Mere Vichar... Jivan Ke Paar in Hindi Anything by Krayunastra SK Arya books and stories PDF | मेरे विचार... जीवन के पार

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मेरे विचार... जीवन के पार

1) जो व्यक्ति दूसरों को बदलने का व्यर्थ प्रयास करता हैं, वह अपने समय और जीवन दोनों को बर्बाद कर देता हैं।

2) बंधन तबतक ही रहता है जबतक आपके मन में कभी पूरी न होने वाली इच्छाएँ रहती हैं।

3) उस समाज में जीना छोड़ देना चाहिए जिसमें सबकुछ प्रकृति के खिलाफ है।

4) आपका जीवन सिर्फ आपका है, इसे दूसरों के लिए बर्बाद न करें।

5) जो चला गया उसके लिए न जिये और जो आने वाला है उसकी चिंता न करें। आपके पास जीने के लिए सिर्फ एक ही विकल्प है "वर्तमान"।

6) प्रेम वो है जिसमें आप दूसरों का दर्द और सुख दोनों देख सकते हैं।

7) जीवन वास्तव में जितना सरल है उससे कहीं ज्यादा अधिक मुश्किल आपने इसे खुद बना रखा है।

8) मैं दूसरों के समक्ष और उनके मन में कैसा भी रहूँ इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि मुझे खुशी अंदर से मिलती हैं बाहर से नहीं।

9) अभी मेरे पास वो है जो सिर्फ मेरा है और उसे मुझसे कोई नहीं ले सकता।

10) अगर आप चाहते हैं कि आपको पूरे जीवन में काम न करना पड़े तो आपको वही करना चाहिए, जिससे आप खुशी और शांति दोनों पाते हैं।

11) यदि आपका मन आपके खिलाफ है तो यह आपका उपयोग करेगा लेकिन अगर यह आपके नियंत्रण में है तो आप इसका उपयोग करेंगे।

12) मन की प्रकृति गुणहीन हैं, इसका अपना कोई गुण नहीं। इससे मिलने वाला सुख दुःख केवल आपका खुद का बनाया हुआ है।

13) मृत्यु का भय सिर्फ उसी को ही डरा सकता है जिसके अंदर जीवन जीने की इच्छा होती हैं।

14) जीवन वह है जिसे आप आज में जीते हैं। इस आज को छोड़कर बाकी सबकुछ कल्पनामात्र है।

15) इस तुच्छ शरीर और नश्वर संसार में फंसा मूर्ख केवल झूठ में ही जीता है जबकि इनसे मुक्त हुआ व्यक्ति सत्य के सिवा और कहीं भी नहीं जीता।

16) मनुष्य खुद अपने भविष्य का रचयिता होता हैं अगर कोई यह बात अच्छी तरह से जान ले तो वह कुछ भी पा सकता हैं।

17) ध्यान एक ऐसा साधन है जिसके माध्यम से मनुष्य सत्य की ओर जागरूक हो सकता हैं।

18) क्रोध एक ऐसी शक्ति है, जिससे केवल विनाश उत्पन्न होता हैं।

19) आपकी इच्छाओं का कोई अंत नहीं है इसलिए इन्हें त्याग दे अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आप चाहे जो कर ले, आपको मुक्ति नहीं मिल सकती।

20) मैं कभी किसी में कोई भेद का भाव नहीं रखता क्योंकि मुझे सबकुछ एकरूप ही दिखाई देता हैं।

21) मोह, काम, क्रोध, लालच और भय। यह किसी भी व्यक्ति को ऊंचा नहीं उठने देते।

22) मैं वह नहीं हूँ जो लोग सोचते हैं कि "मैं हूँ" मैं वह हूँ जो मैं सोचता हूँ कि "मैं हूँ"

23) जीवन बदलता नहीं है, बस उसे देखने का दृष्टिकोण बदल जाता हैं।

24) अभी जो आपके पास है सिर्फ वही ही आपको सुकून देगा इसलिए उसकी कदर करना सीखो!

25) जीवन परीक्षा और शिक्षा से भरा हुआ है अगर आप चाहे तो इससे कुछ भी सीख सकते हैं।

26) जिस खुशी और शांति को पाने के लिए लोग पूरी जिंदगी बाहर खोजने में निकाल देते हैं वे कभी नहीं जान पाते कि वह उनके अंदर हैं।

27) अच्छा स्वास्थ्य मन की शांति बनाए रखता हैं। अगर आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखते तो आपका मन कभी शांति नहीं पा सकेगा।

28) हमेशा खाने-पीने के लिए मत जियो क्योंकि यह आपको कमजोर बनाता है।

29) सबसे बेहतर अकेले चलना होता हैं।

30) खुद दुखी रहने वाला व्यक्ति कभी किसी को सुख नहीं दे सकता और खुद सुखी रहने वाला व्यक्ति कभी किसी को दुख नहीं दे सकता।

31) जब आप खुद को आजाद पाते हैं तब आप खुशी महसूस करते हैं और जब बंधन में पाते हैं तब दुखी रहते हैं।

32) सच्चे प्यार में कभी कोई बंधन नहीं होता।

33) मनुष्य के सभी दुखों का सबसे बड़ा कारण उसका अतीत होता हैं।

34) मनुष्य के लिए सोचना कभी समस्या नहीं बन सकता अगर वह इसका सही इस्तेमाल करना सीख ले।

35) किसी दूसरे की खोज करने से कहीं अधिक खुद की खोज करना अच्छा है क्योंकि यह आपको मुक्ति की ओर ले जाएगा।

36) एकांत में जीवन जीना महान लोगों की निशानी है।