बकौल बॉलीवुड और वेब सीरीज के..
अमीर आदमी पैसे के दम पर पुलिस को मुट्ठी में रखता है।
पुलिस के उच्चाधिकारी या तो नेताओं की जेब में होते हैं या अमीरों के गुलाम होते हैं। अगर वो आपको फंसाना चाहें तो आपको भगवान भी नहीं बचा सकता।
पुलिस के उच्चाधिकारी का एकमात्र काम है अपने मातहतों को डांटना फटकारना और सलामी बटोरना। ऐश हैं इनके।
वकील, लालची होते हैं। इनका घर ही तुम्हारे क्लेश से चलता है। ये चाहते हैं कि लड़ाई झगड़ा चलता ही रहे।
हर सरकारी कार्यालय में सबसे भ्रष्ट बाबू "पांडे बाबू" है। पांडे ना हो तो मिश्रा, तिवारी, दुबे चौबे तो पक्का कमीने हैं। चतुर्वेदी, त्रिपाठी, वात्स्यायन बोलते इनकी जुबान ऐंठती है तो ये सिर्फ शिक्षक होते हैं। किसी भी फिल्म में कोई शुक्ल मिला हो तो बताओ। शुकला बहुत मिलेंगे। बाकि डॉक्टर भार्गव, डॉक्टर अग्निहोत्री बूढ़े पैदा होकर दिमाग से पैदल होते हैं और ऐसे आयुध या हथियार बनाते हैं जिनके बारे में उनको पता ही नहीं होता कि ये मास डिस्ट्रक्शन कर सकते हैं।
हर इंस्पेक्टर का मातहत अधिकारी तावड़े होता हैं। यही वारंट, जब्ती, कोर्ट इत्यादि के काम करता है।
शर्मा लोग ही सबसे लायक, प्रतिभाशाली और सफल बेटे पालते हैं।
जो जज होता है, वो भावनाओं में बह सकता है, कानून बायपास कर सकता है या उसकी व्याख्या अपने हिसाब से करने को स्वतंत्र है। कुल जमा वो एक इमोशनल फूल आदमी होता है।
सलीम, सुलेमान, अशफाक, असलम, फारुख या तो शुद्ध आतंकवादी हैं, या मेन हिन्दू हीरो के दोस्त/मददगार। या फिर ऐन मोमेंट पर इनको अल्लाह पाक की रोशनी का इल्म होता है और ये दुनिया बचाने को अपनी जान दे देते हैं। या तो मुल्क (देश के लिए नहीं) या दोस्त के लिए।
मैरी, मारिया, मोना, मोनिका, फ्रीडा, रोज़ी या तो विलेन की सेक्रेटरी और दारूबाज ईसाई लड़कियां हैं या फिर इनका बलात्कार होना बनता हैं। इनका साथ देने रीना, टीना, रीटा (रीता) हैं ही हैं।
अल्बर्ट, पिंटो, रॉबर्ट, केविन, डेविड का जन्म या तो गिटार बजाकर दारू पीने को हुआ है या फिर विलेन के हर आदेश का अक्षरशः पालन करने को।
अल्बर्ट अगर मैरी से शादी करके विलेन की इच्छा का पालन करने को मना कर दे तो कोई अन्ना, बाल्या, तोड़ा, रिंकू पिंकू इनकी शादी में चर्च में गोलियां बरसा देगा।
मुरली, नागराजू, केशवन, माधवन, हरिहरन निपट काले, मोटे और दक्षिण भारत से आने वाले गुंडे हैं जिनमें वैसे तो बहुत ताकत है लेकिन जब ये ठाकुर सूर्य प्रताप सिंह चौहान टाइप के बॉस के साथ होते हैं तो उसके आदेश पर श्याम नाम के सिँकिया पहलवान से पिट जाते हैं।
डॉक्टर मरीज को देखने से पहले ही ऑपरेशन के लिए सीधे 2 लाख मांगते हैं।
डॉक्टर के हाथ खड़े कर देने पर भगवान को गाली बकने/चुनौती देने से मरीज ठीक हो जाता है।
कोई कभी भी हमारा कुछ भी बिगाड़ सकता है।
आपके बच्चे कॉलेज सिर्फ मस्ती करने और सेक्स करने जाते हैं।
बड़े होकर आपके बच्चे आपको घर से निकाल ही देंगे। उनमें कोई इमोशन नहीं होता है।एसा आपने देखा ही होगा..
चरित्र मिलते हैं इसी टाइप के
आपनी राय दीजिए गा अवश्य..
आप बताइए क्या हो रहा है.. आप इसमे कोई और भी जोड़ सकते हैं