ek saccha dost sab pe bhari in Hindi Motivational Stories by sumii books and stories PDF | एक सच्चा दोस्त सब पे भारी

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एक सच्चा दोस्त सब पे भारी

❄️🍅🧅 बर्फ़, टमाटर और प्याज़ — एक सीख भरी कहानी

एक बार की बात है। एक रसोई में तीन दोस्त रहते थे — बर्फ़, टमाटर और प्याज़।
तीनों का स्वभाव बिलकुल अलग था, लेकिन तीनों को एक-दूसरे की संगत बहुत पसंद थी।बर्फ़ हमेशा ठंडी और शांत रहती थी।
टमाटर लाल-लाल और खुशमिज़ाज था — हर बात पर मुस्कुराना उसकी आदत थी।
प्याज़ थोड़ी भावुक थी, वो अक्सर छोटी-छोटी बातों पर आँसू बहा देती थी।

🍅 दोस्ती की शुरुआत

एक दिन तीनों रसोई की अलमारी में बातें कर रहे थे।
टमाटर बोला,

“हम तीनों कितने अलग हैं, फिर भी साथ रहते हैं, यह कितनी अजीब बात है।”बर्फ़ मुस्कुरा कर बोली,

“अलग होना ही तो खूबसूरती है। अगर सब एक जैसे होते, तो स्वाद कहाँ से आता?”

प्याज़ ने कहा,

“सही कहा तुमने। मैं तो सबको रुला देती हूँ, लेकिन बिना मेरे कोई सब्ज़ी पूरी नहीं लगती।”

तीनों हँसने लगे।अचानक रसोई में गैस चालू हुई। बर्तन में तेल गर्म होने लगा।
रसोइया आया और बोला,

“आज इन तीनों से स्वादिष्ट करी बनाऊँगा!”

अब तीनों घबरा गए।
बर्फ़ पिघलने लगी, टमाटर डर से लाल पड़ गया, और प्याज़ तो रोने लगी।

बर्फ़ बोली,

“अब हम सब खत्म हो जाएंगे!”
टमाटर बोला,
“शायद यही हमारी किस्मत है।”
प्याज़ आँसू पोंछते हुए बोली,
“पर याद रखो, अगर हम साथ रहेंगे, तो सब्ज़ी में ऐसा स्वाद देंगे कि हर कोई हमें याद रखेगा
तीनों को काटा गया, तेल में डाला गया, और कुछ देर बाद रसोई में खुशबू फैल गई।
रसोइया बोला,

“वाह! आज तो बहुत स्वादिष्ट करी बनी है!”

बर्फ़, टमाटर और प्याज़ भले ही अपने रूप में नहीं रहे,
लेकिन उन्होंने मिलकर दूसरों के लिए ख़ुशी और स्वाद बना दिया।
ज़िंदगी में जब तक हम साथ रहते हैं और मिलकर काम करते हैं, तब तक हमारी मेहनत किसी न किसी रूप में दुनिया को ख़ुशी देती है।”
“त्याग ही सच्ची सुंदरता है।”


बर्फ़ ठंडी है, टमाटर रसदार है, प्याज़ तीखी —
तीनों का स्वभाव और रूप अलग है, फिर भी वे एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं।
👉 यही सच्ची दोस्ती होती है — जब फर्क मायने नहीं रखता, बल्कि अपनापन सबसे बड़ा होता है।



जब गैस जलती है और तीनों को पकाया जाने वाला होता है,
तब भी प्याज़ कहती है —

“अगर हम साथ रहेंगे, तो सब्ज़ी में स्वाद देंगे।”
यह दिखाता है कि सच्चे दोस्त मुसीबत में भी साथ नहीं छोड़ते,
बल्कि मिलकर हर दर्द को ख़ुशी में बदल देते हैं।


अकेले बर्फ़, टमाटर या प्याज़ का कोई स्वाद नहीं होता,
लेकिन जब ये साथ आते हैं —
तो एक लज़ीज़ व्यंजन तैयार होता है जो सबको खुशी देता है।
👉 सच्चे दोस्त भी वैसे ही होते हैं — साथ मिलकर कुछ ऐसा रचते हैं जो अकेले संभव नहीं।

तीनों खुद तो खत्म हो जाते हैं, लेकिन किसी और के चेहरे पर मुस्कान लाते हैं।
यही है दोस्ती का सबसे ऊँचा रूप —
जब कोई दोस्त दूसरों की भलाई के लिए खुद को भूल जाता है।


“बर्फ़, टमाटर और प्याज़ की दोस्ती हमें सिखाती है कि सच्ची मित्रता में भिन्नता, त्याग और साथ निभाना ही सबसे बड़ी ताकत होती है। जब दोस्त एक-दूसरे के लिए दिल से साथ देते हैं, तो हर मुश्किल आसान लगती है।”


बर्फ़ हमेशा शांत रहती है, पर उसकी ठंडक सबको आराम देती है।
ऐसे ही कुछ दोस्त होते हैं — जो ज़्यादा बोलते नहीं, पर उनकी मौजूदगी हमें सुकून देती है।
जब जीवन की “गर्मी” बढ़ती है, वही दोस्त हमें ठंडक और सुकून का एहसास दिलाते हैं।