Kuchh rang Pyar ke aise bhi - 1 in Hindi Love Stories by Shruti Sharma books and stories PDF | कुछ रंग प्यार के ऐसे भी - भाग 1

Featured Books
  • सनातन - 3

    ...मैं दिखने में प्रौढ़ और वेशभूषा से पंडित किस्म का आदमी हूँ...

  • My Passionate Hubby - 5

    ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –लेकिन...

  • इंटरनेट वाला लव - 91

    हा हा अब जाओ और थोड़ा अच्छे से वक्त बिता लो क्यू की फिर तो त...

  • अपराध ही अपराध - भाग 6

    अध्याय 6   “ ब्रदर फिर भी 3 लाख रुपए ‘टू मच...

  • आखेट महल - 7

    छ:शंभूसिंह के साथ गौरांबर उस दिन उसके गाँव में क्या आया, उसक...

Categories
Share

कुछ रंग प्यार के ऐसे भी - भाग 1

मुंबई शहर के आलिशान 'Queen Hotel' जो कि बहुत ही खुबसूरत था। enterance पर गार्डन जिसमे rare varieties के कई फूल और पौधे थे। जो उसकी खूबसूरती को चांद चांद लगा रहे थे। बड़े बड़े कमरे थे।
परन्तु मीरा को वहां का नज़ारा देख एक घुटन सी हो रही हैं। अब आप सोच रहे होंगे ऐसा क्या देखा मीरा ने? दरसल सामने एक औरत किसी आदमी की बाहो में लपेटे अपने सिर को उसकी छाती से टीकाए बहुत ही प्यार और धीरे से बोलती हैं-"नीरज कुलश्रेष्ठ "।



पर वो आदमी जैसे कही गुम था। पता नही क्या चल रहा था उसके दिमाग में। पर थोडी देर बाद वो उस औरत को धीरे से अपनी और धकेलता हैं।
मीरा यह छुपके से देख रही थी। दरसल वो इस होटल में अपनी दोस्त नेहा के साथ आई थी। तब मीरा ने दोनो को एक साथ देखा।
जैसे ही नीरज की नज़रे वहा जाती हैं जहां मीरा थी, मीरा जल्दी से छिप जाती हैं।



मीरा ने सुना कि नीरज उस औरत से कह रहा है-"यशी, तुम मुझे कुछ सरप्राइज देने वाली थी? क्या surprize है?"
यशी शर्माते हुए बोली-"नीरज मैं मां बनने वाली हूँ।"
जैसे ही यह बात दरवाजे पर छिपी मीरा ने सुनी वैसे ही उसका चेहरा पीला पड़ गया। आंखो से आंसुओ का झरना बहने लगा।



नीरज भी यशी की बात सुनकर हैरान था। उसे भी अपने कानो पर यकीन नही हुआ।
नीरज ने अप्नी भौंह चढ़ाते हुए कहा-"ऐसा कब हुआ?"
यशी ने धीरे से कहा-"बस एक महीना पहले।"
यशी ने मीरा को उसकी दिशा में देख सुनाते हुए नीरज से कहा-"एक महिने पहले जब दीदी की शूटिंग थी। और हमने तुम्हारे कमरे में वो सब किया। तन से एक हो गये।"
यह सुनते ही मीरा के तो होश पूरी तरह उड़ गये।
उसे वहां किताबे पढ़ने का बहुत शौक हैं।
ऐसे ही यशी और नीरज कुछ कुछ बाते कर रहे थे। नीरज के धोके ने मीरा को तोड़ के रख दिया था।
कुछ देर बाद उसने नीरज को यशी से कहते सुना कि-"चलो यशी, वरना मीरा को शक हो जाएगा।"
यह कहकर नीरज यशी की बाहो में हाथ डाले वहां से चल रहे थे। उन्हे देखते ही मीरा छिप जाती हैं।


तभी कुछ आदमी जिन्होंने काले कपडे पहने थे उसे उठाकर जबर्दस्ती ले जाते हैं।
शायद उन्हे कुछ गलतफहमी हुई थी। क्योंकि मीरा की तो किसी से कोई दुश्मनी नही थी सिवाय सुषमा और यशी के।
Presidental Suite Floor
लिफ्ट आकर खुलती हैं। कुछ bodyguards उस आदमी को घेरे खडे थे।
वो आदमी बहुत ही handsome हैं।
6'1 की hieght, गोरा रंग, नीली आंखे, हल्के काले ब्राउन बाल, branded वाइट शर्ट और ब्लैक ब्लज़ेर, हाथो में branded वॉच। कुल मिलाकर कहर ढ़ा रहा था वो।


