नजर आता होगा, कितना याद आता होगा।
कितना रोता होगा उसका दिल, जब उसे घर की याद सताती होगी...
लड़का है तो क्या हुआ..? दर्द तो उसे भी होता है..!!

जब घर से दूर जाना पड़ता है... तो दर्द उसे भी होता है।
मां का प्यार और घर का खाना दोनो की कमी खलती होगी...
वो लड़का है तो क्या हुआ..? दर्द तो उसे भी होता होगा...!!

-Anchal Gupta

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घर से दूर जाना पड़ता है, मां का आंचल छोड़ना पड़ता है...
सबके सामने ना सही पर तन्हाइयो में तो रोता होगा....
वो लड़का है तो क्या हुआ घर तो उसे भी छोड़ना होगा....
जब मां को रोता छोड़, वो अपने आंसु छुपाता होगा...

मां का लाड और पापा का दुलार, जब उसे उस कमरे में सिर्फ खालीपन
नजर आता होगा, कितना याद आता होगा।
कितना रोता होगा उसका दिल, जब उसे घर की याद सताती होगी...
लड़का है तो क्या हुआ..? दर्द तो उसे भी होता है..!!

जब घर से दूर जाना पड़ता है... तो दर्द उसे भी होता है।
मां का प्यार और घर का खाना दोनो की कमी खलती होगी...
वो लड़का है तो क्या हुआ..? दर्द तो उसे भी होता होगा...!!

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