The end of the wandering soul in Hindi Horror Stories by Stylish Aishwarya books and stories PDF | भटकती आत्मा का अंत

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भटकती आत्मा का अंत

हैलो दोस्तों में आपकी दोस्त फिर से आई हूं एक नई कहानी लेके 
ये कहानी कोई काल्पनिक नहीं है लेकिन मेरी सबसे अच्छी दोस्त हिमानी ओझा की है 
उसके साथ कुछ पैरानॉर्मल घटना हुई में आज उसकी कहानी अपने शब्दों मे आप तक पहुंचा रहीं हूं आपको पसंद आए तो दोस्तो के साथ शेर जरूर करे 

हिमानी और उसके पति की कहानी कुछ ऐसी थी, जो एक छोटे से पहाड़ी गाँव में रहती थी। शादी के कुछ महीने ही हुए थे कि एक रात हिमानी ने महसूस किया कि उनके घर में कुछ अजीब चीजें हो रही थीं। रात के अंधेरे में जब सभी सो रहे थे, उसने एक अजीब सी आवाज सुनी जो किसी ने महसूस नहीं की थी। आवाजें जैसे किसी के धीरे-धीरे चलने की थीं, मानो कोई उनके घर के भीतर चल रहा हो।

हिमानी ने पहले इसे नजरअंदाज किया, सोचते हुए कि शायद वह कुछ गलत सुन रही है। लेकिन धीरे-धीरे यह आवाजें हर रात होने लगीं। यह आवाजें उसे डराने लगी थीं। जब उसने अपने पति को इस बारे में बताया, तो उसने पहले इसे मजाक समझा। लेकिन कुछ दिनों के बाद, जब आवाजें बंद होने का नाम ही नहीं ले रही थीं, तब उसके पति ने भी उसे गंभीरता से लेना शुरू किया।

एक रात, हिमानी का पति उस आवाज का पीछा करने का निश्चय करता है। जब वह आवाज का पीछा करते-करते घर के पीछे एक पुराने कमरे में पहुँचता है, तो उसे वहाँ एक पुरानी किताब मिलती है। किताब का कवर धूल और जाले से ढका था, परंतु उसके ऊपर कुछ उकेरा हुआ था - "मृत आत्माओं का पुस्तकालय"। इस पर लिखा था कि यह किताब उन आत्माओं के बारे में है जो इस गाँव के पुरातन समय से भटक रही हैं।

उसने हिमानी को इस बारे में बताया और दोनों ने यह सोचते हुए किताब पढ़ने का निर्णय लिया कि शायद उनके सवालों का जवाब मिल जाए। किताब पढ़ते-पढ़ते उन्होंने जाना कि उस गाँव में एक भयंकर हादसा हुआ था। एक समय था जब गाँव में कई लोग बसते थे, लेकिन एक रात किसी अनजानी बीमारी ने सभी को अपनी चपेट में ले लिया। तब से, गाँव के कई हिस्सों में आत्माएं भटक रही थीं, जिनकी आत्मा शांति नहीं पा सकी थी।

एक दिन, हिमानी के पति ने देखा कि रात के अंधेरे में, एक धुंधली आकृति उनके घर के बाहर खड़ी थी। जब उसने हिमानी को इसके बारे में बताया, तो वह डर गई। हिमानी को लगा कि वह उनकी आत्मा है। कुछ दिनों तक उन्होंने इसे नजरअंदाज किया, लेकिन वह आकृति लगातार उनके घर के आस-पास मंडराती रही।

हिमानी का पति धीरे-धीरे इस डर से बाहर आने की कोशिश करता है और एक रात अपनी पत्नी को सुरक्षित रखते हुए उस आकृति का सामना करने का निर्णय लेता है। जब वह बाहर जाता है, तो आकृति अचानक से गायब हो जाती है। लेकिन अगली सुबह, हिमानी ने देखा कि उसके पति के चेहरे पर किसी अज्ञात डर का साया छाया हुआ है।

अब वे हर रात उस आकृति को देखने लगे थे। लेकिन एक रात, जब हिमानी का पति दरवाजे के पास गया, तो उसे महसूस हुआ कि वह कोई और नहीं, बल्कि उसी घर की पुरानी मालकिन थी, जिसकी आत्मा अब भी उस घर में रह रही थी। उसने देखा कि उस महिला की आँखों में एक अजीब सी चमक थी और वह कुछ कहना चाहती थी। लेकिन जब उसने कुछ कहने की कोशिश की, तो उसकी आवाज गूंजने लगी, जैसे कि कई वर्षों से उसकी आवाज दबा दी गई हो।

हिमानी और उसके पति ने धीरे-धीरे समझा कि वे इस आत्मा को शांत कर सकते हैं यदि वे उसके दुःख को समझें। वे किताब में छुपी कहानियों को पढ़ने लगे और जानने लगे कि उस महिला की मौत किसी साजिश का हिस्सा थी। उस आत्मा ने अपने घर को कभी नहीं छोड़ा था, क्योंकि उसकी आत्मा ने न्याय नहीं पाया था।

अगले कुछ दिनों में, हिमानी और उसके पति ने उस आत्मा की कहानी को समझा और गाँव के लोगों के सामने इस सच को उजागर किया। जैसे ही गाँव के लोगों ने उस आत्मा की कहानी सुनी, उन्होंने एक अनुष्ठान किया जिससे उस आत्मा को शांति मिल सके।

अंततः, हिमानी और उसके पति ने उस आत्मा को विदाई दी।