वो आदमी कमरे में घुसता हुआ अपनी tie खोलता हैं और wardrobe में रख देता हैं।
ना जाने आज कमरे में आते ही उसे अन्जाना सुकून मिलता है।
जैसे ही वो बाथरूम का दरवाजा खोलने जा रहा होता हैं फ्रेश होने के लिए तो गेट नही खुलता।
तभी उसके फ़ोन पर किसी वंश नाम के आदमी का कॉल आता हैं। वो आदमी फ़ोन उठाता हैं।
दूसरी तरफ से वंश की अवाज़ आती हैं-"भैया, हमने आपके लिये स्पैशल गिफ्ट तयार किया। आपको कैसा लगा? क्या आपको पसंद आया?"
वही वो आदमी गुस्से से बोला-"अपनी बकवास बन्द करो।   और यह door open क्यो नही हो रहा? इस बार क्या काण्ड किया हैं तुमने वंश?"

दूसरी तरफ से वंश बोला-"भैया, मैने आपके लिए खुबसूरत लड़की धुंढी। बहुत परफ़ेक्ट लड़की हैं। एक दम सर्वगुण सम्पन्न। आपको पसंद आएगी।"


इतना कहकर वंश ने फ़ोन काट दिया। जैसे ही वो आदमी वंश को कॉल करता हैं तो बार बार switch off बता रहा था।


और वो आदमी कोई ओर नही आरिव कृष्णायेत्रा हैं बहुत बड़ा बिज़नेस tycoon जिसका बिज़नेस ऑल ओवर the europe, भारत फैला हुआ हैं।


इस समय आरिव के चेहरे पर झुंझलाहट साफ देखी जा रही थी।


अंदर से पानी गिरने की आवाज़ आ रही थी। आरिव fingerprint से door open करता हैं तो इस बार door open हो जाता हैं।


गर्म पानी की भांप की वजह से बादल बन रहे थे। एक औरत उस bathtub में बैठी अपनी मधुर आवाज़ में  गुनगुना रही थी। पानी की बुंदे उसके गोरे बदन पर चमक रही हैं।


आरिव यह देखकर जड़ हो गया।


वो लडकी बहुत प्यारी लग रही थी। 5'11 की hieght, गोरा रंग, ब्लैक silky बाल, बडी बडी आंखे जिनमे मोटा मोटा काजल, लाल होठ। कुल मिलाकर बहुत प्यारी हैं वो। और वो लडकी कोई ओर नही मीरा हैं।


आरिव जो कि लडकियो से दूर ही रह्ता था क्योंकि उसे Anti Women Disorder था। कोई भी खुबसूरत लडकी उसे पसन्द नही आई उसे अब तक।


वही आज मीरा को देखकर आरिव उसकी खूबसूरती में ही खो गया।


होश में आकर वो मीरा से बोला-"तुम्हारे पास सिर्फ 1 मिनट हैं। ज्ल्दी से इस कमरे से निकलो।"


उसकी बात सुनकर मीरा उस ओर देखती हैं और आरिव की और अपना हाथ बढाती हैं।


आरिव कुछ respond नही करता तो वो उसकी pant पकड़ लेती हैं।


चूंकि उसे बिमारी थी जो मैने आपको बता ही दी। उसे लगा कि या तो उसे rashes होंगे या vomit। पर आरिव की हैरानी और बढ़ गई।



उसे मीरा का टच अच्छा लग रहा था।


इससे पहले की वो और कुछ सोच पाता उससे पहले ही मीरा उसके कंधे के चारो ओर बान्ह लपेट लेती हैं। और उसके होठो को अपने नर्म लाल होठो से जोड देती हैं।



फिर उसकी ओर देखकर कहती हैं-"प्लीज मेरी मदद करो।"


आरिव उससे बोला-"तुम अभी होश मे नही हो। बाद में मुझे गलत सम्झोगी।"


मीरा नशे में बोली-"नही। ऐसा कुछ नही हैं।" फिर एक बार उसके होठो को अपने होठो से जोड देती हैं। अखिर आरिव अपने आप को कैसे रोक पाता? उसे भी अपने sensitive part में हलचल मेहसूस हो रही थी। फिर दोनो शरीर से एक दूसरे से जुड चुके थे। अव बस मन से मिलना बाकी हैं।



यह पहली बार था जब आरिव किसी लडकी के करीब रहा हो।  और अपनी रात गुजारी हो। आज उसका ब्रह्मचार्य व्रत टुट गया।


अब क्या मोड़ लेगी मीरा और आरिव की ज़िंदगी? कैसे react करेगी मीरा सुबह उठने के बाद? क्या आरिव जाने देगा मीरा को दूर?


इन सभी सवालो के जवाब जानने के लिये पढ़ते रहे 'Billionaire's Secret Love'

राधे राधे

जय श्री श्याम