साइलेंट हार्ट्स (조용한 마음 – Joyonghan Maeum)
लेखक: InkImagination
एपिसोड 8: स्टेज की रोशनी (The Spotlight)
सियोल की हवाएँ अब जिवोन के लिए सिर्फ़ ठंडी नहीं थीं; वे उसके दिल में एक नई उमंग भी ला रही थीं। मिन्हो की बातें—“तुम मेरे लिए वो धुन हो”—उसके मन में बार-बार गूंज रही थीं, जैसे कोई लोरी जो उसे हिम्मत दे रही हो। लेकिन इस हिम्मत के साथ-साथ डर भी था। म्यूज़िक कंपटिशन का दिन करीब आ रहा था, और जिवोन की धुन—वही धुन जो मिन्हो के लिए बनी थी—अब उसकी आत्मा का हिस्सा बन चुकी थी। फिर भी, पार्क जुनहो की चुनौती और उसके पिता का सख्त दबाव उसे बार-बार पीछे खींच रहा था।
कैंपस में म्यूज़िक कंपटिशन का माहौल चरम पर था। ऑडिटोरियम के बाहर रंग-बिरंगे बैनर्स लटक रहे थे, और स्टूडेंट्स की भीड़ उत्साह से भरी थी। जिवोन का दिल तेज़ी से धड़क रहा था। वह अपनी धुन को स्टेज पर ले जाने के लिए तैयार था, लेकिन स्टेज की रोशनी का डर अब भी उसे घेरे हुए था।
🎹 कंपटिशन की सुबह
कंपटिशन के दिन सुबह जिवोन म्यूज़िक रूम में आखिरी बार प्रैक्टिस कर रहा था। उसकी उंगलियाँ पियानो पर नाच रही थीं, और उसकी धुन अब इतनी गहरी थी कि हर स्वर में उसका दिल बोल रहा था। लेकिन जैसे ही वह धुन खत्म करने वाला था, दरवाज़ा खुला।
पार्क जुनहो अंदर आया, उसकी गिटार कंधे पर लटकी थी। “जिवोन, तैयार हो?” उसने अपनी चिर-परिचित आत्मविश्वास भरी मुस्कान के साथ पूछा। “आज का दिन बड़ा है।”
जिवोन ने हल्के से सिर हिलाया, लेकिन उसकी आँखों में बेचैनी थी। “हाँ… कोशिश कर रहा हूँ।”
जुनहो ने पास आकर कहा, “तुम्हारा संगीत अच्छा है, जिवोन। लेकिन स्टेज पर सिर्फ़ संगीत नहीं, दिल चाहिए। और तुममें वो है।” उसकी आवाज़ में एक दोस्ताना गर्माहट थी, लेकिन उसमें एक हल्की-सी चुनौती भी छुपी थी।
जिवोन ने कुछ नहीं कहा, लेकिन जुनहो की बातें उसके मन में गूंजने लगीं। क्या मेरे पास वो दिल है?
तभी मिन्हो अंदर आया। उसने जुनहो को देखा और हल्की मुस्कान दी। “जुनहो, तुम यहाँ? जिवोन को डराने की कोशिश कर रहे हो?” उसका लहजा मज़ाकिया था, लेकिन उसकी नज़रें जुनहो पर टिकी थीं।
जुनहो ने हँसते हुए कहा, “अरे, मैं तो बस उसे तैयार कर रहा हूँ। लेकिन तुम तो उसका लकी चार्म हो, मिन्हो-शी।” उसने फिर से ‘शी’ पर ज़ोर दिया, जैसे कोई ताना मार रहा हो।
मिन्हो ने जवाब नहीं दिया, लेकिन उसने जिवोन की ओर देखा और कहा, “जिवोन, तुम तैयार हो। बस मेरी ओर देखना, ठीक है?”
जिवोन ने सिर हिलाया, और मिन्हो की बातों ने उसके दिल में एक नई हिम्मत जगा दी।
🎤 स्टेज का पल
शाम को ऑडिटोरियम में कंपटिशन शुरू हुआ। भीड़ की तालियों और उत्साह की आवाज़ से हॉल गूंज रहा था। जिवोन बैकस्टेज खड़ा था, उसका दिल इतनी तेज़ी से धड़क रहा था कि उसे लगा वह बेहोश हो जाएगा। उसने अपनी आँखें बंद कीं और मिन्हो की बातें याद कीं—“बस मेरी ओर देखना।”
जुनहो का परफॉर्मेंस पहले था। उसने अपनी गिटार से एक ज़ोरदार और आत्मविश्वास भरी धुन बजाई, जिसने ऑडियंस को झुमा दिया। जिवोन ने बैकस्टेज से उसे देखा, और उसका डर और बढ़ गया। क्या मैं इसके सामने टिक पाऊँगा?
