Quotes by ANJANI TIWARI in Bitesapp read free

ANJANI TIWARI

ANJANI TIWARI

@adv.anjani11gmail.com1686


"तुम्हें देख कर ऐसा लगा कि,
बारिश हो रही हो और चाय मिल गयी!!"☕😍

"सारी दुनिया को उनकी मोहब्बत मिली...
बस एक हमीं थे जो उनकी दुश्मनी के काबिल निकले!!"
#GhantaValatines

"सारी दुनिया को उनकी मोहब्बत मिली...
एक हमीं थे जो उनकी दुश्मनी के काबिल निकले!!"
#GhantaValatines 💔💔

"जब उनके वादें याद आते हैं,,,
तब दिल रोता है और आंखे बरसती हैं!!"😔
#PromiseDay @Anjani

🇮🇳
'जय हिंद'
'वंदेमातरम'
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
🇮🇳
💐🙏

"चल ऐ जिंदगी!
'नई शुरुआत' करते हैं!
जो उम्मीद औरों से की थीं,
वो अब खुद से करते हैं!!!!" ??

"कुछ इस कदर प्रेम है 'चाय' से कि,
जब भी मिलती है, मना नहीं कर पाता।।"
☕☕?
#TeaLover ?

"खुशी मापने का कोई पैमाना हो तो, आकर माप लो मेरे श्याम!!
आज जिंदगी में मैं सबसे ज्यादा खुश हूँ मेरे राम!!"
????

----दहेज की मंडी----

"बबुआ की सरकारी नौकरी लगी!
यह खबर तेजी से चंहुओर फैली!

फिर मान-सम्मान का दौर शुरू हुआ!
इस बात से बबुआ का सीना 56 इंची हो गया।

नौकरी मिलते ही, बबुआ बड़का विद्वान हो गए!
अखबारों/कोचिंगो में बाइट्स दे-देकर निहाल हो गए!

परिचित-अपरिचित उपहार लाने लगे!
दुश्मन भी अब मेलजोल बढ़ाने लगे!

फिर बबुआ के बिआह की बात शुरू हुई!
इस बात से दहेज की मंडी में आवक बढ़ गयी!

मंडी में बबुआ का भाव दिन-रात चढ़ने लगा!
देखनहरू लोगों से बबुआ का दुआर पटने लगा!

भाव सुन-सुनकर बबुआ के बापू का मन अकुलाने लगा!
पल-भर में मालामाल होने का ख्वाब नजर आने लगा!

फिर बबुआ के बापू ने घरवालों से राय-सलाह लिया!
सबसे ऊंचा भाव देखकर बबुआ का बिआह तय किया!

शुभ मुहूरत देखकर बबुआ का बिआह हो गया!
गाँव-जवार में दहेज की चर्चा सरेआम हो गया!

दहेज की रकम सुन सब अचरज में पड़ गए!
कुछ बड़ाई तो कुछ बुराई करने में लग गए!

कोई बबुआ के बापू तो कोई दहेज को दानव बताने लगा!
सच जानते हुए भी, सच्चाई से मुँह चुराने लगा!

दहेज लेना-देना दोनों अपराध है! यह सब जानते हैं, लेकिन कुछ विरले लोग ही इस बात को मानते हैं।

जब दहेज की मंडी ही न सजे, तो कोई दहेज कैसे ले पाएगा?  इसलिए,
सब लोगों को दहेज मंडी के खिलाफ आना पड़ेगा,
दहेज दानव के समूल नाश के लिए प्रण लेना पड़ेगा!!


??
पढ़ने के लिए हृदय से धन्यवाद।??
©️?️njani Tiwari.

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कब कौन सा राज्य गठित हुआ थाः-- Part-2.

-- मेघालय (1972): मेघालय को असम के अंतर्गत 1970 में स्वायत्त राज्य बनाया गया था। 21 जनवरी 1972 को इसे पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया।

-- त्रिपुरा (1972): यह राज्य तीन ओर से बांग्लादेश से घिरा हुआ है। 1972 तक यह केंद्रशासित राज्य था। इसके बाद इसे पूर्ण राज्य बनाया गया।

-- सिक्किम (1975): यह देश का दूसरा सबसे छोटा राज्य है। 16 मई 1975 को यह भारतीय संघ का हिस्सा बना था।

-- गोवा (1987): भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद भी यह क्षेत्र पुर्तगाली आधिपत्य में था। 1961 में भारतीय सेना ने इसे मुक्त कराया और इसे केंद्रशासित क्षेत्र बनाया गया। इसी के साथ दमन और दीव भी स्वतंत्र करा लिया गया। 30 मई 1987 को इसे पूर्ण राज्य घोषित किया गया।

-- अरुणाचल प्रदेश (1987): 1972 में अरुणाचल प्रदेश को केंद्रशासित प्रदेश बनाया गया था। 1987 में इसे पूर्ण राज्य बनाया गया और ईटानगर को इसकी राजधानी घोषित किया गया।

-- मिजोरम (1987): 20 फरवरी 1987 को मिजोरम को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया। इससे पहले यह असम का एक जिला था। 1972 में इसे केंद्रशासित प्रदेश बनाया गया था।

-- छत्तीसगढ़ (2000): एक नवंबर 2000 को मध्यप्रदेश का पुनर्गठन किया गया और छत्तीसगढ़ को अलग राज्य बनाया गया।

-- झारखंड (2000): आदिवासी बाहुल्य इस क्षेत्र को 15 नवंबर 2000 को बिहार से पृथक करके अलग राज्य बनाया गया था।

-- उत्तराखंड (2000): उत्तरी उत्तर प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों को मिलाकर यह राज्य बनाया गया था।

-- तेलंगाना (2014): यह देश का 29वां राज्य था। आंध्रप्रदेश के कुछ जिलों को मिलाकर एक अलग राज्य तेलंगाना का गठन किया गया था। 2 जून 2014 को यह पूर्ण राज्य घोषित हुआ था।

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