🎬 सीन 4
स्थान: अवनी का घर – रात 2:00 बजे
माहौल: पूरे घर में सन्नाटा, बस फ़्रिज़ की हल्की गुनगुनाहट और दूर कहीं कुत्ते के भौंकने की आवाज़।
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अमन के जाने के बाद, कमरे में सिर्फ़ अँधेरा और अवनी की भारी साँसें रह गईं।
वो धीरे-धीरे करवट बदलती है, लेकिन नींद उसे पकड़ने से पहले ही छोड़ देती है।
करीब दो घंटे बाद, वो थकान से उठती है और सीढ़ियाँ उतरते हुए किचन की ओर जाती है।
ग्लास में पानी भरते हुए उसकी नज़र टेबल पर जाती है—
वहीं रखा है नीला केक बॉक्स... और उसके पास प्लेट में रखा गर्म खाना, जो अब ठंडा पड़ चुका है।
वो चुपचाप बैठकर खाना खाने लगती है।
हर कौर के साथ, अमन की कही बातें उसके कानों में गूंजती हैं—
"क्या आरव ने आपको धोखा दिया?... मैंने कल उनका वीडियो देखा..."
प्लेट का आख़िरी कौर खत्म होते ही उसकी नज़र टेबल पर पड़े अपने फ़ोन पर जाती है।
स्क्रीन पर एक नोटिफ़िकेशन चमक रहा है—Aman: Video
वो मैसेज खोलती है।
वीडियो में...
एक आदमी — बिलकुल आरव जैसा — भीड़ के बीच से भागता हुआ एक डॉग को ट्रक के नीचे आने से बचा रहा है।
लोग तालियाँ बजा रहे हैं, कोई उसे "हीरो" कह रहा है।
अवनी की साँस अटक जाती है।
धीरे से बुदबुदाती है—
"ये... बिलकुल आरव जैसा है... पर नहीं... मैंने तो आरव को... अपनी आँखों से... मरा हुआ देखा है।"
उसकी आँखों में डर और उम्मीद का अजीब सा मिश्रण उभर आता है।
वो कुर्सी से उठती है, फ़ोन को कसकर पकड़ती है और तय कर लेती है—
"मुझे... इससे मिलना होगा।"
🎬 "हिचकी का इशारा"
स्थान: जॉय का घर
माहौल: बाथरूम में गर्म पानी की भाप, बाहर से आती हल्की चाय की खुशबू और खिड़की पर बैठे चिड़ियों की चहचहाहट।
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आरव शॉवर के नीचे खड़ा था, पानी की धार उसके कंधों पर गिर रही थी।
अचानक—
"हिक... हिक... हिक!"
वो झुंझला गया, चेहरा तौलिये से रगड़ते हुए बड़बड़ाया—
"ये क्या हो रहा है यार? ये हिचकियाँ क्यों नहीं रुक रहीं?
क्या ये... उस बच्चे की पोटी की वजह से हो रहा है?"
दरवाज़े के बाहर खड़ा जॉय, हाथ में तौलिया लिए, ठहाका लगाकर हँसा—
"अरे बेवकूफ़, ये पोटी वाली थ्योरी तेरे दिमाग़ में कौन डाल गया?
ये पोटी से नहीं... किसी अपने के याद करने से होती है।"
आरव (हैरानी से):
"क्या मतलब? ये कोई साइन है?"
जॉय (मजाकिया अंदाज़ में):
"हाँ, बिल्कुल! हिचकी का मतलब है कोई तेरे बारे में सोच रहा है...
और हो सकता है, वो तुझसे मिलने भी आने वाला हो।"
आरव ने भौंहें सिकोड़ लीं, जैसे गणित का मुश्किल सवाल हल कर रहा हो।
"मतलब... कोई मुझे याद कर रहा है... और मिलने भी आएगा?
लेकिन कौन?"
जॉय (हँसी दबाते हुए):
"अरे, इतना दिमाग मत लगा!
कहीं ऐसा तो नहीं, तेरी एक्स-गर्लफ्रेंड तुझे खोजते-खोजते आ रही हो?
या फिर कोई सीक्रेट एडमायरर? वैसे, तेरे जैसे लड़के को देखकर एडमायरर से ज़्यादा इनकम टैक्स ऑफिसर मिलने आता है।"
आरव ने उसकी तरफ़ घूरा, लेकिन जॉय अपनी ही हँसी में झुक गया।
आरव ने धीरे-से फुसफुसाया—
"अब सच में जानना पड़ेगा... कौन मुझे याद कर रहा है।"
जॉय (शरारती मुस्कान के साथ):
"जान ले, लेकिन कहीं ऐसा न हो कि मिलते ही हिचकी बंद हो जाए... और जान निकल जाए।"
दोनों ठहाका लगाते हैं, लेकिन आरव के चेहरे पर एक पल को गंभीरता लौट आती है।
वो सोच में पड़ जाता है—
"कौन हो सकता है? क्या ये... कोई पुराना रिश्ता है, या... कोई अनजाना चेहरा?"