जब जिवोन का नाम पुकारा गया, उसके पैर जैसे ज़मीन से चिपक गए। लेकिन तभी उसने ऑडियंस में मिन्हो को देखा। मिन्हो सबसे आगे की पंक्ति में बैठा था, उसकी आँखें जिवोन पर टिकी थीं, और उसकी मुस्कान में एक भरोसा था।
जिवोन ने एक गहरी साँस ली और स्टेज पर कदम रखा। पियानो के सामने बैठते ही उसकी उंगलियाँ कीज़ पर चली गईं। उसने अपनी धुन शुरू की—वही धुन, जो मिन्हो के लिए बनी थी। हर स्वर में उसका दिल था—उसका डर, उसका प्यार, उसकी उलझन। ऑडियंस खामोश थी, जैसे जिवोन की धुन ने उन्हें अपने जादू में बाँध लिया हो।
जब आखिरी स्वर गूंजा, तालियों की गड़गड़ाहट ने हॉल को हिला दिया। जिवोन ने मिन्हो की ओर देखा, और मिन्हो की आँखें चमक रही थीं। वह खड़ा होकर ताली बजा रहा था, उसका चेहरा गर्व और खुशी से भरा था।
😢 परिवार का दखल
कंपटिशन के बाद जिवोन बैकस्टेज गया, जहाँ मिन्हो उसका इंतज़ार कर रहा था। “जिवोन! तुमने कमाल कर दिया!” मिन्हो ने उसे गले लगाते हुए कहा।
जिवोन की आँखें नम थीं। “तुम्हारे बिना मैं ये नहीं कर पाता, मिन्हो।”
मिन्हो ने हल्के से हँसते हुए कहा, “मैंने तो बस ताली बजाई। वो तुम्हारा जादू था।”
लेकिन उनकी खुशी ज़्यादा देर नहीं टिकी। तभी जिवोन के फोन पर एक मैसेज आया। यह उसके पिता का था: “कंपटिशन खत्म हुआ? कल सुबह कंपनी के ऑफिस आओ। कोई बहाना नहीं चलेगा।”
जिवोन का चेहरा पीला पड़ गया। मिन्हो ने उसकी उदासी भाँप ली। “क्या हुआ?”
जिवोन ने हिचकिचाते हुए कहा, “मेरे पापा… वो चाहते हैं कि मैं कल उनकी कंपनी जाऊँ। वो मुझे संगीत छोड़ने के लिए मजबूर कर रहे हैं।”
मिन्हो का चेहरा गंभीर हो गया। उसने जिवोन के कंधे पर हाथ रखा। “जिवोन, तुम्हारा संगीत तुम्हारी ताकत है। कोई इसे तुमसे नहीं छीन सकता। और मैं… मैं तुम्हारे साथ हूँ।”
जिवोन ने मिन्हो की आँखों में देखा, और उस पल में उसे लगा जैसे वह सारी दुनिया का सामना कर सकता है।
🌌 रात का कन्फेशन
कंपटिशन के बाद मिन्हो और जिवोन कैंपस के उसी शांत कोने में गए, जहाँ पुराने पेड़ों की छाया में बेंच थी। रात का आसमान साफ़ था, और तारे चमक रहे थे।
जिवोन चुप था, लेकिन उसका मन भारी था। मिन्हो ने उसकी ओर देखा और धीरे से पूछा, “जिवोन, तुम सच में डर रहे हो, ना? अपने पापा से? या… किसी और चीज़ से?”
जिवोन ने एक गहरी साँस ली। उसने हिम्मत जुटाकर कहा, “मिन्हो… मैं डरता हूँ कि जो मैं महसूस करता हूँ, वो शायद गलत है। तुम मेरे लिए… तुम मेरे लिए बहुत खास हो। लेकिन मैं नहीं जानता कि तुम…”
मिन्हो ने उसे बीच में रोक दिया। उसने जिवोन का चेहरा अपने हाथों में लिया और धीरे से कहा, “जिवोन, तुम्हारा डर गलत नहीं है। और तुम जो महसूस करते हो… वो मैं भी महसूस करता हूँ।”
जिवोन की आँखें चौड़ी हो गईं। उसका दिल इतनी तेज़ी से धड़क रहा था कि उसे लगा वह फट जाएगा। मिन्हो ने धीरे से उसका माथा छुआ और कहा, “तुम मेरी धुन हो, जिवोन। और मैं तुम्हें कभी अकेला नहीं छोडूंगा।”
उस पल में सारी दुनिया जैसे ठहर गई। जिवोन की आँखों में आँसू थे, लेकिन इस बार वे खुशी के थे।
🕊️ एपिसोड 8 का अंत
उस रात जिवोन अपने डॉर्म में लौटा। खिड़की के बाहर सियोल की रोशनी चमक रही थी, जैसे उसके दिल की नई रोशनी को सलाम कर रही हो। उसने अपना कीबोर्ड खोला और अपनी धुन फिर से शुरू की। इस बार उसमें डर नहीं था, सिर्फ़ प्यार था—मिन्हो के लिए, संगीत के लिए, और खुद के लिए।
लेकिन अगली सुबह उसके पिता का सामना करना था। क्या जिवोन अपनी हिम्मत को बरकरार रख पाएगा? और क्या मिन्हो और जिवोन का प्यार इस तूफान का सामना कर पाएगा?
लेखक का नोट:
साइलेंट हार्ट्स का आठवाँ एपिसोड पढ़ने के लिए दिल से शुक्रिया! जिवोन और मिन्हो का कन्फेशन, कंपटिशन की रोशनी, और परिवार का दबाव—क्या ये सब जिवोन के प्यार और सपनों को और मज़बूत करेंगे? उनकी कहानी अब एक बड़े मोड़ पर है, जहाँ प्यार और ज़िम्मेदारी की जंग और गहरी होगी। Matrubharti पर मुझे, InkImagination, को फॉलो करें ताकि आप इस खूबसूरत सफर का हर पल मेरे साथ जी सकें। आपके कमेंट्स मेरे लिए अनमोल हैं—बताएँ, जिवोन और मिन्हो का कन्फेशन आपको कैसा लगा? और क्या जिवोन अपने पिता का सामना कर पाएगा?