बेवफाई की सजा 2
भाग 2 - अभी तक आपने पढ़ा होगा की आभा अपनी पड़ोसन नूपुर के ऐश ओ आराम की जिंदगी देख कर उसके बहकावे में आ कर गलत कदम बढ़ाने के लिए तैयार हो गयी . अब आगे पढ़ें …
एक दिन आभा जब नूपुर के घर गयी थी तब नूपुर ने उसे एक युवक से मिलाया . शाम को वे तीनों एक नाईट क्लब में गए . वहां तीनों ने ड्रिंक किया . इसके कुछ देर बाद नूपुर युवक और आभा को छोड़ कर किसी काम का बहाना बना कर जाने लगी . आभा ने कहा “ रुको , मैं भी चलती हूँ . बंटी भी तुम्हारे घर पर है . “
“ वैसे मेरी मेड उसकी देखभाल कर रही होगी और मैं एक काम निपटा कर घर जा रही हूँ . “
नूपुर के जाने के बाद आभा और युवक दोनों ने साथ में डांस किया . वह बोला “ आप जितनी खूबसूरत हैं उतना ही अच्छा डांस करती हैं . “ इतना बोल कर उसने आभा को अपनी बाहों में ले कर चूम लिया
“ ये क्या कर रहे हैं ? “ आभा बोली
“ अभी मैंने कहाँ कुछ किया है ?
इसके बाद दोनों ने टेबल पर जा कर और ड्रिंक किया . जब आभा उठने लगी तो उसके कदम लड़खड़ाने लगे . युवक उसे बाँहों में उठा कर एक कमरे में ले गया . जब उसके शरीर की भूख पूरी हुई तब उसने कहा “ वाह क्या चीज हो तुम . अब चलो डार्लिंग तुम्हें घर छोड़ देता हूँ . “
नाईट क्लब से निकल कर दोनों नूपुर के घर गए . नूपुर ने कहा “ अब रात बहुत हो गयी है , तुम यहीं सो जाओ . सुबह बंटी के साथ चली जाना . बंटी गेस्ट रूम में सो रहा है , तुम उसी के साथ सो जाना . “ और वह युवक नूपुर के साथ उसके बेडरूम में गया .
वह युवक हीरे का कारोबारी था और बहुत अमीर था . सुबह में जाते समय उसने आभा से कहा “ थैंक्स मैडम . तुम्हारा गिफ्ट आज तुम्हारे घर पहुँच जायेगा . आभा के घर पहुँचने के कुछ ही देर बाद एक बड़ा टीवी सेट और डिश वॉशर मशीन उसके घर आ गया . दो दिनों बाद जब आलोक टूर से लौटा तब यह सब देख कर उसे आश्चर्य हुआ . जब उसने आभा से पूछा तब वह बोली “ नूपुर और मैं ऑनलाइन गेम खेल रही थी , उसी में मुझे यह प्राइज मिला है . “
“ बहुत लकी हो तुम . मुझे तो आजतक गेम या लॉटरी में कुछ भी नहीं मिला है . “
कुछ दिनों के बाद नूपुर आभा के घर आयी और उसने कहा “ आज फिर एक क्लाइंट मिला है , मालदार और खूबसूरत आदमी है . मैं जो आज ऑलरेडी बुक्ड हूँ , सोचती हूँ तुम चली जाती . इत्तेफाक से आलोक भी बाहर गया है . तब प्रोग्राम पक्का रहा न ? “
“ ना बाबा , एक बार तो मैंने आलोक से लॉट्री मिल जाने की बात कही है . हर बार तो ऐसा संभव नहीं है . “ आभा ने कहा
“ मेरी प्यारी आभा , समझ लो . एक बार जो इस धंधे में आया उसका निकलना लगभग असंभव है . तुम्हारी पहली मुलाकात का वीडियो बन चुका है , बस एक इशारे में वह वायरल हो जायेगा . “
“ हे भगवान , तुम इतनी बड़ी ब्लैकमेलर हो . यह मेरी कल्पना से परे है . “
“ अब तुम जो भी उपाधि दे दो उस से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है . पर ये अपना वीडियो खुद देख लो मैं फॉरवर्ड कर रही हूँ . “
इतना कह कर नूपुर ने वो वीडियो आभा के फोन पर भेज दिया . आभा अपना वीडियों देख भी नहीं सकी और उसने उसे डिलीट कर दिया .
