तो चलिए चलते हैं कहानी के एक नए सफर पर....
एक बड़े से लग्जरी होटल के अंदर एक बहुत ही शानदार पार्टी हो चल रही होती है और इस होटल के सामने एक बहुत ही लग्जरी ब्लैक कलर की कार आकर रूकती है और उसके अंदर से एक लड़की निकल कर बाहर आती है उसके पीछे उसके दो बॉडीगार्ड भी होते हैं।
और यह लड़की कोई यानी हमारी कहानी की हीरोइन आर्या सिंघानिया होती है आर्या कहने को तो एक जीनियस थी और वह हर एक फील्ड में काफी ज्यादा फेमस भी थी... और इन ऊंचाइयों पर पहुंचने के लिए आर्या ने काफी ज्यादा मेहनत भी किया होता है यह सोच कर कि वह जब हर एक फील्ड में बेस्ट हो जाएगी तो उसके मॉम डैड उससे थोड़ा सा प्यार कर लेंगे.. लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता है.. बल्कि उसकी फैमिली वालों की नफरत उसे लेकर और बढ़ती जाती है ।
और इन्हीं सारी चीजों के बीच आर्या की लाइफ में एक लड़के की एंट्री होती है जिसने उसे एक बार अपनी जान पर खेल कर बचाया होता है और आर्या को उसे लड़के से पहली नजर का प्यार हो जाता है लेकिन वह लड़का आर्या को सिर्फ अपना एक अच्छा दोस्त मानता है।
और आज इसी बड़े से होटल में उस लड़के की बर्थडे पार्टी होती है और इस बर्थडे पार्टी में आज आप इनवर्टर थी। और आर्या ने सोच लिया था आज वह अपने 8 साल के प्यार को एक नाम देंगी।
आर्या फिर उस होटल के खूबसूरत कोरिडोर से चलते हुए उस होटल के हाल में आ जाती है जहां पर यह पार्टी चल रही होती है..
आर्या को आया हुआ देखकर उसके सामने एक बहुत ही हैंडसम सा लड़का आकर खड़ा हो जाता है और उसको अपने गले से लगाते हुए कहता है" थैंक गॉड तुम आ गई वैसे मुझे लगा नहीं था तुम यहां पर आओगी...
आर्या मुस्कुराते हुए कहती है" तुम्हारा बर्थडे हो और मैं ना आऊं ऐसा हो सकता है क्या...
वह लड़का आज की बात सुनकर स्माइल करने लगता है कहत है" तो मैडम आप ही बोलना चाह रही हैं इतनी बड़ी माफिया और इंडिया की नंबर वन बिजनेस वूमेन के लिए मैं थोड़ा सा स्पेशल हूं...लेकिन आर्या प्लीज बाहर जाकर ऐसा मत बोल देना नहीं तो सारे लोग मेरे पीछे पड़ जाएंगे.. कोई चाकू लेकर तो कोई बिजनेस डील लेकर...
आर्या उस लड़के को मुस्कुराता हुआ देखकर उसके मुस्कुराहट में ही खो जाती है और अपने मन में कहती है" तुम मेरे लिए सिर्फ थोड़े से स्पेशल नहीं हो बल्कि तुम तो मेरी पूरी दुनिया हो... ये आर्य सिंघानिया सिर्फ तुम्हारे लिए जी रही है और आज आर्या सिंघानिया तुम्हें पूरे मीडिया वालों के सामने प्रपोज करके अपना बना लेंगी... और यह लड़का कोई और नहीं हमारी कहानी का हीरो आयुष है जिससे हमारी हीरोइन मरती है।
आयुष ज़ब देखता है आर्या अपने ख्यालों में खो गई है तो हलके हाथों से उसके सर पर मरते हुए कहता है" आर्या डार्लिंग तुम इस वक्त पार्टी में खड़ी हो अपने बेडरूम में नहीं इसलिए अपनी आंखें खोलो और अपने सपनों की दुनिया से बाहर आओ...
आयुष की आवाज सुनकर आर्या अपने ख्यालों से बाहर आती है और तभी वहां पर बहुत सारे बिजनेसमैन उसे देखकर वहां पर आ जाते है और वह सब उससे बातें करने लगते हैं और वह लड़का सबको एक्सक्यूज करके वहां से चला जाता है।
थोड़ी देर बाद..
