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🌼कहानी के पात्र:🌼
अर्जुन महाजन : कहानी का नायक ।
रुद्र महाजन: हीरो का छोटा भाई।
प्रिया भोसले: हीरो की बड़ी बहन।
प्रीती महाजन: हीरो की छोटी बहन।
प्रतिभा महाजन: हीरो की मां।
हेमंत महाजन :हीरो के पापा।
सुरेका महाजन:हीरो की दादी।
रेखा येवले: सुरखा की बहन की बहु।
माया येवले:रेखा की बेटी।
राहुल कुमार: हीरो का दोस्त।
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रोहन: ..........।
अर्जुन : 😨😱🤯क्या!.
रोहन :क्या हुआ आइडिया अच्छा नही लगा।
अर्जुन: शायद तूने सुना नही मुझे शादी नही करनी और तू मुझे कॉन्ट्रैक मैरेज करने के लिया के रहा है।
रोहन : देख यार तुझे शादी नही करनी और तेरे घरवाले तेरी शादी कर रहेंगे । मुझे लगता है यही अच्छा रास्ता है ।
अर्जुन: नही यार ये सही नही ये घर में सबको पता चलेगा तो और आजी (दादी) नही नही ..
रोहन :क्या नही नही देख यही आखरी रास्ता है और तेरे घर वालो को बताएगा कोन एक साल बाद रिश्ता खतम।
अर्जुन:🤔🤔।
रोहन : क्या हुआ।
अर्जुन : tashi आइडिया खराब नही ahe.(वैसे आइडिया खराब नही है।)
राहुल : हो गया फिर में सारी तयारी कर दुगा पर हमे ऐसी लड़की चाहिए जो ये काम कर सके।
अर्जुन: कहा मिलेगी ऐसी लड़की?
तभी डोर नॉक हुआ।
अर्जुन : कमिंग।
एक लड़की अंदर आई ।
अर्जुन: yes ।
सायली: sir इस चेक पर साइन चाहिए थी।
अर्जुन ने साइन की।
अर्जुन : मिस सयाली सारी मीटिंग पोस्टपोंड करो और आज मेरी कॉफी क्यू नही आई।
सायली: sure sir, में अभी देखती हूं।
सायली वहा से चली गई।
रोहन: ये कोन है पहले तो नही थी ।
अर्जुन: अरे वाह बाबा (पापा) ने अपॉइंट किया है।
वह बाबा अनाथ आश्रम में गए थे तब उन्होंने इसे जॉब का ऑफर दिया था।
रोहन: अच्छा 🤔 वैसे तूने केसे इसेअपनी पर्सनल सेक्रेटरी बनालिया।
अर्जुन: अरे वाह मेहनती है साथ ही साथ हसियर है और.☺️.
रोहन: और 🧐🧐।
अर्जुन: होश में आते हुए😣कुछ नही।
रोहन : भले तू कुछ मत बोल में सब समज रहा हु (मन में)😛
रोहन: चल में चलता हु। Bye
अर्जुन: hmmm bye
रोहन बाहर आते ही किसी को कॉल किया और सायली के बारे में जानकारी खोजने के लिए कहा।
रात 8 बजे:
अर्जुन घर पहचा था की माया सामने आ गई ।
माया:अर्जुन दो मैं तुम्हारा बैग लेती हू😄।
अर्जुन : कोई जरूरत नहीं है😩😡।
माया:😥अर्जुन हमारी शादी होने वाली है और तुम...
अर्जुन : हुई तो नही ना तो साइड हटो।
अर्जुन गुस्से से चला गया
माया: कुछ भी करलो शादी तो तुम्हारी मेरे साथ ही होनी है😏।
डाइनिंग टेबल पर सब बैठे हुए थे।
सुरेखा : अर्जुन क्या सोचा तुमने। शादी कब करनी है ?
अर्जुन:😐
हेमत: आई कुछ पूछ रहीं है।
अर्जुन : आजी में ये शादी नही कर...
की तभी रेखा आ गई
रेखा: अरे सुरेखा मासी ये बाते बाद में होती रहेगी और अब अपने वादा किया तो हमे आप पर पूरा विश्वास है।
माया को आवाज दिया।
माया कुछ खाने की चीजों के साथ आई।
माया : आजी ये लीजिए मेने खाने के साथ कोशिमबिर ( दही, प्याज, टोमैटो आदि से बनती है ) बनाई है।
दादी को छोड़कर किसी को खुशी नही हुईं थी।
दादी ने चख कर देखती बोहत ज्यादा नमक था पर फिर भी दादी ने उसे खुश होकर एक तोहफा दिया।
माया तो बोहत खुश हुई।
रेखा ने कहा अरे मोसी तोहफे की क्या जरूरत।
सुरेका: जरूरत कैसे नहीं अब वह इस घर कि होने वाली बहु है।
इस पर प्रिया और हेमंत को छोड़कर किसी ने कोई रिएक्शन नहीं दिया।
खाना खाने के बाद सब अपने रूम चले गए।
🌷रेखा और माया का रूम🌷
माया : कितना सुंदर हार ही ये।🥰
रेखा: ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है ।और ये हार मुझे दे ।
माया : पर ..😢
रेखा: खुदको मेरी बेटी समझने को गलती मत कर जिस काम के लिए कहा गया वही करो समझी।😡
क्या माया रेखा को बेटी नही है😱 तो फिर उसने जुट क्यू कहा 🤔🤔जाने दो उससे हमे क्या😛😜 हमे तो हीरो होरोइन को मिलना है👫💝और समय आने पर सब पता चलेगा ही😄।
🌷 दूसरी तरफ🌷
कहानी की हीरोइन 🌸
सायली जब अनाथ आश्रम पहची तो देखा की कुछ गुंडे आश्रम का सामान बाहर फेक रहे थे।
सयाली भागकर गई ।
सायली: कोन है आप लोग 😢😰?
आदमी😡: ये जमीन हमारे बॉस की है।और हमे ये जमीन खाली चाहिए।
सायली😢:अरे पर ही जमीन मोहन तिवारी के नाम पर हैं ना।और उनने ही हमे आश्रम बनके दिया था।
आदमी😡: मोहन तिवारी तो मर गया।उनके बेटे ये जमीन हमारे बॉस को बेच दी।तो जल्दी से खाली करो😡।
सयाली: अरे भाई आप समझने की कोशिश को कीजिए हम कहा जाएंगे😥😭।
आदमी: वह हमे नही पता एक हफ्ते का समय है तुमरे पास समझी हमें यह जगह एक हफ्ते बाद खाली चाहिए😡।
वह लोग वहां से चले गए।
क्या होगा अब सायली बचा पाएगी आश्रम को या चला जायेगा आश्रम। केसे बचाएगी सायली अपना और बच्चोका घर?
🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀To be continue.....
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