साइलेंट हार्ट्स (조용한 마음 – Joyonghan Maeum)
लेखक: InkImagination
एपिसोड 4: दिल की उलझन (Tangled Hearts)
सियोल की रातें अब जिवोन के लिए बदल सी गई थीं। हर बार जब वह अपनी आँखें बंद करता, मिन्हो की आवाज़ उसके कानों में गूंजती—“अगर मैं किसी के साथ वक्त बिताना चाहता हूँ… तो वो तुम हो।” ये शब्द उसके दिल में एक नई धुन बनकर बजे, लेकिन साथ ही एक डर भी जगा रहे थे। क्या ये एहसास सही है? क्या मिन्हो भी वही महसूस करता है जो मैं करता हूँ? जिवोन का मन सवालों के भँवर में फँसता जा रहा था।
कैंपस की सुबहें अब भी ठंडी थीं, लेकिन सूरज की किरणें पत्तों पर हल्की-सी गर्माहट बिखेर रही थीं। जिवोन अपनी म्यूज़िक क्लास की ओर जा रहा था, उसका बैग भारी था, लेकिन उसका मन उससे भी ज़्यादा। मिन्हो के साथ बिताए पल—लाइब्रेरी की चुप्पी, हान नदी की रात, बारिश में साझा की गई छतरी—ये सब अब उसके लिए सिर्फ़ यादें नहीं थीं, बल्कि एक ऐसी कहानी थी जो उसके दिल में लिखी जा रही थी।
🎹 म्यूज़िक कंपटिशन का प्रस्ताव
क्लास के बाद जिवोन म्यूज़िक रूम में अपने पियानो के पास बैठा था। उसकी उंगलियाँ कीज़ पर थीं, लेकिन आज उसकी धुन में एक अजीब-सी बेचैनी थी। वह उस धुन को पूरा करने की कोशिश कर रहा था जो उसने मिन्हो के लिए शुरू की थी, लेकिन हर बार कुछ अधूरा-सा लगता।
तभी दरवाज़े पर हल्की-सी खटखट हुई। जिवोन ने मुड़कर देखा—मिन्हो वहाँ खड़ा था, उसके हाथ में एक फ्लायर था।
“ये क्या है?” जिवोन ने उत्सुकता से पूछा।
मिन्हो ने मुस्कुराते हुए फ्लायर उसकी ओर बढ़ाया। “यूनिवर्सिटी का सालाना म्यूज़िक कंपटिशन। मैंने सोचा… तुम्हें इसमें हिस्सा लेना चाहिए।”
जिवोन का चेहरा तुरंत सख्त हो गया। “मैंने तुम्हें बताया था, मिन्हो। मुझे स्टेज से डर लगता है।”
मिन्हो ने पियानो के पास आकर उसकी बगल में बैठ गया। उसकी आवाज़ नरम थी, लेकिन उसमें एक गहरा भरोसा था। “जिवोन, तुम्हारा संगीत खास है। ये दुनिया को सुनना चाहिए। और मैंने कहा था न, तुम अकेले नहीं हो। मैं तुम्हारे साथ रहूँगा—हर कदम पर।”
जिवोन ने मिन्हो की आँखों में देखा। उन आँखों में एक ऐसी सच्चाई थी जो उसे हिम्मत दे रही थी, लेकिन साथ ही उसके दिल को और उलझा रही थी। “तुम… इतना क्यों करते हो मेरे लिए?” उसने धीरे से पूछा, उसकी आवाज़ में हल्का-सा काँपना था।
मिन्हो ने एक पल रुककर उसे देखा, फिर हल्के से मुस्कुराया। “क्योंकि मुझे तुम्हारा संगीत पसंद है। और… शायद तुम भी।”
जिवोन की साँसें रुक गईं। उसका चेहरा लाल हो गया, और वह जल्दी से नज़रें फेरने लगा। मिन्हो की बातें मजाक थीं या सच, वह समझ नहीं पा रहा था। लेकिन उस पल में उसके दिल की धड़कनें इतनी तेज़ थीं कि उसे लगा जैसे पूरा कमरा सुन सकता है।
😔 अनजाना दूरी
अगले दिन जिवोन कैंपस में मिन्हो को ढूंढ रहा था। वह उसे म्यूज़िक कंपटिशन के लिए अपनी हामी बताना चाहता था। मिन्हो की बातों ने उसे हिम्मत दी थी, और वह पहली बार स्टेज पर जाने के बारे में सोच रहा था। लेकिन जैसे ही वह आर्किटेक्चर डिपार्टमेंट के पास पहुँचा, उसने मिन्हो को फिर से उसी लड़की के साथ देखा—वही, जो कॉरिडोर में थी।