आयुष स्टेज पर खड़ा होता है और आर्या अपने हाथ में दो डायमंड रिंग लिए उसकी तरफ धीरे कदमों से बढ़ रही होती है और तभी आयुष अपने हाथ में माइक लेकर अनाउंसमेंट करते हुए कहता है" लेडीज एंड जैंटलमैन आज मैं इस खुशी के मौके पर अपनी एक और खुशी आप लोगों के साथ शेयर करना चाहता हूं..
इतना बोलकर वह सामने देखता है जहां से एक बहुत ही खूबसूरत सी लड़की व्हाइट गाउन में चलते हुए उसकी तरफ ही आ रही होती है फिर आयुष अपना हाथ आगे बढ़ाकर उसे लड़की का हाथ थाम लेता है और उसे अपने साथ स्टेज पर खड़ा कर देता है और फिर कहता है" आज मैं इस खुशी के मौके पर अपनी लाइफ पार्टनर से सबको मिलवाना चाहता हूं उनसे मिली यह है मेरी लाइफ पार्टनर सौम्या अहेजा..
आर्या जो आयुष की तरफ खुशी-खुशी बढ़ रही होती है जैसे ही वह अपने सामने इस सिन को देखते हैं वह अपनी जगह पर ही जम जाती है उसका पूरा चेहरा पीला पड़ जाता है आंखों में हल्की सी आंसू की परत आ जाती है।
और तभी आयुष स्टेज से उतरकर नीचे आता है और आर्या के सामने आकर खड़ा हो जाता है और कहता है" सौम्या इससे मिलो यह है मेरी बेस्ट फ्रेंड आर्या सिंघानिया और आर्या ये है मेरी सौम्या मेरा प्यार मेरी जिंदगी मेरा सब कुछ है..
आर्या अपने इमोशंस को कंट्रोल करते हुए अपने चेहरे पर एक फेक स्माइल आती है और कहती है" बहुत प्यारी है तुम्हारी गर्लफ्रेंड..
उसके बाद आर्या ऐसा नाटक करती है जैसे उसके फोन पर कोई बहुत ही इंपॉर्टेंट कॉल आ रहा हो और फिर वह उन दोनों को एक्सक्यूज करके वहां से निकल जाती है..
आर्या उस पार्टी हॉल से निकलते ही अपने कान में बैठ जाती है और अपने सारे बॉडीगार्ड को अपने पीछे आने से मना कर देती है और वह फुल स्पीड में अपने कार को ड्राइव करने लगती है और वह एक सुनसान रास्ते पर पहुंच जाते हैं उसे इंसान रास्ते पर वह अपने कार को रोककर जोर-जोर से रोना स्टार्ट कर देती है..
आर्या रोते हुए कहती है" आखिर मैं ही क्यों.. हमेशा मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है... क्या मेरे नसीब में किसी का प्यार नहीं है... मैंने बचपन से लेकर आज तक सिर्फ और सिर्फ नफरत देखिए उसके बाद ही मैंने एक बार भी शिकायत नहीं की क्योंकि मुझे लगता था साथ मेरे अंदर ही कोई कमी है तभी मेरे मॉम डैड मुझे इतनी नफरत करते हैं...
इसलिए मैं खुद को साबित किया इंडिया की नंबर वन बिजनेस वुमन बन गई इंडिया की नंबर वन डॉक्टर भी बन गई...मैंने हर एक फील्ड में खुद को साबित किया ताकि मेरी मॉम डैड का थोड़ा सा ध्यान तो मेरे ऊपर आएगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ...
फिर मेरी लाइफ में आयुष आया जिसने मुझे प्यार करना सिखाया जिसने मुझे जीना सिखाया... उसने सिर्फ मुझ में खूबियां देखी मेरा रंग नहीं देखा... एक वही ऐसा इंसान था जिसे मेरे सांवले होने से कोई फर्क नहीं पड़ता... इसीलिए मुझे लगा वो मेरा राजकुमारी जो सिर्फ मेरे लिए बना है लेकिन भगवान आपने तो उसे किसी और को दे दिया... क्या आपने मेरी लाइफ में थोड़ी सी भी खुशियां नहीं लिखी है क्या मैं थोड़ी सी भी खुशियां डिजर्व नहीं करती हूं... क्या मैं इतनी बुरी हूं जो आप मुझे मेरा सब कुछ लेने पर तुले हुए हो...