पार्ट 1: लापता लड़की
आगरा में गर्मी की एक चिपचिपी रात थी। रात के 10 बज रहे थे और सब इंस्पेक्टर विशाल शर्मा अपने डेस्क पर बैठे एक पुराने केस की फाइलें देख रहे थे। अचानक उनके फोन की घंटी बजी। दूसरी तरफ से उनके सीनियर इंस्पेक्टर वर्मा की आवाज़ थी, "विशाल, तुरंत आओ! एक लड़की गायब हो गई है।"
विशाल बिना देर किए पुलिस स्टेशन पहुँचा। गायब हुई लड़की का नाम रिया था, जो एक कॉलेज छात्रा थी। उसके माता-पिता बेहद घबराए हुए थे। उन्होंने बताया कि रिया शाम को अपनी सहेली से मिलने गई थी, लेकिन कभी वापस नहीं लौटी। उसका फोन भी बंद आ रहा था। विशाल ने रिया के दोस्तों से पूछताछ शुरू की, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला। रिया का घर एक सुनसान इलाके में था, और रात के अंधेरे में वहाँ से गुजरना जोखिम भरा हो सकता था। विशाल को लगा कि यह कोई सामान्य गुमशुदगी का मामला नहीं है।
पार्ट 2: संदिग्ध का पीछा
अगले दिन सुबह, विशाल को रिया के घर के पास एक CCTV फुटेज मिली। फुटेज में रिया रात 9 बजे अपने घर के करीब एक ऑटो से उतरती दिखाई दे रही थी। लेकिन कुछ ही देर बाद, एक काली वैन उसके पास आकर रुकी और रिया को उसमें खींच लिया गया। वैन तेजी से अँधेरे में गायब हो गई। विशाल ने तुरंत वैन के नंबर की पहचान करने की कोशिश की, लेकिन नंबर प्लेट धुंधली थी।
विशाल और उसकी टीम ने वैन की तलाश शुरू कर दी। उन्हें एक टिप मिली कि वैसी ही एक काली वैन शहर के बाहरी इलाके में एक पुरानी फैक्ट्री के पास देखी गई थी। विशाल को शक हुआ कि यह कोई अपहरण का मामला हो सकता है, लेकिन अपहरण का मकसद साफ नहीं था। रिया के माता-पिता का कोई बड़ा दुश्मन नहीं था, और न ही वे बहुत अमीर थे। विशाल के दिमाग में कई सवाल घूम रहे थे।
पार्ट 3: अंधेरी फैक्ट्री का रहस्य
विशाल और उसकी टीम पुरानी फैक्ट्री पहुँची। फैक्ट्री अंदर से अँधेरी और डरावनी थी। उन्हें वहाँ खून के कुछ धब्बे और रिया के बालों का एक क्लिप मिला। विशाल को लगा कि रिया अभी भी जीवित हो सकती है। तभी उन्हें एक पुरानी डायरी मिली, जो रिया की लग रही थी। डायरी के आखिरी पन्ने पर एक नाम लिखा था: "अमन"। अमन रिया का बॉयफ्रेंड था, लेकिन विशाल को पता था कि अमन शहर से बाहर था।
विशाल को फैक्ट्री के एक कोने में एक गुप्त दरवाजा मिला। यह दरवाजा एक अंधेरी सुरंग में खुलता था। विशाल और उसकी टीम ने सावधानी से सुरंग में प्रवेश किया। सुरंग के अंदर भयानक बदबू आ रही थी, और दीवारों पर अजीबोगरीब निशान बने हुए थे। विशाल के मन में एक अजीब-सा डर बैठ गया। क्या रिया सच में यहाँ थी?
पार्ट 4: सच्चाई का खुलासा
सुरंग के अंत में, वे एक बड़े कमरे में पहुँचे। कमरा लाइट्स से जगमगा रहा था, और वहाँ कई लोग अजीब-से कपड़े पहने हुए थे। विशाल ने देखा कि रिया एक कुर्सी पर बंधी हुई थी, और उसके बगल में एक नकाबपोश आदमी खड़ा था। नकाबपोश आदमी ने रिया पर एक रस्म शुरू कर दी। विशाल समझ गया कि यह कोई तांत्रिक गिरोह था, जो काले जादू का अभ्यास करता था।
विशाल और उसकी टीम ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने कमरे में घुसकर सभी तांत्रिकों को गिरफ्तार कर लिया। नकाबपोश आदमी भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन विशाल ने उसे पकड़ लिया। जब उसने नकाब हटाया, तो विशाल दंग रह गया। वह आदमी कोई और नहीं, बल्कि रिया का दूर का रिश्तेदार राजेश था। राजेश ने बताया कि वह रिया से नफरत करता था क्योंकि रिया ने उसकी बेटी को स्कूल में अपमानित किया था। वह रिया पर काले जादू का प्रयोग करके उसे बर्बाद करना चाहता था।
पार्ट 5: नई सुबह
रिया को बचा लिया गया था, लेकिन वह इस भयानक अनुभव से सदमे में थी। विशाल ने राजेश और उसके साथियों को जेल भेज दिया। यह मामला आगरा में बहुत चर्चा में रहा और विशाल शर्मा रातों-रात हीरो बन गए।
कुछ हफ़्तों बाद, रिया धीरे-धीरे ठीक होने लगी। विशाल उसे देखने गया। रिया ने विशाल का शुक्रिया अदा किया और बताया कि वह फिर से कॉलेज जाना शुरू कर रही है। विशाल को देखकर खुशी हुई कि रिया ने हिम्मत नहीं हारी। रात की भयानक घटना के बाद, आगरा में एक नई सुबह हो चुकी थी, जहाँ सूरज की किरणें एक नई उम्मीद लेकर आई थीं। विशाल को पता था कि ऐसे मामले आते रहेंगे, लेकिन वह हमेशा शहर को सुरक्षित रखने के लिए तैयार रहेगा।