इस बार वे एक बेंच पर बैठे थे, मिन्हो की ड्रॉइंग्स के ऊपर झुके हुए। लड़की कुछ कह रही थी, और मिन्हो ध्यान से सुन रहा था। जिवोन के कदम फिर रुक गए। उसकी हिम्मत जवाब दे गई। “शायद मैंने मिन्हो की बातों को गलत समझा। शायद वो सब सिर्फ़ दोस्ती थी…”
वह बिना कुछ कहे पलट गया और म्यूज़िक रूम की ओर चला गया। लेकिन इस बार उसकी उंगलियाँ पियानो पर नहीं रुकीं। उसका मन भारी था, और उसकी धुन अधूरी रह गई।
🌙 रात का सामना
उस रात जिवोन अपने डॉर्म के बाहर सीढ़ियों पर बैठा था। आसमान में तारे टिमटिमा रहे थे, लेकिन उसका मन उदास था। तभी मिन्हो की आवाज़ ने उसे चौंकाया।
“जिवोन? तुम यहाँ अकेले क्या कर रहे हो?” मिन्हो उसके पास आकर बैठ गया। उसकी आवाज़ में वही गर्माहट थी, लेकिन जिवोन की नज़रें ज़मीन पर टिकी थीं।
“बस… सोच रहा था,” जिवोन ने धीरे से कहा।
मिन्हो ने उसकी ओर देखा। “तुम आज फिर से खोए हुए लग रहे हो। क्या हुआ? और वो कंपटिशन का फ्लायर? सोचा कुछ?”
जिवोन ने हिचकिचाते हुए कहा, “मैं… शायद कोशिश कर सकता हूँ। लेकिन…” उसने रुककर मिन्हो की ओर देखा। “तुम सच में मेरे साथ रहोगे न?”
मिन्हो ने हल्के से हँसते हुए कहा, “जिवोन, मैंने कहा था न—हर कदम पर।” फिर उसने जिवोन के चेहरे की उदासी देखी और गंभीर हो गया। “लेकिन सच बताओ, तुम इतने परेशान क्यों हो?”
जिवोन ने एक गहरी साँस ली। उसका दिल चाहता था कि वह सब कुछ कह दे—अपनी जलन, अपने डर, अपने अनकहे एहसास। लेकिन वह सिर्फ़ इतना कह पाया, “मुझे डर है… कि मैं कुछ गलत समझ रहा हूँ।”
मिन्हो ने एक पल के लिए उसकी आँखों में देखा, फिर धीरे से उसका हाथ थाम लिया। “जिवोन, तुम जो समझ रहे हो, वो गलत नहीं है। बस… उसे वक्त दो।”
जिवोन का दिल तेज़ी से धड़कने लगा। मिन्हो का हाथ गर्म था, और उस गर्माहट में एक वादा था।
🕊️ एपिसोड 4 का अंत
उस रात जिवोन अपने रूम में लौटा। उसने अपना कीबोर्ड खोला और उंगलियाँ कीज़ पर रख दीं। इस बार धुन अधूरी नहीं रुकी। यह गहरी थी, भावनाओं से भरी, जैसे उसके दिल की सारी उलझनें उसमें समा गई हों।
मिन्हो का हाथ, उसकी बातें, उसकी मुस्कान—ये सब अब जिवोन की दुनिया का हिस्सा बन चुके थे। लेकिन क्या वह अपने दिल की बात कहने की हिम्मत जुटा पाएगा? या ये उलझन और गहरी होगी?
लेखक का नोट:
साइलेंट हार्ट्स का चौथा एपिसोड पढ़ने के लिए धन्यवाद! जिवोन और मिन्हो के बीच की उलझन और नज़दीकियाँ क्या आपके दिल को छू गईं? उनकी कहानी अब एक नए मोड़ पर है, जहाँ प्यार और डर एक-दूसरे से टकरा रहे हैं। Matrubharti पर मुझे, InkImagination, को फॉलो करें ताकि आप उनकी इस खूबसूरत यात्रा का हिस्सा बन सकें। आपके कमेंट्स मेरे लिए बहुत खास हैं—बताएँ, क्या जिवोन अपने एहसासों को मिन्हो के सामने रख पाएगा? या कोई नया ट्विस्ट उनकी कहानी को और रोमांचक बनाएगा?
✨ Note for My Readers ✨
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