“ तुम्हारे डिलीट करने से क्या होगा ? मेरे एक क्लिक से यह वायरल हो सकता है , फिर इसका अंजाम जो होगा तुम्हें भुगतना होगा . “
न चाहते हुए भी आभा को नूपुर की बात माननी पड़ी . आभा इस दलदल में फंसती गयी . . उसने नूपुर से कहा “ मुझे कॉस्टली गिफ्ट नहीं चाहिए . घर में इतना ज्यादा गिफ्ट होने से आलोक को शक होगा . मुझे कैश चाहिए जिसे अपने निजी अकाउंट में रखूंगी . “
“ नो प्रॉब्लम . डन . “
आभा अब मकड़ी की तरह अपने ही जाल में फंस गयी थी . उसने नूपुर से बहुत मन्नतें की उसे जल्द से जल्द छुटकारा दिला दे . नूपुर ने कहा “ तुम्हें क्या प्रॉब्लम है ? तुम्हारा बैंक बैलेंस दिन पर दिन बढ़ रहा है न ? “
“ मैं ऐसे पैसों का क्या करूंगी जिसका उपयोग ही नहीं कर सकती हूँ ? आलोक को कहीं हमारे बारे में पता चल गया तो मैं अपने पति और बेटे किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहूंगी . हो सकता है मुझे दोनों को सदा के लिए खोना पड़े . “
“ उन्हीं बुरे दिनों में तुम्हारा मोटा बैंक बैलेंस काम आएगा . “ एक व्यंग्यात्मक मुस्कान के साथ नूपुर बोली
“ भांड में जाए मेरा बैंक बैलेंस . मैं तुम्हारा भांडा भी फोड़ दूँगी और फिर आत्महत्या कर लूंगी . “
यह सुन कर नूपुर गंभीर हो गयी . कुछ पल सोचने के बाद उसने कहा “ ठीक है अभी एक महीने का प्रोग्राम फिक्स्ड है . उसके बाद मैं बॉस से बोल कर तुम्हें मुक्त कर दूँगी . “
“ बॉस से , क्या मतलब है तुम्हारा ? “
“ हाँ बॉस से।, तुमने क्या सोचा था ये सब करना अकेले मेरे बस की बात थी ? मैं भी तुम्हारी तरह इस जाल में फंस गयी थी . पर सावधान रहना . इस बारे में अपनी जुबान बंद रखना . किसी को कुछ नहीं बताना वरना हम दोनों के जीवन को खतरा है . बस इस जुलाई महीने में तुम्हारा दो दिन का प्रोग्राम फिक्स्ड है . तुमने कहा था न कि 19 जुलाई अर्ली मॉर्निंग को आलोक फॉरेन टूर पर जा रहा है . तुम्हारा पहला प्रोग्राम 19 जुलाई और दूसरा मैं बाद में बताऊंगी . “
आलोक को 19 जुलाई को सुबह की फ्लाइट से अपने बॉस के साथ बेंगलुरु जाना था और वहां से एक अन्य कुलीग के साथ अमेरिका जाना था . आलोक जब एयरपोर्ट पहुंचा तो उसका बॉस भी पहले से ही मौजूद था . एयरपोर्ट पर काफी शोरगुल था . पैसेंजर्स बहुत क्रोधित हो कर एयरलाइन वालों से बहस कर रहे थे . एयरलाइन और एयरपोर्ट अथॉरिटी ने अनाउंस किया “ यात्रीगण कृपया ध्यान दें . माइक्रोसॉफ्ट के क्राउड स्ट्राइक की गड़बड़ी के चलते दुनिया भर में हजारों उड़ानें रद्द कर दी गयीं हैं . इसका असर मुंबई और बेंगलुरु दोनों एयरपोर्ट के अधिकतर उड़ानों पर भी पड़ा है . हमें खेद है कि इसके चलते काफी उड़ानें रद्द या रिशेड्यूल कर दी गयीं हैं . दिल्ली जाने वाली फ्लाइट अब शाम को सात बजे ही सम्भव है . बाकी उड़ानों की स्थिति आप मॉनिटर स्क्रीन पर देख सकते हैं . “
यह सुन कर आलोक के बॉस ने कहा “ हमारे पास करीब 12 घंटे का समय है . घर जाने के बजाय किसी नजदीक के होटल में चलते हैं . वहां हम लोग अपने प्रोजेक्ट को फिनिशिंग टच भी दे देंगे . मैं अभी फोन कर होटल बुक कर देता हूँ तब तक तुम उबेर कैब को बुला लो . “
कुछ देर बाद दोनों होटल पहुंचे . रिसेप्शन काउंटर पर कुछ लोग पहले से ही खड़े थे . बॉस ने कहा “ आओ यहीं लॉबी में सोफे पर बैठते हैं . वहां रश कुछ कम होने दो तब चलते हैं ,ऑफिस ने ऑनलाइन चेक इन कर दिया है . हमारा कमरा नंबर 320 पता है , सिर्फ चाभी लेनी है . . इस बीच आलोक की नजर एक औरत पर पड़ी जिसका चेहरा तो वह नहीं देख सका पर पोस्चर से लगा कि यह शायद उसकी आभा हो सकती है . “
आलोक ने सोफे से उठ कर कहा “ सर , मैं अभी आया . “
जब तक वह रिसेप्शन पर पहुंचा वह औरत लिफ्ट में गयी . आलोक ने पूछा “ वह औरत कौन थी ? “
“ सर उसके पति रूम नंबर 321 में आने वाले हैं . वह उस कमरे में पति का वेट करती होगी . “
क्रमशः अंतिम भाग 3 में